UP के 5 जिलों की बदलेगी किस्मत, बिछेगी 240 किमी की नई रेल लाइन, 6 नए स्टेशन बनेंगे
UP News: उत्तर प्रदेश में रेलवे इंस्ट्रक्शन के प्रोजेक्ट ऑन को लेकर योगी सरकार ने पिछले कुछ सालों में बेहतरीन काम किया है। उत्तर प्रदेश में अब 240 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन बिछाई जानी है। प्रदेश के पांच जिलों में सैकड़ो गांव को इससे सीधा फायदा मिलने वाला है। इस प्रोजेक्ट से कई जिलों के किसानों की चांदी होने वाली है।

Uttar Pradesh News : यूपी में बहराइच-खलीलाबाद के मध्य में 240 किलोमीटर की एक रेल लाइन बनाने की प्रक्रिया तेज हो गई है। इस मार्ग पर 32 रेलवे स्टेशन, 12 हाल्ट स्टेशन और 4 जंक्शन होंगे, जिसमें से छह नए स्टेशन बनाए जाएंगे ताकि लोगों को सुविधाएं मिलें। आइए जानते हैं यह रेलवे लाइन किन शहरों से गुजरेगी और कब तक काम पूरा होगा।
रेलवे बड़े रेल प्रोजेक्ट पर काम करने जा रहा है जो पूर्वांचल के यात्रियों को बेहतर रेल सुविधाएं देगा। बहराइच-खलीलाबाद के बीच प्रस्तावित रेलवे लाइन को बनाने की प्रक्रिया तेज हो गई है। इस परियोजना में बहराइच से उतरौला खलीलाबाद तक 53 गावं शामिल होंगे। इस लाइन पर पहले से मौजूद स्टेशनों के अलावा छह नए रेलवे बनाए जाएंगे। रेलवे लाइन और स्टेशन बनाने के लिए बहराइच की तहसील सदर के गांवों हटवा रायब, इटौझा, रेवली, चुरैला, अशोका, नगरौरा और अमीनपुर नगरौरा की जमीन दी गई है।
बहराइच-खलीलाबाद रेलवे लाइन का विस्तार
240 किलोमीटर की परियोजना बहराइच-खलीलाबाद रेल लाइन से परिवहन व्यवस्था और बुनियादी ढांचा मजबूत होगा। इस परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए जमीन अधिग्रहण शुरू हो चुका है। इस परियोजना को विकसित करने के लिए बहराइच, श्रावस्ती और बलरामपुर की 80 किलोमीटर रेलवे लाइन बनाने के लिए 620 करोड़ रुपये की राशि दी गई। जिन किसानों की जमीन परियोजना के दायरे में आ रही है, उसे अधिग्रहण करने के लि सर्किल रेट के तहत मुआवजा दिया जाएगा, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति सुधारी जाएगी।
बहराइच-खलीलाबाद रेलवे स्टेशन का रूट मैप
जानकारी के अनुसार, खलीलाबाद से बांसी बलरामपुर, श्रावस्ती से बहराइच तक 240.26 किमी की रेलवे लाइन बनाई जाएगी। रेलवे लाइन संतकबीर के 56 गांवों, सिद्धार्थनगर के 93 गांवों, बलरामपुर के 65 गांवों, श्रावस्ती के 30 गांवों और बहराइच के 19 गांवों से गुजरेगी। इस रेलवे रूट के निर्माण से लाखों लोगों को आसान मार्ग मिलेगा। इसके निर्माण से आसपास के गांवों, कस्बों और स्टेशनों में आर्थिक विकास और रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
बहराइच-खलीलाबाद ट्रेन का खर्च
पहले चरण में काम खलीलाबाद से बांसी तक 54 किमी. का होना चाहिए। इसमें संतकबीर नगर के खलीलाबाद, बलरामपुर, बहरामपुर, बहराइच और श्रावस्ती जिलों में 142 हेक्टेयर जमीन शामिल है। इस रेलवे लाइन का निर्माण 4939.78 करोड़ रुपये में होगा। इस मार्ग पर कई रेलवे स्टेशन, बड़े और छोटे पुल और अंडरपास बनेंगे। रेल सेवा शुरू होने से आसपास तेजी से विकास होगा।
बहराइच-खलीलाबाद रेलमार्ग पर स्थित स्टेशन
40 मीटर की चौड़ाई पर बहराइच-खलीलाबाद रेल लाइन रूट पर जमीन अधिग्रहण की जांच शुरू हो गई है। इस रेल लाइन की स्थापना से उत्तर प्रदेश में विकास की गति बढ़ेगी। रेल लाइन बहराइच से खलीलाबाद तक 48 स्टेशनों को शामिल करेगी, जिसमें 32 बड़े स्टेशन, 12 हाल्ट और 4 जंक्शन होंगे। इनमें छह नए स्टेशन बनाए जाएंगे, जो यात्रियों को सुविधा देंगे। इस रेल लाइन के बिछने से स्थानीय यात्रियों और व्यापार भी बढ़ेगा। व्यापारियों को भी माल ढुलाई में सहायता मिलेगी, इससे आर्थिक विकास होगा।
बहराइच-खलीलाबाद रेलवे लाइन का कार्य कब पूरा होगा?
2026 तक खलीलाबाद, मेहदावल, डुमरियागंज, उतरौला, श्रावस्ती, भिनगा और बहराइच को जोड़ने वाली 240 किलोमीटर की रेलवे लाइन का काम पूरा करना लक्ष्य है। बरदेहरा, भिनगा, लक्ष्मनपुर, गोडपुरवा, इकौना, श्रावस्ती, खगईजोत, श्रीदातागंज, उतरौला, बंजरहा, डुमरियागंज, भग्गोभार, बांसी, खेसरहा, मेहदावल और भगौली में स्टेशन बनाए जाएंगे। स्थानीय लोग इन स्टेशनों के आसपास होटल, ढाबे, रेस्तरां और अन्य दुकानें बनाकर काम कर सकेंगे।
बहराइच-खलीलाबाद रेलवे ट्रैक पर पुल
रूट पर भी 9 ओवरब्रिज, 16 क्रॉसिंग, 32 बड़े पुल, 86 छोटे पुल और 132 अंडरपास बनाए जाएंगे। रेलवे लाइन का निर्माण उत्तर प्रदेश में व्यापार और परिवहन के नए अवसर पैदा करेगा और क्षेत्रीय आधारभूत संरचना को मजबूत करेगा। स्थानीय लोगों को इस परियोजना से जुड़े गांवों में नौकरी मिलने की संभावना है और इससे सामाजिक और आर्थिक सुधार होगा।