UP में योगी सरकार दी रिंग रोड को मंजूरी, इस जिले में 27 गांवों की जमीन अधिग्रहण कर बनेगा

UP News : उत्तर प्रदेश की इस जिले के 27 गांव से होकर एक रिंग रोड गुजरने वाला है जिस जिले में जाम की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा. रोड इंफ्रास्ट्रक्चर का कोई भी प्रोजेक्ट जहां से होकर निकलता है वहां जमीनों की कीमतों में बढ़ोतरी होना तय है. जमीनों में कीमतों में उछाल के अलावा रोजगार के नए अफसर भी पैदा होते हैं.

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UP में योगी सरकार दी रिंग रोड को मंजूरी, इस जिले में 27 गांवों की जमीन अधिग्रहण कर बनेगा

Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर के बढ़ते प्रभाव को बहुत सही तरीके से रेखांकित किया है। जब किसी क्षेत्र से रिंग रोड या एक्सप्रेसवे जैसी बड़ी सड़क परियोजना गुजरती है, तो वहां के आवागमन में सुधार, जमीन की कीमतों में उछाल, और रोज़गार व व्यापारिक संभावनाओं में तेज़ी देखी जाती है।

योगी सरकार ने आजमगढ़ में एक रिंग रोड बनाने की अनुमति दी है। रिंग रोड किसानों की जमीन को ले जाएगा और 27 गांवों से गुजरेगा। यह परियोजना जिले में जाम की समस्या को कम करेगी। NHAI अब डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPIR) बनाने में जुटा है, जिसके बाद जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। यह परियोजना जिले की पुरानी जाम की समस्या को कम करने में एक बड़ी भूमिका निभाएगी।

91.3991 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण की जाएगी

आजमगढ़ जिले को जल्द ही एक नई रिंग रोड मिलेगी, जिसे उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने मंजूरी दे दी है। रिंग रोड बनाने की प्रक्रिया काफी समय से चल रही थी, क्योंकि शहर में जाम की समस्या थी। शासन ने रानी की सराय सेमरहा अंडरपास से गोरखपुर-दोहरीघाट रोड पर पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निकट उकरौड़ा तक 15.7 किमी लंबी रिंग रोड बनाने की अनुमति दी है। इसके लिए 27 गांवों में रहने वाले किसानों से 91.3991 हेक्टेयर जमीन ली जाएगी। NHAI (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) अब डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने में व्यस्त है। यह नई रिंग रोड निश्चित रूप से आजमगढ़ में यातायात को सुगम बनाने में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।

डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट पर तैयारी

प्रयागराज-मुंगरा बादशाहपुर-जौनपुर, आजमगढ़ दोहरीघाट राजमार्ग के अंतर्गत आजमगढ़ बाईपास (शहर के पूर्वी भाग में) को फोरलेन और सुदृढ़ीकरण का कार्य प्रस्तावित था. निर्माण की अनुमति मिलने के बाद डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाई जा रही है। रिंग रोड वाराणसी-लुंबिनी एनएच-233 के सेमरहा रानी की सराय गांव के पास किमी-218.800 से शुरू होकर बैठौली बाईपास होते हुए प्रयागराज-दोहरीघाट-गोरखपुर मार्ग पर पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के 247.850 किमी पर उकरौड़ा के समीप मिलेगा।

भूमि अधिग्रहण

इस रिंग रोड के निर्माण के लिए 27 गांवों के किसानों की 91.3991 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। इनमें सेमरहा, खैरपुर जगजीवन, मोलनापुर माफी, ऊंचा गांव, तमौली, जिरिकपुर, अबू सईदपुर, सरायशादी, गौरडीह आइमा, गौरडीह खालसा, बेलनाडीह, चकदुबे, हेंगापुर, बजहूद्दीनपुर, बिहरोजपुर, छित्तमपुर, बैठौली, शाहगढ़, दौलतपुर, बद्दोपुर, अईनिया, लोहरैया, शेखपुरा, कोठरा, आहोपट्टी, चंदौका और उकरौड़ा जैसे गांव शामिल हैं।