राजस्थान में नई रेल लाइन को मिली मंजूरी, शुरू होगा सर्वे, ये जिला पहली बार रेलवे से जुड़ेगा
Rajasthan News : राजस्थान में रेल संपर्क को सुदृढ़ करने के लिए भारतीय रेलवे द्वारा लगातार नई लाइनों के निर्माण के लिए पर बड़े स्तर पर काम किया जा रहा है। इसका उद्देश्य राज्य के दूर-दराज़ क्षेत्रों को मुख्य रेल नेटवर्क से जोड़ना, यात्रा को तेज़ और सुरक्षित बनाना, और आर्थिक व औद्योगिक विकास को गति देना है।

Rajasthan New Railway Line: रेलवे राजस्थान में अपना संपर्क बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। रेलवे ने इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए नई लाइनें बनाने, दोहरीकरण करने, गेजों को बदलने और विद्युतीकरण करने का काम किया है। रेलवे ने नए क्षेत्रों को जोड़ने के लिए नई लाइनों का निर्माण करने के लिए सर्वें के कार्यों को मंजूरी दी जा रही है। 9 जून 2025 को, केंद्र सरकार ने मारवाड बागरा (जालोर)-सिरोही-स्वरू पगंज (96 किलोमीटर) नई रेल लाइन के अंतिम लोकेशन सर्वे को मंजूरी दी, जो राजस्थान के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में रेल संपर्क को मजबूत करेगा।
रेल नेटवर्क से पहली बार प्रत्यक्ष और कारगर कनेक्टिविटी
जालोर समदड़ी-भीलड़ी-गांधीधाम रेलवे लाइन पर स्थित एक महत्वपूर्ण राजस्थानी शहर है। सिरोही जिला है, जो दिल्ली, अजमेर, आबूरोड़ और अहमदाबाद के पास है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सिरोही जिला मुख्यालय को देश के रेल नेटवर्क से जोड़ने के इस ऐतिहासिक कदम की घोषणा करते हुए कहा, “सिरोही को रेल से जोड़ना जरूरी है। इस लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा किया गया है। सिरोही, राजस्थान के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र, को इस परियोजना के माध्यम से भारतीय रेल नेटवर्क से पहली बार प्रत्यक्ष और कारगर कनेक्टिविटी मिलेगी।
कृषि और खनन क्षेत्रों को लाभ
इस लाइन के निर्माण से क्षेत्र में आर्थिक वृद्धि होगी। क्षेत्रवासियों को राजस्थान के प्रमुख शहरों और दिल्ली, अहमदाबाद और मुम्बई जैसे बड़े शहरों से रेल संपर्क की सुविधा मिलेगी। यह सीमावर्ती क्षेत्रों से यात्रियों और माल के परिवहन के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीतिक लिंक होगा। इससे आर्थिक, व्यापारिक और औद्योगिक लाभ मिलेंगे, साथ ही सीमेंट, खाद्यान्न और उर्वरक, संगमरमर, ग्रेनाइट और अन्य व्यापारिक वस्तुओं का प्रभावी ढंग से परिवहन भी होगा। क्षेत्र के औद्योगिक केंद्रों और मंडियों से सीधा संपर्क, जिससे व्यावसायिक कार्य तेज होंगे कृषि और खनन क्षेत्रों को लाभ मिलेगा। सिरोही में सीमेंट उत्पादकों को परिवहन सुविधा मिलेगी। पश्चिमी डीएफसी मार्ग से समदड़ी और सीमावर्ती शहर मुनाबाव जैसे स्थानों से आने वाले लोगों को बेहतर संपर्क मिलेगा और मुम्बई तक बेहतर रेल संपर्क होगा।