UP में इस बस अड्डे का किया जाएगा शिफ्ट, जमीन अधिग्रहण के बाद निर्माण होगा शुरू
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश में जल्द ही एक और बस अड्डे को शहर की दूसरी जगह शिफ्ट किया जाएगा। इस बदलाव के बाद रोजाना यहां से गुजरने वाली 400 से अधिक बसों का शहर में प्रवेश पूरी तरह रोक दिया जाएगा। यात्रियों के लिए यह एक बड़ी अपडेट है, क्योंकि इससे शहर में जाम की समस्या कम होगी और आवागमन अधिक सुगम बनेगा। नई बस स्टैंड के निर्माण के लिए सानू क्षेत्र में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है और निर्माण कार्य जल्द ही शुरू करवा दिया जाएगा।
UP News: शहरवासियों को जाम की समस्या से राहत दिलाने के लिए भैंसाली बस अड्डे को अब शहर से बाहर स्थानांतरित किया जा रहा है। इसके लिए भूडबराल और मोदीपुरम क्षेत्र में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया अंतिम चरण में पहुँच चुकी है। अधिकारियों के मुताबिक, प्रभावित परिवारों को उचित आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी और भूमि अधिग्रहण से जुड़ी धारा 19 की घोषणा भी जल्द की जाएगी। परियोजना के तहत एनसीआरटीसी (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम) भूमि का अधिग्रहण कर नए बस अड्डों का निर्माण करेगा। इसके पूरा होने पर शहर के भीतरी इलाकों में ट्रैफिक दबाव में कमी आने के साथ-साथ यात्रियों को आधुनिक सुविधाएँ भी मिलेंगी।
जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया अंतिम चरण में
रोडवेज का भैंसाली बस अड्डा अब जल्द ही शहर से बाहर शिफ्ट कर दिया जाएगा। इसके साथ ही रोजाना यहां से आने-जाने वाली 400 से अधिक बसों का शहर में प्रवेश बंद हो जाएगा। इस कदम से शहरवासियों को लंबे समय से चली आ रही जाम की समस्या से राहत मिलने की उम्मीद है। भैंसाली बस अड्डे को शिफ्ट करने के लिए भूडबराल और मोदीपुरम में जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। मंडलायुक्त से पुनर्वास नीति के तहत प्रभावित परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान करने की अनुमति मिलने के बाद अब भूमि अधिग्रहण की अंतिम घोषणा की तैयारी की जा रही है।
ट्रैफिक दबाव कम होगा
परियोजना पूरी होने पर मेरठ में न केवल ट्रैफिक दबाव कम होगा, बल्कि यात्रियों को नए बस अड्डों पर बेहतर और आधुनिक सुविधाएँ भी उपलब्ध होंगी। जिले में धारा 19 की घोषणा कभी भी की जा सकती है। इस घोषणा के ठीक 30 दिन बाद किसानों के खातों में अवार्ड (मुआवजा) की राशि ट्रांसफर कर दी जाएगी और इसके बाद एनसीआरटीसी को अधिग्रहित जमीन पर कब्जा दिलाया जाएगा।
चार सौ से ज्यादा बसों का होता हैं संचालन
मेरठ शहर को जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए सबसे पहले दिल्ली रोड स्थित भैंसाली बस अड्डे को स्थानांतरित करने की तैयारी चल रही है। यह बस अड्डा फिलहाल शहर के ट्रैफिक दबाव की बड़ी वजह है। गौरतलब है कि इस बस अड्डे से रोजाना चार सौ से ज्यादा बसें विभिन्न राज्यों और जनपदों से आती हैं, जिसके कारण शहर के मुख्य मार्गों पर लगातार जाम की स्थिति बनी रहती है। नए स्थान पर बस अड्डे के निर्माण से शहरवासियों को राहत मिलने के साथ ही यात्रियों को बेहतर सुविधाएँ भी उपलब्ध होंगी।
यात्रियों को आधुनिक और सुलभ सुविधाएँ भी उपलब्ध होंगी
जिला प्रशासन भैंसाली बस अड्डे को दो हिस्सों में बांटकर भूडबराल और मोदीपुरम में स्थानांतरित करने की तैयारी में जुटा है। इस पूरी प्रक्रिया में एनसीआरटीसी की मदद ली जा रही है। भूमि अधिग्रहण का खर्च एनसीआरटीसी वहन कर रहा है और वही नए बस अड्डों का निर्माण भी करेगा। कुल चार गांवों की 39,930 वर्ग मीटर भूमि का अधिग्रहण इस परियोजना के लिए किया जा रहा है। इसमें भूडबराल में 28,082 वर्ग मीटर भूमि पर एक बड़ा बस अड्डा बनाया जाएगा, जबकि मोदीपुरम में 11,848 वर्ग मीटर भूमि पर दूसरा बस अड्डा विकसित किया जाएगा। अधिकारियों का मानना है कि इन दोनों बस अड्डों के निर्माण के बाद न केवल शहर को जाम से राहत मिलेगी, बल्कि यात्रियों को आधुनिक और सुलभ सुविधाएँ भी उपलब्ध होंगी।
दोनों बस अड्डों के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया अब अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। इस परियोजना के तहत भूमि देने वाले प्रभावित परिवारों को पुनर्वास नीति के अंतर्गत आर्थिक सहायता प्रदान करने की अनुमति मंडलायुक्त से मिल चुकी है। भूडबराल में 31 और मोदीपुरम में 48 परिवार इस अधिग्रहण से प्रभावित हो रहे हैं। प्रत्येक परिवार को 5.50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
भूमि मालिकों को मुआवजा राशि
इस अनुमति के बाद जिला प्रशासन अब अधिग्रहण की अंतिम प्रक्रिया के अंतर्गत धारा 19 की घोषणा करने की तैयारी में है, जो कभी भी जारी की जा सकती है। घोषणा के 30 दिन बाद सभी भूमि मालिकों को मुआवजा राशि उनके खातों में भेज दी जाएगी। इसके बाद जमीन एनसीआरटीसी को सौंपी जाएगी और दोनों बस अड्डों का निर्माण कार्य शीघ्र ही शुरू होगा। प्रशासन का लक्ष्य है कि निर्माण पूरा होते ही जनता को इन बस अड्डों की नई सुविधा जल्द से जल्द उपलब्ध कराई जा सके।
