UP के 27 गांवों से जमीन लेकर बनेगा नया रिंग रोड, 15.7 किमी होगी लंबाई, ट्रैफिक का बोझ घटेगा

TheChopal, Azamgarh: उत्तर प्रदेश के अलग-अलग शहरों में नई रिंग रोड के निर्माण कार्य किया जा रहे हैं. इसी कड़ी में जिले को जल्द ही भारी ट्रैफिक जाम से छुटकारा मिलने वाला है. जिले में बढ़ते जाम की समस्या को देखते हुए सरकार ने एक बड़ी राहत दी है। जिले में रिंग रोड बनाने की योजना को मंजूरी मिल गई है। यह रिंग रोड 15.7 किलोमीटर लंबा होगा और 13 गांवों से होकर गुजरेगा। इस परियोजना के लिए 27 गांवों के किसानों की करीब 91.40 हेक्टेयर ज़मीन ली जा रही है.
जिससे ट्रैफिक का बोझ कम होगा
जिसका काम नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने शुरू कर दिया है। यह योजना मई महीने में सरकार से पास हुई थी। अब इसका डीपीआरभी तैयार किया जा रहा है और जमीन अधिग्रहण का काम तेजी से चल रहा है। रिंग रोड बन जाने से शहर में जाम की परेशानी कम होगी और बाहर से आने वाले वाहनों को शहर में घुसने की जरूरत नहीं पड़ेगी, जिससे ट्रैफिक का बोझ कम होगा।
रिंग रोड का रास्ता कैसे होगा?
रिंग रोड की शुरुआत सेमरहा (रानी की सराय) गांव के पास वाराणसी-लुंबिनी हाईवे (NH-233) से होगी। यह रास्ता बैठौली बाईपास से होते हुए उकरौड़ा गांव (पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के पास) तक जाएगा। यह मार्ग प्रयागराज-दोहरीघाट-गोरखपुर रोड को जोड़ेगा। इसके साथ ही आजमगढ़ शहर के पूर्वी हिस्से में मौजूद बाईपास को भी फोरलेन और मज़बूत बनाया जाएगा। इसके लिए सर्वे पहले ही पूरा हो चुका है और अब निर्माण शुरू होने की तैयारी है।
क्या होगा फायदा?
इस रिंग रोड परियोजना से स्थानीय लोगों को काफी राहत मिलेगी। न केवल जाम से छुटकारा मिलेगा, बल्कि व्यापार और क्षेत्र के विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। जिले में लोग इस परियोजना को लेकर काफी उत्साहित हैं।