The Chopal

चोरी का प्लान सुन निकल जाएगी आपके पैरों तले जमीन, साढ़े 17 घंटे की वारदात की जाने पूरी कहानी

Delhi News: दिल्ली पुलिस लोकेश के साथी शिवा चंद्रवंशी को भी दिल्ली की सबसे बड़ी चोरी में आरोपी मान रही है। शिवा और लोकेश दिल्ली शोरूम में एक रेकी पर गए थे। दिल्ली पुलिस ने चोरी के मास्टरमाइंंड लोकेश को ट्रांजिट रिमांड नहीं दिया है। नीचे खबर में इस साढ़े 17 घंटे की सबसे बड़ी चोरी की पूरी कहानी पढ़ें..
 
   Follow Us On   follow Us on
Hearing the plan of theft, the ground will go out from under your feet, know the full story of the incident that took 17 and a half hours.

The Chopal - दिल्ली पुलिस भी लोकेश के साथी शिवा चंद्रवंशी को दिल्ली की सबसे बड़ी चोरी में आरोपी मान रही है। शिवा और लोकेश दिल्ली शोरूम में एक रेकी पर गए थे। दिल्ली पुलिस ने चोरी के मास्टरमाइंड लोकेश को ट्रांजिट रिमांड नहीं दिया है। यही कारण है कि दिल्ली की सबसे चोरी की परते को खुलने में अभी कई दिनों का समय लगेगा। तेलंगाना पुलिस ने लोकेश के तीसरे साथी लोकेश राव को भी गिरफ्तार कर लिया है। लोकेश राव ही मुख्य आरोपी था। 

दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि लोकेश श्रीवास चोरी के एक मामले में छत्तीसगढ़ से फरार था। छत्तीसगढ़ पुलिस उसका पूरी सरगर्मी से तलाश कर रही थी। ये छिपने के लिए दिल्ली आ गया था। हालांकि दिल्ली में बड़ी चोरी करने की मंशा भी इसके दिमाग में थी। ये दिल्ली में सबसे पहले चांदनी चौक गया।ये दोनों नौ सितंबर को वहां गए थे। यहां पर इन्होंने काफी देर तक रैकी की।

ये भी पढ़ें - कर्जदारों के लिए RBI ने दी बहुत बड़ी राहत, जल्दी लागू होने वाले हैं यह नियम 

इसके बाद छत्तीसगढ़ चले गए। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, मुख्य आरोपी लोकेश रेकी करने के लिए दो-तीन बार दिल्ली आया था। पूछताछ में उसने बताया कि उसने यू-ट्यूब देखकर ये पता लगाया था कि शोरूम कब बंद रहता है। यहां काफी देर तक घूमता रहा। यहां उसे लगा कि जूलरी शोरूम में वारदात करना आसान नहीं है। इसके बाद इसने यहां किसी से दिल्ली में बड़े व सस्ते शोरूम के बारे में पूछा। तब उसे जंगपुरा स्थित उमराव सिंह शोरूम के बारे में पता चला। इसके बाद ये शिवा के साथ जंगपुरा पहुंचा।

ये भी पढ़ें - जमीन खरीददार जान ले कितने वक्त रहेगी तेजी, वरना फंस सकता है आपका पैसा 

यह कितना बड़ा है और यहां कितनी भीड़ रहती है। वारदात वाले दिन यानि 24 सितंबर को वह दिल्ली आया और इसने शोरूम की रेकी की। इसके बाद वह पुरानी दिल्ली गया। उसने पुरानी दिल्ली से औजार खरीदे और रात नौ बजे शोरूम के पास पहुंचा। यहां पर रात 11.45 बजे तक घूमता रहा। रात 11.45 बजे वह शोरूम की बगल वाली इमारत में घुसा। इमारत में घुसता हुआ वह सीसीटीवी कैमरों में कैद हुआ है।

ये भी पढ़ें - Delhi के इस एरिया से नहीं गुजरेगी कोई सड़क, कमेटी ने खारिज कर दिया प्रस्ताव 

यह रहा समूचा घटनाक्रम -

9 सितंबर- पहली बार शिवा के साथ रेकी करने दिल्ली आया।
14 सितंबर- रेकी करने दिल्ली आया।
16 सितंबर- आखिरी बार फिर रेकी करने अकेला आया।
24 सितंबर- वारदात करने दिल्ली आया और सुबह नौ बजे उमराव सिंह शोरूम पहुंच गया।
24 सितंबर- रेकी करने के बाद पुरानी दिल्ली व चांदनी चौक चला गया। यहां से रात 9 बजे फिर शोरूम पहुंचा।
24 सितंबर-रात 9-11.45 बजे तक शोरूम के आसपास रेकी करता रहा। रात 11.45 बजे शोरूम में घुसा था।
25 सितंबर-करीब साढ़े 17 घंटे अंदर रहने के बाद शाम 7.30 बजे गहने लेकर शोरूम से बाहर निकला।