राजस्थान के इस शहर का बस स्टैंड बनेगा हाईटेक, एयरपोर्ट जैसी आएगी फिलिंग, 145 एकड़ में बनेगा
Rajasthan Roadways: उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और गुजरात जैसे राज्यों में 82 सीधी और 300 बसें राजस्थान के इस शहर के रोडवेज डिपो से चलती हैं। यहां से हर दिन लगभग 14,000 लोग निकलते हैं। 1,11,000 वर्गफीट की जमीन में से आधा डिपो भवन के लिए सुरक्षित है।

Rajasthan News : राजस्थान के उदयपुर रोडवेज डिपो से उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और गुजरात जैसे राज्यों के लिए 82 सीधी बसें और कुल 300 बसों का संचालन किया जाता है। उदयपुर शहर उदयपुर शहर का उदियापोल रोडवेज बस स्टैंड जल्द ही बदल जाएगा। राजस्थान पथ परिवहन निगम (RSTC) इसे एयरपोर्ट की तरह एक हाईटेक बस टर्मिनल बनाने का विचार कर रहा है। यहां ऑटोमेटिक टिकटिंग, वेटिंग लाउंज, सेंट्रलाइज्ड कूलिंग, आधुनिक शौचालय, फूड कोर्ट, कैफेटेरिया, सुपर मार्केट और गेम ज़ोन की सुविधाएं होंगी।
निगम सर्वेक्षण पूरा होने पर टेंडर जारी करेगा. इस परियोजना में बस स्टैंड की जमीन बिल्ड-ऑपरेट-ट्रांसफर (BOT) मॉडल पर एक निजी कंपनी को दी जाएगी, जो डिजाइन, निर्माण, संचालन और रखरखाव का काम करेगी। निर्दिष्ट अवधि के बाद, यह पूरा टर्मिनल परिवहन निगम के पास हो जाएगा। पीडीकोर कंपनी ने परियोजना का सर्वेक्षण किया है और डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) बनाने का काम शुरू कर दिया है। निगम ने सर्वेक्षण पूरा होते ही टेंडर जारी किया जाएगा।
1.11 लाख वर्गफीट क्षेत्र में बस स्टैंड उदयपुर रोडवेज डिपो से 82 सीधी बसें उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और गुजरात के लिए चलती हैं। यहां से हर दिन लगभग 14,000 लोग निकलते हैं। 1,11,000 वर्गफीट की जमीन में से आधा डिपो भवन के लिए सुरक्षित है। नए परियोजना के तहत आधे हिस्से में बसों का संचालन होगा. बाकी हिस्से में दुकानें, मॉल, कैफेटेरिया, पार्किंग और यात्रियों की सुविधाएं बनाई जाएंगी।
सर्वेक्षण दो महीने में पूरा होगा
फिलहाल, सर्वेक्षण यात्रियों और बसों के प्रवेश-निकास, कर्मचारियों के आवास और अन्य बुनियादी आवश्यकताओं की खोज कर रहा है। यह सर्वेक्षण दो महीने में पूरा होगा, फिर अनुमानित लागत तय करके निविदा प्रक्रिया शुरू होगी। क्यों उदयपुर को हाइटेक सुविधाओं की जरूरत है? उदयपुर एक महत्वपूर्ण पर्यटन और व्यापारिक केंद्र है, जिसमें हवाई, रेलवे और सड़क परिवहन सुविधाएं हैं। Maharaja Pratap International Airport (डबोक) पहले से विकसित है और इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने के लिए 145 एकड़ अतिरिक्त जमीन दी गई है।
अमृत भारत योजना के तहत आधुनिकीकरण जारी है
अमृत भारत योजना के तहत सिटी रेलवे स्टेशन लगातार सुसज्जित हो रहा है। यहां लिफ्ट, पार्किंग शेड, पार्क, अत्याधुनिक शौचालय और महिला-पुरुष वेटिंग हॉल जैसी सुविधाएं हैं। पर्यटन नगरी होने के बावजूद रोडवेज बस स्टेशन पुराना है, जिससे शहर की छवि खराब होती है। इसलिए, हाईटेक बस टर्मिनल का निर्माण यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने के साथ-साथ शहर की छवि को भी सुधारेगा।