Tenant Rights: 2025 के नए किराएदार अधिकार, कैसे करें अपनी सुरक्षा और रोके मकान मालिक की मनमानी

tenant rights 2025: अक्सर लोग अपनी प्रॉपर्टी या मकान से कमाई करने के लिए उसे किराए पर दे देते हैं। लेकिन कई बार मकान मालिक और किराएदार के बीच झगड़े हो जाते हैं। कई मामलों में मकान मालिक किराएदार पर दबाव डालते हैं या अपनी मनमानी करते हैं। ऐसी परेशानियों से बचाने के लिए कानून ने किराएदारों को 5 अहम अधिकार दिए हैं। इन अधिकारों की मदद से किराएदार अपनी सुरक्षा कर सकता है और गलत व्यवहार का सामना करने से बच सकता है। इसलिए हर मकान मालिक और किराएदार को इन अधिकारों की जानकारी होना ज़रूरी है।
किराए से जुड़े कानून और किराएदार के अधिकार
किराएदार और मकान मालिक के बीच अच्छे रिश्ते बनाए रखने के लिए सरकार ने कुछ नियम बनाए हैं। इन्हीं नियमों को ध्यान में रखकर 1948 में सेंट्रल रेंट कंट्रोल एक्ट (Central Rent Control Act) बनाया गया। इस कानून के तहत मकान मालिक और किराएदार — दोनों के अधिकार तय किए गए हैं। हालांकि ये नियम हर राज्य में थोड़े अलग हो सकते हैं। यहां किराएदार के कुछ खास अधिकार बताए जा रहे हैं, जिनके बारे में हर किराएदार और मकान मालिक को पता होना चाहिए:
1. निजता का अधिकार
अगर आप किराए पर रह रहे हैं, तो मकान मालिक आपकी इजाज़त के बिना आपके घर में नहीं आ सकता। मकान मालिक को किराया बढ़ाना है तो उसे कम से कम 3 महीने पहले लिखित में बताना होगा। किराया कितना बढ़ेगा, ये पहले से रेंट एग्रीमेंट में लिखा होना चाहिए।
2. अचानक घर खाली नहीं करवा सकता मकान मालिक
अगर आपने रेंट एग्रीमेंट के साथ मकान किराए पर लिया है, तो मकान मालिक बिना वजह आपको अचानक घर खाली करने के लिए नहीं कह सकता।
हाँ, अगर किराएदार:
दो महीने से किराया नहीं दे रहा हो,
मकान को नुकसान पहुंचा रहा हो,
घर में गैरकानूनी या गलत काम कर रहा हो,
तो मकान मालिक नोटिस देकर मकान खाली करवा सकता है।
3. बिजली-पानी जैसी ज़रूरी सुविधाएं मिलनी चाहिए
हर किराएदार को बिजली, पानी, शौचालय जैसी जरूरी सुविधाएं पाने का पूरा हक है। मकान मालिक इन्हें देने से मना नहीं कर सकता।
घर किराए पर लेने से पहले किराएदार को ये सुविधाएं जरूर जांच लेनी चाहिए। अलग-अलग राज्यों में इसके नियम थोड़े अलग हो सकते हैं।
4. किराएदार की मौत के बाद परिवार का अधिकार
अगर किराए पर रहने वाले व्यक्ति की अचानक मौत हो जाती है, तो मकान मालिक उसके परिवार को तुरंत घर खाली करने के लिए नहीं कह सकता।
ऐसी स्थिति में रेंट एग्रीमेंट की बची हुई अवधि किराएदार के परिवार के नाम पर की जा सकती है।