राजस्थान में 8 लेन चौड़ा बनेगा ये एक्सप्रेसवे, कई जगहों पर बनेंगे फ्लाइओवर और अंडरपास
Rajasthan News : राजस्थान में दिन प्रतिदिन यातायात कनेक्टिविटी आसान हो रही है। सरकार भी बेहतर कनेक्टिविटी के लिए लगातार प्रयास कर रही है। राजस्थान के दो जिलों के बीच बने एक्सप्रेसवे को अब 6 लेन से 8 लेन किया जाएगा। इस एक्सप्रेसवे के विस्तार करने के बाद राजस्थान के कई शहरों के अलावा दिल्ली का सफर भी आसान होगा।

Rajasthan Ajmer Express Highway : राजस्थान में पिछले कुछ सालों से रोड कनेक्टिविटी बहुत ज्यादा बेहतर हुई है। लोगों को आवागमन में किसी प्रकार की कोई समस्या ना हो भजनलाल सरकार इसके लिए निरंतर काम कर रही है। राजस्थान में अजमेर एक्सप्रेसवे को विस्तार करने का फैसला लिया गया है। अजमेर एक्सप्रेस हाईवे पर बढ़ते ट्रैफिक लोड को देखते हुए राजस्थान की भजनलाल सरकार ने इसके विस्तारीकरण का निर्णय लिया है। आपको बता दें कि नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया इस हाईवे का चौड़ीकरण करेगी।
जयपुर से अजमेर, भीलवाड़ा, नसीराबाद और दिल्ली जाने के लिए ये राजमार्ग सबसे महत्वपूर्ण
अब सरकार अजमेर एक्सप्रेस हाईवे को बढ़ाना चाहती है। इस राजमार्ग को चौड़ा करने और पूरी तरह डेडिकेटेड बनाने के लिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने डीपीआर बनाने का काम शुरू कर दिया है। जयपुर से किशनगढ़ तक राजमार्ग बढ़ाया जाएगा। दस नए स्थानों पर फ्लाइओवर या अंडरपास भी बनाए जाएंगे। यदि सब कुछ ठीक रहा तो अजमेर एक्सप्रेस हाईवे पर ट्रैफिक लोड को कम करने के लिए इसका विस्तार किया जाएगा। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने 6 लेन से 8 लेन बनाने और पूरी तरह डेडिकेटेड बनाने के लिए डीपीआर बनाने का काम शुरू कर दिया है। NHAI अधिकारियों ने कहा कि इस रोड पर लगातार वाहनों की संख्या बढ़ रही है। जयपुर से अजमेर, भीलवाड़ा, नसीराबाद और दिल्ली जाने के लिए ये राजमार्ग सबसे महत्वपूर्ण हैं।
ट्रैफिक जाम होगा कम
वर्तमान में इस हाईवे पर फ्लाइओवर का काम चल रहा है, जो ट्रैफिक को आसान बनाएगा और जाम को कम करेगा। लेकिन आगामी सालों में ट्रैफिक बढ़ने की संभावना को देखते हुए इसकी चौड़ाई बढ़ाने पर काम किया जाएगा। NHAI के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अजय आर्य ने बताया कि 6 से 8 लेन करने का विचार है। डीपीआर बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। डीपीआर बनाने के बाद उच्च स्तर पर मंत्रालय में भेजा जाएगा, जहां से निर्णय लिया जाएगा।
एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर की प्रतिक्रिया
NHAI के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अजय आर्य ने कहा कि हाईवे की चौड़ाई बढ़ाने और इसे पूरी तरह से डेडिकेटेड बनाने की हमारी योजना है। इसके लिए दस नए स्थानों पर फ्लाइओवर या अंडरपास बनाए जाएंगे, जहां से मुख्य कस्बों, शहरों या गांवों की कनेक्टिंग रोड आती है. इससे हाईवे पर कोई अन्य वाहनों की सीधी एंट्री-एग्जिट नहीं होगी। इस परियोजना को बनाने में एक हजार करोड़ रुपये से अधिक खर्च आएगा। डीपीआर तैयार करने के बाद ही परियोजना के लिए कितनी जमीन आवश्यक है पता चलेगा। जयपुर से किशनगढ़ तक नौ लेन की सड़क बनाने की योजना है, जिसकी दूरी 90 किलोमीटर है।
हालाँकि, जयपुर-अजमेर एक्सप्रेस हाईवे की चौड़ाई बढ़ने से आराम से ट्रैफिक चलेगा। फर्राटे भरते हुए लोग अपने लक्ष्य तक पहुंच सकेंगे। इस हाईवे पर वाहनों की संख्या भी बढ़ रही है क्योंकि इसके आसपास अधिक लोग रहते हैं। वाहनों की संख्या बढ़ने से इस हाईवे पर हर दिन जाम होने लगता है।