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MP में चौड़ा किया जाएगा ये हाईवे, 852 करोड़ होंगे प्रोजेक्ट पर खर्च, कई गांवों में बनेंगे बाईपास

MP News : मध्यप्रदेश में हाल के वर्षों में बुनियादी ढांचे के विकास पर काफी जोर दिया गया है, जिसमें 4 लेन और 6 लेन सड़कों का निर्माण एक महत्वपूर्ण पहल है। ये परियोजनाएं राज्य में कनेक्टिविटी को सुधारने, व्यापार को बढ़ावा देने, और यातायात को सुगम बनाने के लिए शुरू की गई हैं।

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MP में चौड़ा किया जाएगा ये हाईवे, 852 करोड़ होंगे प्रोजेक्ट पर खर्च, कई गांवों में बनेंगे बाईपास

Madhya Pradesh News : मध्य प्रदेश में कई चार और छह लेन के पुल बनाए जा रहे हैं। इनमें कई अंतरराज्यीय सड़कों को संकरी सड़कों से चौड़ी सड़कों में बदल दिया गया है। साथ ही, नेशनल हाईवे 543 का चित्र भी बदल रहा है। दो राज्यों को जोड़नेवाला राष्ट्रीय राजमार्ग भी बढ़ाया जा रहा है। केंद्रीय सरकार ने मध्य प्रदेश से गुजरनेवाले इस राष्ट्रीय राजमार्ग के शहडोल सागरटोला भाग को दो लेन में अपग्रेड करने की अनुमति दी है, जिसमें पेव्ड शोल्डर शामिल है। 852 करोड़ रुपए की इस परियोजना को जल्द ही पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। हालाँकि, नेशनल हाईवे 543 को अपग्रेड करने में अनेक बाधाएं हैं। 

एमपी के लोगों के लिए सड़कों पर जाना बहुत आसान हो जाएगा

प्रोजेक्ट के लिए बहुत से किसानों की जमीनें ली गईं, जिनमें से बहुत से लोग अभी भी मुआवजा के लिए परेशान हैं। यहाँ आम लोग इस काम के जल्द ही पूरा होने की उम्मीद कर रहे हैं। नेशनल हाईवे 543 को बढ़ाने से महाराष्ट्र और एमपी के लोगों के लिए सड़कों पर जाना बहुत आसान हो जाएगा। 2024 में, केंद्र सरकार ने मध्य प्रदेश को कई नए सड़क निर्माण की अनुमति दी, जो एक बड़ी सौगात थी। इनमें राष्ट्रीय राजमार्ग 543 को विकसित करने का काम भी है। केंद्र सरकार ने इसके लिए भी करोड़ों रुपये मंजूर किए हैं। प्रदेश का राष्ट्रीय राजमार्ग, शहडोल सागरटोला खंड, पेव्ड शोल्डर के साथ दो लेन में अपग्रेड किया जाएगा।

852 करोड़ रुपये का अनुदान

केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने राष्ट्रीय राजमार्ग 543 के शहडोल सागरटोला खंड को 2 लेन में अपग्रेड करने के लिए 852 करोड़ रुपये का अनुदान दिया है। मध्यप्रदेश के आदिवासी बाहुल्य जिले इससे सबसे अधिक लाभ उठाएंगे। यह परियोजना मंडला, डिंडोरी और शहडोल को सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। इसके साथ ही कोयला और कृषि उत्पादों को इन क्षेत्रों से आसानी से लाया जा सकेगा।

शहडोल, डिंडोरी और मंडला अभी भी राज्य के पिछड़े क्षेत्रों में गिना जाता है। तीनों आदिवासी जिलों का सामाजिक और आर्थिक विकास इस परियोजना से होगा। यहां राष्ट्रीय राजमार्ग 543 चैड़ा होने से यातायात सुगम होगा। भीड़भाड़ वाले कस्बों और गांवों में बाईपास भी बनाए जाएंगे। रिअलाइनमेंट के प्रावधान से कार बाइक सरपट भाग सकेंगी, जिससे घाटों और नदियों में सुधार किया जाएगा।

ध्यान दें कि मध्यप्रदेश के शहडोल से महाराष्ट्र के ब्रंहपुरी तक नेशनल हाइवे 543 चलता है। इसमें मध्यप्रदेश के शहडोल से सागर टोला तक 75 किलोमीटर की सड़क और मंडला से बालाघाट तक 134 किलोमीटर की सड़क बनाने का प्रस्ताव है। शहडोल से बालाघाट तक कुल 302 किलोमीटर लंबी नेशनल हाइवे 543 बनाया जाएगा। शहडोल से सागर टोला योजना और डिंडोरी से मंडला तक बालाघाट योजना अलग-अलग हैं।

नेशनल हाईवे 543 की चौड़ीकरण भी कई समस्याओं का कारण बन गई है। इसके लिए बालाघाट जिले में कई किसानों की जमीन ली गई है। इनमें से बहुत से किसानों को अभी तक मुआवजा राशि नहीं मिली है। ऐसे ही एक किसान ने मंगलवार को बालाघाट कलेक्टर मृणाल मीना की जनसुनवाई में शिकायत की। कलेक्टर को खुरसोड़ी गांव के रोमन नगपुरे ने बताया कि कई बार चक्कर लगाने के बाद भी उन्हें मुआवजा नहीं मिला। इसके बाद, कलेक्टर मृणाल मीना ने किसान को मुआवजा राशि का भुगतान करने का आदेश दिया।