जमीन के छोटे टुकड़े से लाखों की कमाई करते है ये किसान भाई, सालाना होती है 15 से 18 लाख की इनकम

किसी भी क्षेत्र में कठिन प्रयास कभी व्यर्थ नहीं जाता। रीवा जिले के बेलवा गांव में रहने वाले दो किसान भाई राकेश कुशवाहा और पवन कुशवाहा ने खेती में सफलता हासिल करके इतिहास रच दिया है।
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These farmer brothers earn lakhs from a small piece of land, the annual income is Rs 15 to 18 lakh.

The Chopal - किसी भी क्षेत्र में कठिन प्रयास कभी व्यर्थ नहीं जाता। रीवा जिले के बेलवा गांव में रहने वाले दो किसान भाई राकेश कुशवाहा और पवन कुशवाहा ने खेती में सफलता हासिल करके इतिहास रच दिया है। दोनों को जमीन नहीं है और वे केवल दसवीं तक पढ़े हैं। फिर भी दोनों भाई मिलकर सरकारी नौकरी जैसी कमाई कर रहे है.

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भूमि किराए पर लेकर खेती की

दोनों भाइयों ने गांव के ही लोगों से जमीन किराए पर लेकर खेती करना शुरू किया। 20 एकड़ जमीन लीज पर लेकर गोभी, टमाटर और लौकी की खेती करने लगे। और इससे वह प्रति वर्ष 15 से 18 लाख रुपये कमाता है। किसान राकेश कुशवाहा ने कहा कि खेत की देखरेख और मजदूर पर चार से पांच लाख रुपए खर्च होते हैं। लेकिन एक साल में आसानी से दहाई से बारह लख रुपए बचत हो जाती है।

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टमाटर से लाभ

राकेश ने दो गांवों बेलवा और कठेरी में जमीन किराये पर ली है। 12 एकड़ में गोभी और पांच एकड़ में टमाटर उगा रहे हैं। उन्हें गोभी से 10 से 11 लाख और टमाटर से 5 से 6 लाख रुपये प्रति वर्ष मिल रहे हैं। उन्हें लौकी, खीरा और करेला से भी पैसा मिलता है। लेकिन इस वर्ष टमाटर के बढ़े दाम ने दोनों किसानों को बहुत जल्दी पैसा दिया। किसान परिवार ने पूरे वर्ष टमाटर बेचकर 3 महीने में जितना कमा लिया था उतना ही कमा लिया। 3 महीने में टमाटर बेचकर 5 से 6 लाख रुपये कमाए।

आर्थिक स्थिति बिगड़ गई

किसान परिवार ने खेती से कमाई से न सिर्फ घर बनाया, बल्कि कई कार भी खरीदी। इतना ही नहीं, वे अपनी सब्जी उत्पादन से हर दिन दस से अधिक लोगों को काम देते हैं। दो ट्रैक्टर प्रत्येक। किसान परिवार ने खेती से जुड़े अन्य उपकरण भी खरीद लिए हैं। पूरा दिन किसान परिवार खेत को संवारने में व्यतीत करता है। सुबह उठकर दोनों भाई पूरी लगन से खेती करने लगते हैं। यहां उत्पादित सब्जी रीवा, मनगवा, मऊगंज हनुमाना सब्जी मंडी में जाती है।