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राजस्थान के लिए वरदान साबित होगा यह एक्स्प्रेसवे, बदल जाएगी इन जिलों की किस्मत

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The Chopal: अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे राजस्थान में एक महत्वपूर्ण राजमार्ग होगा जो भारत माला प्रोजेक्ट के तहत हो रहे रोड डेवलपमेंट से राजस्थान को नई दिशा मिलेगी। यह एक्सप्रेसवे राजस्थान सहित पंजाब, हरियाणा और गुजरात के 17 जिलों को जोड़ेगा। राजस्थान के लिए वरदान साबित होगा यह एक्स्प्रेसवे, बदल जाएगी इन जिलों की किस्मत 

अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे की दूरी 1450 किलोमीटर होगी। विभिन्न राष्ट्रीय और राज्य-राजमार्गों से इस दूरी को तय करने में वर्तमान में 28 घंटे लगते हैं। लेकिन अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे के निर्माण के बाद यह दूरी 200 किलोमीटर कम हो जाएगी, इसका मतलब 1257KM बच जाएगा। इस एक्सप्रेसवे पर वाहन 120 किमी/घंटे की रफ्तार से चल पाएंगे। विशेषज्ञों का कहना है कि अधिकतम गति पर यह दूरी 12-13 घंटे में ही पूरी हो जाएगी।

इस एक्सप्रेसवे का सबसे ज्यादा फायदा राजस्थान को होगा। इस एक्सप्रेसवे का 50 प्रतिशत हिस्सा, यानी 637 किमी, यहीं से गुजरेगा। इस एक्सप्रेसवे से राजस्थान के 6 जिले कनेक्ट रहेंगे, जिनमें श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, जोधपुर, बाड़मेर और जालोर शामिल हैं। पंजाब के अमृतसर को गुजरात के जामनगर से जोड़ने वाले इस एक्सप्रेसवे से सबसे ज्यादा राजस्थान और हरियाणा कवर होंगे। इससे दोनों राज्यों के कुल 17 जिले जुड़ेंगे।

व्यापारिक दृष्टि से भी यह एक्सप्रेसवे महत्वपूर्ण होगा। जानकारों का कहना है कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जहां जयपुर से दिल्ली के बीच सफर 3 से आधे घंटे का रह गया था, उसी तरह यह एक्सप्रेसवे व्यापारिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण साबित होगा। पचपदरा रिफाइनरी और सूरतगढ़ थर्मल प्लांट भी इससे जुड़ेंगे। इस प्रोजेक्ट का अधिकांश काम पूरा हो चुका है।

यह एक्सप्रेसवे सिक्स लेन वाली है। अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे कई महत्वपूर्ण विशेषताओं से युक्त है। 1257 किमी लंबी इस एक्सप्रेसवे को सिक्स लेन बनाया गया है। इसमें विभिन्न स्थानों पर इलेक्ट्रॉनिक वाहन चार्जिंग पॉइंट भी बनाए गए हैं। 80 हजार करोड़ की लागत से बने इस प्रोजेक्ट में कई गांवों से भूमि अधिग्रहण करके हाई क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण कराया गया है।

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