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UP में गर्मियों के मौसम में नहीं रहेगी अब बिजली की कमी, सरकार करने जा रही ये बड़ा काम

UP News : यूपी के कभी नक्सलियों से घिरे हुए इलाकों में अब सुधार होगा। सोनभद्र, मिर्जापुर और चंदौली के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों को विद्युत हब बनाया जाएगा। लखनऊ में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में भाग लेने के लिए 22 जिले के निवेशकों को आमंत्रित किया गया है। प्रधानमंत्री की मौजूदगी में भूमिपूजन के समारोह में वह साक्षी बनेंगे।

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UP में गर्मियों के मौसम में नहीं रहेगी अब बिजली की कमी, सरकार करने जा रही ये बड़ा काम

Uttar Pradesh : इन क्षेत्रों में पंप स्टोरेज पर आधारित बिजली उत्पादन की आठ इकाइयां स्थापित होंगी। 67 हजार करोड़ रुपये के निवेश से इन इकाइयों से 13 हजार से अधिक मेगावाट बिजली उत्पादित होगी, जिससे देश-प्रदेश के कई बड़े शहर रोशन होंगे। यही नहीं, इन परियोजनाओं की शुरुआत से हजारों लोगों को नौकरी मिलेगी।

यूपी सरकार की ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में ऊर्जा क्षेत्र में बड़ा निवेश होने वाला है, जो राज्य को देश का ग्रोथ इंजन बनाने की कोशिश करेगा। निवेशकों ने बिजली बनाने वाली इकाइयां बनाने के लिए पूर्वांचल के उन जिलों को चुना है जो लंबे समय से विकास के मानकों पर पीछे रहे हैं। इस कमजोरी के कारण ही इन इलाकों में नक्सलवाद फैल गया। नक्सलियों का गढ़ रह चुके इन इलाकों को बदलने के लिए वहां विकास की इबारत लिखने की प्रक्रिया जारी है। निवेशकों से मदद ली जा रही है।

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सोन, कनहर, कर्मनाशा नदी और इन पर बने बांधों पर पंप स्टोरेज वाली बिजली परियोजनाओं के निर्माण में 67 हजार करोड़ का निवेश आवश्यक है। अब इसे धरातल पर उतारने की तैयारी है, जिसमें जमीन चिह्नांकन, विभिन्न विभागों की एनओसी और जल आवंटन शामिल हैं। इनका शिलान्यास 19 फरवरी को ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में लखनऊ में किया जाएगा।

ग्रीन और क्लीन ऊर्जा स्रोत

सोन नदी पर आधारित पंप स्टोरेज प्लांट भी पर्यावरण अनुकूल है। नदी से पानी लेकर इस परियोजना में ऊपरी रिजरवायर में भंडारित किया जाएगा। इसके बाद आवश्यकतानुसार पानी को निचले रिजरवायर में ले जाकर बिजली बनाई जाएगी। यह तापीय परियोजनाओं की तरह प्रदूषित नहीं होता।

जिला यह कंपनियां करेंगी निवेश पावर प्लांट की क्षमता निवेश राशि (करोड़ रुपये में)
सोनभद्र: ग्रीनको ग्रुप 3660 17181
सोनभद्र: जेएसडब्ल्यू नियो 1200 5530
सोनभद्र: टोरंट पावर (दो इकाई) 4150 23000
सोनभद्र: अबाडा बैट्री: 1120: 6119
सोनभद्र: अमूरा ग्रुप: 1620: 7374
मिर्जापुर-चंदौली: एसीएमई ग्रुप (दो इकाई): 2620: 6551

सभी परियोजनाएं दस करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली हैं। ग्रीनको ग्रुप से अनिल कुमार, टोरंट पॉवर से निसर्ग सिंह, अमूरा इंफ्राटेक से ए. बाबू, अबाडा वाटर बैट्री से अंगुष्मान रुद्र, जेएसडब्ल्यू से प्रवीन पुरी, एनटीपीसी से प्रवीण सक्सेना, आरईसी से डीके गुप्ता, काशी विश्वनाथ डेयरी से रीना देवी, एनएमएस मैन्यूफक्चर्स से मिथिलेश सिंह, रंजना डेयरी से रंजना देवी

सोनभद्र का देश की ऊर्जा में सबसे बड़ा योगदान

आज देश की बिजली आवश्यकताओं को पूरा करने में सोनभद्र का बहुत बड़ा योगदान है। यहां से लगभग 20 हजार मेगावाट से अधिक बिजली पिपरी में निर्मित पं. गोविंद बल्लभ पंत सागर (रिहंद जलाशय) से उत्पादित होती है। अकेले 9760 मेगावाट की तीन एनटीपीसी परियोजनाओं से उत्पादन होता है। इसके अलावा, अनपरा, ओबरा, लैंको, रेणुसागर परियोजना यूपी में और रिलायंस, एस्सार के पावर प्लांट एमपी की सीमा में हैं. उत्तर प्रदेश राज्य उत्पादन निगम। यह सभी परियोजनाएं तापीय हैं, लेकिन नई परियोजनाएं पंप स्टोरेज वाली हैं। जिले की 51 परियोजनाओं के माध्यम से ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमेनी में 1.21 लाख करोड़ का निवेश होना है। लखनऊ में 10 करोड़ रुपये से अधिक की 22 परियोजनाओं के निवेशक मुख्य समारोह में भाग लेंगे। शेष योजनाओं का जिलास्तर शिलान्यास करेगा।

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