हरियाणा के इन 14 जिलों के वाहनों को नहीं मिलेगा डीजल-पेट्रोल, फैसले के बाद लोगों में बेचैनी
Haryana NCR districts: हरियाणा में वाहन चालकों के लिए महत्वपूर्ण सूचना सामने आई है. हरियाणा के 14 जिलों में 27 लाख 50 हजार वाहन चालकों को झटका लगने वाला है. इन वाहनों को इस महीने से ही पेट्रोल डीजल नहीं दिया जाएगा. इस फैसले के बाद लोगों में बेचैनी का आलम बना हुआ है.

Haryana Transport Regulations: हरियाणा में वाहन चालकों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण सूचना सामने आई है। राज्य के 14 जिलों के 27 लाख 50 हजार वाहन चालकों को इस महीने से झटका लगने वाला है, क्योंकि इन वाहनों को पेट्रोल और डीजल नहीं दिया जाएगा। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में पड़ने वाले हरियाणा के 14 जिलों में 27 लाख पच्चीस हजार वाहन चलन की अवधि पूरी कर चुके हैं। गुरुग्राम, फरीदाबाद और सोनीपत में लगभग 70% वाहन चलन से बाहर हो गए हैं। एनसीआर में पड़ने वाले हरियाणा के बाकी 11 जिलों में लगभग 30 प्रतिशत वाहन पुराने हैं, लेकिन चालक उन्हें चलाते हैं।
नवंबर से ईंधन उपलब्ध नहीं होगा
ऐसे वाहन न केवल एनसीआर के विभिन्न जिलों में चल रहे हैं, बल्कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली तक भी चल रहे हैं। केंद्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने कहा कि यह वाहन एनसीआर में वायु प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण हैं। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने नवंबर से राज्य सरकार को इन वाहनों को ईंधन नहीं देने का आदेश दिया है।
हरियाणा राज्य के 14 जिले एनसीआर में हैं
एनसीआर में हरियाणा के 22 जिलों में से 14 जिले शामिल हैं। हरियाणा सरकार ने कई बार केंद्र सरकार से एनसीआर का दायरा कम करने की मांग की है, लेकिन राज्य का प्रस्ताव अभी तक मंजूर नहीं हुआ है। केंद्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने दिल्ली एनसीआर में डीजल वाले वाहनों के लिए दस वर्ष और पेट्रोल वाले वाहनों के लिए पंद्रह वर्ष की अवधि निर्धारित की है। ताकि प्रदूषण को कम किया जा सके, इस उम्र से अधिक वाले वाहनों का उपयोग बंद कर दिया गया है। हरियाणा सरकार ने जुलाई 2022 में करनाल, जींद, महेंद्रगढ़-नारनौल, चरखी दादरी, भिवानी तथा रोहतक जिले की महम व पानीपत जिले की मतलौडा व पानीपत तहसीलों को एनसीआर के दायरे से बाहर करने संबंधी प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेज रखा है।
अक्टूबर 2025 तक पेट्रोल पंपों पर कैमरे लगाए जाएंगे
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कुल 61 लाख 14 हजार 728 लाख गाड़ियां अपनी उम्र पूरा कर चुकी हैं, जबकि हरियाणा में 27 लाख 50 हजार 152 गाड़ियां समय अवधि पार कर चुकी हैं। केंद्रीय वायु गुणवत्त प्रबंधन आयोग ने कहा कि ऐसी गाड़ियों को ईंधन नहीं दिया जाए।
दिल्ली में एएनपीआर कैमरे लगाने की अनुमति दी गई है। ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन (एनपीआर) कैमरे स्वचालित रूप से वाहन के नंबर प्लेटों को पहचानते और पढ़ते हैं। अक्टूबर 2025 तक फरीदाबाद, सोनीपत और गुरुग्राम के पेट्रोल पंपों पर कैमरे लगाने का आदेश दिया गया है। ऐसे में नवंबर से इन जिलों में वाहनों को ईंधन नहीं मिलेगा। इन आदेशों का पालन करने का निर्देश मुख्य सचिव को दिया गया है।