पंजाब के इन दो जिलों की बीच बनेगा हाईवे, 3 जिलों के 36 गांवों से होकर निकलेगा रास्ता
ludhiana bathinda ajmer expressway: भारत में सड़क परिवहन को तेज और सुगम बनाने के लिए हाईवे नेटवर्क को लगातार विस्तार दिया जा रहा है। इन हाईवे परियोजनाओं का उद्देश्य न केवल यात्रा के समय को कम करना है, बल्कि आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देना है।

The Chopal : भूमि अधिग्रहण के मुद्दों के कारण रुके हुए लुधियाना-बठिंडा हाईवे परियोजना का काम फिर से शुरू हो गया है। ये राजमार्ग परियोजना तीन जिलों के 36 गांवों से गुजरेगा। इसके बनने से यात्रियों को ट्रैफिक की परेशानी से राहत मिलेगी और यात्रा का समय भी कम होगा। आइए जानते हैं।
आज हम सभी को देश को जोड़ने वाले हाईवे की जरूरत है। यात्रा का समय कम करने के लिए देश भर में कई अच्छे हाईवे बनाए गए हैं. इसलिए, लुधियाना-बठिंडा हाईवे योजना का काम फिर से शुरू हो गया है, जो लंबे समय से रुका हुआ था। स्थानीय लोग इस परियोजना का काम फिर से शुरू होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। ध्यान दें कि पिछले साल भूमि अधिग्रहण के मुद्दों के कारण इस हाईवे का काम बंद था. हाल ही में, नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने फिर से हाईवे का निर्माण शुरू किया है। NHAI का पांचवा सबसे बड़ा निर्माण 75.54 किमी लंबा छह लेन वाला ग्रीनफील्ड हाईवे है। आइए जानते हैं इस हाईवे की विशेषताएं।
36 गांवों से गुजरेगा लुधियाना-बठिंडा राजमार्ग
पहले, लुधियाना-बठिंडा हाईवे का पहला हिस्सा 30.3 किमी लंबा होगा, जबकि दूसरा हिस्सा 45.243 किमी लंबा होगा। लुधियाना से बठिंडा जाने वाले लोगों को इससे काफी राहत मिलेगी। इससे व्यापार और पर्यटन में वृद्धि की उम्मीद है। यात्री का सफर हाईवे के कारण कम समय में पूरा होगा। इससे भी ट्रैफिक कम होगा।
आपको बता दें कि नया लुधियाना-बठिंडा राजमार्ग तीन जिलों के 36 गांवों को पार करेगा। रोड लुधियाना और रायकोट तहसीलों, बरनाला और तपा तहसीलों और बठिंडा जिले की रामपुरा फूल तहसील के 36 गांवों से गुजरेगा। ऐसे में हाईवे शुरू होने के बाद इन गांवों के लोगों को बहुत फायदा होगा।
लुधियाना-बठिंडा हाईवे के अलावा, दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेस वे का काम भी तेजी से चल रहा है। जो 670 किलोमीटर लंबा है और चार लेन का है। हरियाणा, पंजाब और जम्मू के माध्यम से यह एक्सप्रेस वे दिल्ली के पास बहादुरगढ़ सीमा को कटरा से जोड़ेगा। दिल्ली-कटरा की दूरी वर्तमान में 727 किमी है, लेकिन एक्सप्रेस वे के बनने से दूरी 588 किमी कम हो जाएगी और यात्रा का समय 14 घंटे से घटकर 6 घंटे हो जाएगा। इससे दिल्ली से अमृतसर की दूरी 405 किमी होगी और यात्रा 8 घंटे से 4 घंटे कम हो जाएगी।