MP में नई रेल लाइन बिछाने के लिए 59 गांवों की जमीन अधिग्रहण करेगी सरकार, 18,036 करोड़ रुपए खर्च होंगे
MP News : इंदौर-मनमाड़ रेलवे लाइन को लेकर रेलवे मंत्रालय और प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) पूरी तरह से गंभीर है। इस परियोजना की निगरानी खुद PMO और रेलवे मंत्रालय कर रहे हैं। अफसरों की एक विशेष टीम प्रोजेक्ट प्रोग्रेस पर लगातार रिपोर्ट तैयार कर रही है, जिससे काम में तेजी लाई जा सके।

Indore-Manmad Railway Line: इंदौर-मनमाड़ रेलवे लाइन को लेकर रेलवे मंत्रालय, प्रधानमंत्री कार्यालय और रेलवे मंत्रालय दोनों चिंतित हैं। रेलवे मंत्रालय और पीएमओ खुद इस कार्य की निगरानी कर रहे हैं। इसके लिए अफसरों की टीम निरंतर रिपोर्ट बनाती है। इस रेलवे परियोजना के लिए भी जमीन अधिग्रहण के आदेश जारी हो चुके हैं। इंदौर जिले में किसानों की जमीन ली जानी शुरू हो गई है। इंदौर सांसद शंकर लालवानी भी लगातार इस रेलवे लाइन पर चर्चा कर रहे हैं।
इंदौर से मनमाड़ के बीच चलने वाली 309 किमी की रेलवे लाइन
इंदौर-मनाड़ रेलवे लाइन प्रोजेक्ट के तहत मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के कुल 13 जिलों की भूमि का अधिग्रहण होना है। इंदौर से सटे महू के गांवों में जमीन अधिग्रहण करने के लिए अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। यह भी सूचित किया गया है। रेलवे लाइन इंदौर से मनमाड़ के बीच 309 किमी है। ये लाइन बनने से इंदौर मुंबई से सीधा जुड़ जाएगा। इस परियोजना पर 18,036 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस निवेश को मंजूरी मिल चुकी है।
मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में जमीन अधिग्रहण शुरू
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि इंदौर-मनमाड़ रेलवे प्रोजेक्ट में मध्य प्रदेश की सीमा में करीब 170 किमी की लाइन आ रही है। मध्यप्रदेश में किसानों को लगभग 900 हेक्टेयर जमीन दी जानी है। मध्य प्रदेश में 18 स्टेशन बनेंगे। इनमें महू, केलोद, कमदपुर, झाड़ी बरोदा शामिल हैं। इसके अलावा इंदौर और धुलिया जिले के कुल 59 गांवों की जमीन अधिग्रहण किया जाना है। भूमि अधिग्रहण के लिए इंदौर जिले के 22 गांवों और धुलिया जिले के 37 गांवों को चुना गया है।
इंदौर और आदिवासी क्षेत्रों को लाभ
इंदौर-मनमाड़ रेलवे लाइन का काम पूरा होने पर शुरू में इस पर एक तरफ से 16 यात्री ट्रेनें चलेंगी। इसके बाद ट्रेनों की संख्या निरंतर बढ़ेगी। मुख्य बात यह है कि इस रेलवे लाइन के निर्माण से इंदौर की दूरी 568 किमी से 830 किमी कम हो जाएगी। मध्यप्रदेश के आदिवासी क्षेत्रों को अभी तक धार, खरगोन और बड़वानी रेलवे से नहीं मिलता है, लेकिन इस रेलवे लाइन के शुरू होने से इन जिलों के लोगों को रेल सुविधा मिलेगी। इंदौर से सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि यह परियोजना एक महत्वाकांक्षी है। इस रेलवे लाइन की स्थापना से इंदौर का औद्योगिक विकास तेजी से होगा। धार, खरगोन और बड़वानी जिलों का भाग्य भी सुधरेगा।
एक हजार गांवों में रहने वाले 30 लाख लोगों को रेल सुविधा
रतलाम रेल मंडल के पीआरओ खेमराज मीणा ने कहा, "इंदौर मनमाड़ रेल प्रोजेक्ट के तहत धार, खरगोन, बड़वानी जिले की आदिवासी अंचल से पहली बार रेल लाइन गुजरेगी। इंदौर मनमाड़ रेल प्रोजेक्ट में इंदौर से मनमाड़, महाराष्ट्र तक एक 309 किलोमीटर की रेल लाइन बनाई जाएगी। 30 लाख लोग, 1000 गांवों में रहते हैं, इस योजना से सीधे लाभ उठाएंगे। इस रेल लाइन के लिए इंदौर और धुलिया जिले के 59 गांवों की जमीन अधिग्रहण की अनुमति दी गई है।