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पूर्वांचल एक्सप्रेस से जुड़ने वाले इस फोरलाइन का प्लान हुआ था स्थगित, NHAI पटना योजना बदली

UP Purvanchal Expressway Update : अब बिहार-पटना एनएच 922 को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए बनाया गया नया फोरलेन नहीं बनाया जाएगा। NHAI पटना ने इसे भरौली तक बनने वाले ग्रीन फील्ड से जोड़ने की योजना बनाई है। राष्ट्रीय राजमार्ग को ग्रीन फील्ड से जोड़ने के लिए बलिया के भरौली और बिहार के बक्सर के बीच एक अतिरिक्त पुल बनाया जाएगा।
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पूर्वांचल एक्सप्रेस से जुड़ने वाले इस फोरलाइन का प्लान हुआ था स्थगित, NHAI पटना योजना बदली

The Chopal (UP News) : अब बिहार-पटना एनएच 922 को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए 17 किमी का प्रस्तावित नया फोरलेन नहीं बनाया जाएगा। NHAI पटना ने इसे भरौली तक बनने वाले ग्रीन फील्ड से जोड़ने की योजना बनाई है।

राष्ट्रीय राजमार्ग को ग्रीन फील्ड से जोड़ने के लिए बलिया के भरौली और बिहार के बक्सर के बीच एक अतिरिक्त पुल बनाया जाएगा। नया फोरलेन न बनाने से दोनों जिलों के किसानों को अतिक्रमण से बचाया जाएगा। योजना थी कि बिहार के पटना-आरा-बक्सर नेशनल हाईवे 922 को राज्य के हैदरिया में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़कर सड़क यातायात को आसान बनाया जाएगा। इसके लिए बिहार के बक्सर और बलिया जिले के भरौली गोलंबर के माध्यम से फोरलेन बनाने का सर्वे किया गया था।

NHAI पटना की देखरेख में बनने वाली इस सड़क के लिए किसानों की जमीन का प्रारंभिक अधिग्रहण भी हुआ था। किसानों से आठ फरवरी तक आपत्ति मांगी गई थी। थ्री डी प्रकाशित होना था, लेकिन NHAI ने योजना बदल दी है। इस नए फोरलेन का निर्माण नहीं होगा।

अब बक्सर-भरौली के बीच एक नया पुल बनाया जाएगा. यह करीमुद्दीनपुर से भरौली तक चलने वाले 17 किमी ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे को पटना एनएच 922 से जोड़ेगा. पुल पुराने पुल के बगल में बनाया जाएगा। पटना एनएचएआई ने इस फोरलेन हाईवे के लिए शुरू की गई जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया को रोक दिया है।

पटना एनएचएआई के एक अधिकारी ने बताया कि सरकार की इच्छा है कि पटना-आरा-बक्सर हाईवे को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ दिया जाए। NHAI आजमगढ़ से बिहार के बक्सर को जोडने के लिए करीमुद्दीनपुर से भरौली ग्रीन फील्ड का काम तेजी से चल रहा है। सिर्फ गंगा पर एक और पुल बनाना चाहिए। विभाग ने एक नई परियोजना शुरू की है।

इन घटनाओं से बाहर निकलना था फोरलेन

सुरनी, खोरनपुर, चकबाला, गिरधरिया, मच्छटी, ताल गंभीरियां, ताल सरहदा, भेलमपुर उर्फ पंडितपुरा, बरौनी माफी लोचाइन, कनुआन, धनेठा, मांचा, चकभिक्खू, बरौनी माफी दहीनवर आदि स्थानों से गुजरना पड़ा।

इन गांवों से फोरलेन से गुजरना था

इसमें बलिया के रामगढ़, कुहकुमपट्टी, उजियार, भरौली, गंगबरार, चिंतामनपट्टी, कुर्मीडीह, कठफारी, भरौली खास मौजा की जमीन शामिल थी। एनएचएआई ने इसलिए इन किसानों की जमीन खरीद-फरोख्त पर प्रतिबंध लगाया था।

एनएच-31 पहले से भरौली-बक्सर को जोड़ रहा है, चौड़ाई बढ़ाने की जरूरत

गाजीपुर-बलिया-मांझीघाट एनएच-31 को भरौली तक हैदरिया के पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ता है। रेलवे स्टेशन से भरौली की दूरी सिर्फ 19 किमी है। लेकिन हाईवे की चौड़ाई कम होने से हर दिन जाम होता है। दैनिक रूप से बंगाल और बिहार से होते हुए पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर कई किमी जाम रहता है। भरौली में नवनिर्मित पुल से वाहनों की संख्या बढ़ी है।

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