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उत्तर प्रदेश के ये जिले शराब पीने के मामले में दिल्ली-NCR से आगे, तोड़ दिए सारे रिकॉर्ड

UP Liquor Sale: उत्तर प्रदेश में शराब पीने वालों की संख्या दिल्ली-NCR में सबसे अधिक है. आपको जानकार यकीन नहीं होगा की मेरठ, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद ने शराब बिक्री के मामले में रिकॉर्ड तोड़ा दिया है. पढ़ें पूरी खबर

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उत्तर प्रदेश के ये जिले शराब पीने के मामले में दिल्ली-NCR से आगे, तोड़ दिए सारे रिकॉर्ड

Liquor Sale: उत्तर प्रदेश में शराब पीने वालों की संख्या दिल्ली-NCR में सबसे अधिक है. आपको जानकार यकीन नहीं होगा की मेरठ, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद ने शराब बिक्री के मामले में रिकॉर्ड तोड़ा दिया है उत्तर प्रदेश में शराब शौकीनो ने शराब पीने के  सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। शराब पीने के मामले में उत्तर प्रदेश के लोग दिल्ली एनसीआर से आगे हैं। यूपी में शराब से सरकारी कमाई रिकॉर्ड तोड़ स्तर पर पहुंच गई है. वित्त वर्ष 2023-23 में रिकॉर्ड 46,700 करोड़ रुपये का राजस्व शराब बिक्री से मिला है. पिछले वित्त वर्ष में कमाई का यह आंकड़ा 41,250 करोड़ रुपये था. इसमें बीयर, अंग्रेजी शराब और देसी शराब के पियक्कड़ों में बंपर इजाफा हुआ है.

यूपी में वर्तमान में दिल्ली की तुलना में ज्यादा शराब ब्रांड उपलब्ध हैं. इसमें बीयर, अंग्रेजी शराब और देसी शराब के पियक्कड़ों में बंपर बढ़ोत्तरी हुई है. क्या आप जानते हैं कि बीयर, अंग्रेजी और देसी शराब में कौन-कौन सा जिला टॉप पर आता है.

गौतमबुद्धनगर में शराब के शौकीन

पिछले वर्ष नोएडा में बहुत बड़ी संख्या में लोगों ने शराब पी। आपको बता दे की नोएडा सरकारी खजाने में पिछले वित्तीय वर्ष के सिर्फ 11 महीने में 900 करोड़ रुपये से अधिक का टैक्स पहुंचा। यह योगदान 1 अप्रैल 2023 से 29 फरवरी 2024 तक ही चलेगा। अब आपको पता चल गया है कि बीयर, अंग्रेजी और देसी शराब पीने में कौन सी शराब सर्वोत्तम है।

बीयर पीने के मामले में लखनऊ सबसे आगे, नोएडा दूसरे स्थान पर

यूपी में बीयर की बिक्री की बात करें तो लखनऊ सबसे पहले है। नोएडा दूसरी जगह पर है। 1 अप्रैल 2023 से 29 फरवरी 2024 तक, लखनऊ में लगभग 4.10 करोड़ बीयर कैन बेचे गए। नोएडा में भी चार करोड़ और गााजियाबाद में बाद में तीन करोड़ से अधिक बीयर कैन खरीद लिए गए। उत्तर प्रदेश में 64.25 करोड़ कैन बीयर पिया गया था।  

लखनऊ-नोएडा अंग्रेजी शराब की बिक्री में आपस में टक्कर

लखनऊ, उत्तर प्रदेश की राजधानी, में भी अंग्रेजी शराब की बिक्री रिकॉर्ड स्तर पर रही। गौतमबुद्ध नगर द्वितीय स्थान पर रहा। नोएडा में 1.38 करोड़ से अधिक 750 मिलीलीटर की बोतलें बेची गईं। गाजियाबाद ने विदेशी शराब में तीसरे स्थान पर रहा। शहर में 1,27 करोड़ से अधिक बोतलें बेची गईं। मेरठ मंडल के छह ज़िलों में कुल 4.42 करोड़ बोतल अंग्रेज़ी शराब बेची गई। 27.13 करोड़ बोतल अंग्रेजी शराब यूपी में बेची गई। अकेले मेरठ मंडल के छह जिलों में 4.42 करोड़ बोतल अंग्रेजी शराब की बिकी 

देसी शराब मेरठ मंडल आया दूसरे नंबर पर

पिछले वर्ष उत्तर प्रदेश में 74.15 करोड़ लीटर देसी शराब पी गई। लखनऊ देसी शराब में पहले स्थान पर रहा, जबकि मेरठ मंडल दूसरे स्थान पर रहा। जिलों में गौतमबुद्ध नगर चौथे स्थान पर है, जबकि गाजियाबाद पांचवें स्थान पर है। 1.63 करोड़ लीटर देसी शराब गौतमबुद्ध नगर जिले में बेची गई।

10 % बढ़ाई लाइसेंस फ़ीस

जानकारी के लिए बता दे की प्रदेश सरकार ने अपनी नई आबकारी नीति में शराब और बीयर की दुकानों की लाइसेंस फ़ीस 10 फीसदी बढ़ाई है। 1 अप्रैल से यह बढ़ोतरी लागू हो गई है। अगले वित्तीय वर्ष में सभी ब्रांडों की बिक्री 10% बढ़ जाएगी।
 

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