राजस्थान से दिल्ली तक सुपर एक्सप्रेसवे, सैकडों गांवों से गुजरेगा, 40 किमी घटेगी दूरी
India First Super Expressway :देश की राजधानी दिल्ली और राजस्थान की राजधानी जयपुर का सफर अब आसान होने जा रहा है। जल्द ही इन दोनों शहरों को जोड़ने वाला सुपर एक्सप्रेस-वे बनने जा रहा है। यहा सुपर एक्सप्रेसवे 2 राज्यों और 423 गांवों से होकर गुजरेगा। 195 किमी लंबे इस सुपर एक्सप्रेस-वे पर 6530 करोड़ रुपए खर्च किए जाएगे। इसके बन जाने के बाद गुड़गांव से जयपुर पहुंचने में मात्र 120 मिनट का समय लगगेगा।
Delhi-Jaipur Super Expressway : भारत में अभी तक कई एक्सप्रेसवे का निर्माण हो चुका है और दर्जनों पर काम चल रहा है, लेकिन अब केंद्र सरकार सुपर एक्सप्रेसवे का निर्माण करने जा रही है। देश में पहला सुपर एक्सप्रेसवे बनाने की तैयारी की जा रही है, जिसपर काम भी शुरू कर दिया गया है। भारत का पहला सुपर एक्सप्रेसवे 2 राज्यों और 423 गांवों से होकर गुजरेगा। भारत का पहला सुपर एक्सप्रेसवे दिल्ली से शुरू होगा और जयपुर में जाकर खत्म होगा। पहले सुपर एक्सप्रेसवे के अंदर कुल 7 जिले आएंगे। इसका निर्माण नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) कर रही है। इससे दिल्ली और जयपुर के बीच की दूरी कीरब 40 किलोमीटर तक कम हो जाएगी।
भारत का पहला सुपर एक्सप्रेसवे एनएचआई बना रहा है। यह सुपर एक्सप्रेसवे दिल्ली और जयपुर के बीच बन रहा है, जो दोनों शहरों के बीच की दूरी को लगभग 40 किलोमीटर कम कर देगा। यह गुड़गांव में खेड़की दौला टोल प्लाजा के पास दिल्ली-गुड़गांव एक्सप्रेसवे से निकलेगा और राजस्थान की राजधानी जयपुर के उत्तर में चंदवाजी के पास समाप्त होने से पहले 7 जिलों से होकर गुजरेगा।
कितना लंबा होगा दिल्ली जयपुर सुपर एक्सप्रेसवे
दिल्ली जयपुर सुपर एक्सप्रेसवे 195 किमी लंबा होगा। आठ लेन (16 लेन तक विस्तार योग्य) वाले दिल्ली-जयपुर सुपर एक्सप्रेसवे को एनएच 352बी नाम दिया गया है। फिलहाल जयपुर पहुंचने के लिए 235 किमी का सफर करना पड़ता है। यह यात्रियों और टूरिस्टों के लिए राहत की बात होगी क्योंकि अभी गुड़गांव से जयपुर पहुंचने में 4-5 घंटे लग जाते हैं। सुपर एक्सप्रेसवे के बन जाने के बाद यह दूरी केवल 120 मिनट में पूरी की जा सकेगी।
दिल्ली-जयपुर सुपर एक्सप्रेसवे से कितने जिले होंगे कनेक्ट
2013 में इस ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे को 226.4 किलोमीटर लंबा प्रस्तावित किया गया था, लेकिन उच्च लागत के कारण इस प्रोजेक्ट पर फिर से काम किया गया और इसकी लंबाई में कटौती की गई। अपने नए अवतार में, यह अब खेरकी धौला टोल प्लाजा के पास NH-48 के किलोमीटर 40.10 से शुरू होगा और जयपुर के उत्तर में चंदवाजी के पास NH-48 के किलोमीटर 217.0 पर समाप्त होगा। नई दिल्ली-जयपुर कॉरिडोर का प्रस्तावित मार्ग हरियाणा और राजस्थान के सात जिलों को कवर करता है। जिसमें गुड़गांव, रेवाड़ी, झज्जर, महेंद्रगढ़, अलवर, जयपुर और सिलकर शामिल है। दिल्ली और जयपुर को जोड़ने वाले इस नए कॉरिडोर में छह अच्छी तरह से डिज़ाइन की गई लेन होंगी। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से दिल्ली और जयपुर के बीच सम्पर्क बढ़ेगा, आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी तथा क्षेत्र में रियल्टी की मांग बढ़ेगी।
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में इस सुपर एक्सप्रेस वे के बारे में बोलते हुए कहा था कि एक्सप्रेस हाईवे बनने से डेढ़ घंटे में जयपुर से दिल्ली का सफर होगा। आंकड़ों के मुताबिक, सुपर एक्सप्रेस वे बनाने के लिए 1755 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण करना पड़ेगा, जो 7 जिलों के 423 गांवों की होगी। यह 6 लेन का होगा, 11.5 किमी का एलिवेटेड हिस्सा होगा। पहले इस एक्सप्रेस वे को दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जयुपर के दौलतपुरा तक बनाने की थी, लेकिन खर्च को देखते हुए योजना में बदलाव करना पड़ा।
