दिवाली दशहरा पर चीनी के भाव में आएगा उछाल, उत्पादन घटने का अनुमान

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Sugar prices will rise on Diwali Dussehra, production expected to decrease

Sugar Price: चीनी की कीमतें अंतर्राष्ट्रीय बाजार में लगातार बढ़ रही हैं। यही कारण है कि भारत से चीनी निर्यात बढ़ने की संभावना भी कम हो रही है। 15 सितंबर 2023 तक, चीनी कृषि उत्पादन 32.76 मिलियन टन के आसपास था

चीनी की कीमतें त्योहारी सीजन में कम होने की उम्मीद है, क्योंकि उत्पादन कम होने से भाव ऊंचे रहने का अनुमान है। 

चीनी उत्पादन चालू सीजन में घटने से दाम ऊंचे रहने का अनुमान लगाया जा रहा है। चीनी की कीमत भी अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेजी से बढ़ती जा रही है। यही कारण है कि भारत से चीनी निर्यात बढ़ने की संभावना भी कम हो रही है। जानकारों का मानना है कि देश में चीनी कीमतों पर नियंत्रण रखने के लिए सरकार के पास यही उपयुक्त उपाय बचा रहा है।

इक्रा की एक अध्ययन रिपोर्ट के अनुसार, अप्रैल से जुलाई 2023 के बीच घरेलू चीनी का मूल्य 36 रुपए प्रति किलो था। अगस्त से सितंबर 2023 के दौरान यह 37 से 39 रुपए प्रति किलो था। माना जाता है कि इसकी वजह आपूर्ति में कमी और मांग में तेजी है। इसलिए इसके आने वाले दिनों में बढ़ने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।

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पूरे वर्ष में औसतन 35.6 रुपए प्रति किलो

रिपोर्ट के अनुसार, पिछले चीनी सीजन से कम घरेलू चीनी उत्पादन 15 सितंबर 2023 तक 32.76 मिलियन टन था। महाराष्ट्र में असमान बारिश ने गन्ने उत्पादन को कम कर दिया, जो उत्पादन की कमी का कारण है। आकलन के अनुसार, चीनी उत्पादन वर्ष 2023 में औसतन पिछले वर्ष से कम हुआ है। साल 2022 की तुलना में, घरेलू चीनी का मूल्य औसतन 35.6 रुपए प्रति किलो था।

चीनी की कीमतों को तेजी से बढ़ने से रोकने के लिए सरकार ने उवाय

जानकारों का कहना है कि सरकार लगातार चीनी के मूल्यों को तेजी से बढ़ने से रोका जा रहा है। हिन्दुस्तान को आर्थिक मामलों के विशेषज्ञ योगेंद्र कपूर ने बताया कि सरकार ने इस साल कम उत्पादन के कारण निर्यात को नियंत्रित करना शुरू किया है। चीनी मिलों से भी दैनिक बिक्री रिपोर्ट मिलनी शुरू कर दी है। इन उपायों से, खास तौर पर वैश्विक चिंताओं की वजह से बढ़ सकने वाली चीनी कीमतों पर नियंत्रण स्थापित किया गया है।

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