MP में 2490 करोड़ की परियोजना किसानों की करवाएगी बल्ले-बल्ले, 100 गांवों को मिलेगा सिंचाई के लिए पानी
MP News : मध्य प्रदेश को हाल ही में एक बड़ी सिंचाई परियोजना की सौगात मिली है, जिससे प्रदेश के 100 गांवों के किसानों की किस्मत बदलने की उम्मीद है। इस परियोजना की अनुमानित लागत 2490 करोड़ रुपये है और इसका मुख्य उद्देश्य खेतों तक पर्याप्त सिंचाई का पानी पहुंचाना है।

Madhya Pradesh News : मध्य प्रदेश को एक बहुत बड़ी परियोजना की सौगात मिली है जिसके तहत प्रदेश की 100 गांव के किसानों की किस्मत बदलने वाली है. मध्य प्रदेश के कई जिलों में सिंचाई का पानी 2490 करोड़ की परियोजनाओं से मिलने लगेगा. नर्मदा-शिप्रा बहुउद्देशीय परियोजना (Narmada-Shipra Multipurpose Project) मध्य प्रदेश में 100 गांवों को सिंचाई का पानी देगा।
केन-बेतवा और पार्वती-सिंध लिंक परियोजनाओं के बाद मध्यप्रदेश को एक और बड़ी सौगात मिली है। गुरुवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नर्मदा-शिप्रा बहुउद्देशीय परियोजना के तहत पाइपलाइन का उद्घाटन किया। इस दौरान, मुख्यमंत्री ने कहा कि शिप्रा नदी के जल से कुंभ स्नान सुनिश्चित करने के लिए 900 करोड़ रुपये की परियोजनाओं पर काम चल रहा है।
नर्मदा शिप्रा बहुउद्देशीय परियोजना से 100 गांवों को लाभ मिलेगा
नर्मदा शिप्रा बहुउद्देशीय परियोजना की लागत 2489.65 करोड़ रुपये है। जिससे उज्जैन की तराना तहसील के 83 गांवों की 27490 हेक्टेयर जमीन और शाजापुर तहसील के 17 गांवों की 2728 हेक्टेयर जमीन मिलेगी। यानी 100 गांवों में 30218 हेक्टेयर जमीन सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध होगा।
2254 किमी लंबी पाइपलाइन बनाई गई
कुल 2254 किलोमीटर की पाइप लाइन इस परियोजना में बिछाई गई है। योजना से सिंचाई के लिए उज्जैन और शाजापुर जिले के 100 गांवों को पानी मिलेगा। वहीं से छोटे उद्योगों और उज्जैन, नागदा, तराना, घट्टिया, शाजापुर और मक्सी को पीने का पानी मिल सकेगा।
पानी को ओंकारेश्वर से अंडग्राउंड लिफ्ट किया जाएगा
ओंकारेश्वर जलाशय, ग्राम बड़ेल से अंडरग्राउंड पाइपलाइन से पानी को लिफ्ट किया जाएगा. इस परियोजना में छह पंपिंग स्टेश और पच्चीस पंप मोटर शामिल हैं। इसके लिए कुल 89 मेगावाट बिजली की आवश्यकता है।