UP में इन 42 गांवों की मौज कर देगा ये नया एक्सप्रेसवे, जल्द ही दौड़ने लगेंगे वाहन
Avadh Expressway :उत्तर प्रदेश में एक ऐसा एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है जिससे यूपी के 2 शहरों का सफर मिनटो में तय किया जा सकेगा। इस एक्सप्रेसवे को 4700 करोड रुपए खर्च कर 93 किलोमीटर लंबा बनाया जाएगा। यह एक्सप्रेसवे एक साथ 42 गांव को आपस में जोड़ेगा। वहीं जल्द ही निर्माण कार्य पूरा कर इसे वाहनों के आवागमन के लिए खोल दिया जाएगा।

Kanpur Lucknow Expressway : यूपी में एक और नये एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है। इस एक्सप्रेसवे का निर्माण हो जाने से आसपास के 42 गावों की मौज होने वाली है। उत्तर प्रदेश के लखनऊ से कानपुर के बीच निर्माण होने वाले अवध एक्सप्रेसवे को 93 किलोमीटर लंबा बनाया जाएगा।
इस एक्सप्रेसवे का निर्माण होने के बाद कानपुर से लखनऊ के बीच की दूरी को तैयार करने में आपको 45 मिनट का समय लगेगा। इस एक्सप्रेसवे की वजह से दोनों शहरों के बीच की दूरी काफी घट जाएगी और लोग सीधे आवा-जाही कर सकेंगे।
एक्सप्रेस वे कहां कहां से होगा क्रॉस
उत्तर प्रदेश में लखनऊ से कानपुर एक्सप्रेसवे प्रदेश में विकसित होने वाला पहला एक्सप्रेसवे होगा जिससे मुख्य सड़क पर यातायात का दबाव कम करने के लिए लखनऊ रिंग रोड के साथ कनेक्ट किया जाएगा। अवध एक्सप्रेसवे नेशनल हाईवे 25 के समानांतर 3.5 किलोमीटर की दूरी पर चलेगा। यह एक्सप्रेसवे लखनऊ में शहीद पथ के पास से शुरू होगा और बंथरा, बनी, दतौली और कांथा के रास्ते नवाबगंज को कानपुर से जोड़ेगा।
एक साथ 42 गांव को जोड़ेगा
उत्तर प्रदेश का 93 किलोमीटर लंबा अवध एक्सप्रेसवे लखनऊ के 11 और उन्नाव के 31 गांव से होकर गुजरेगा। इसमें उन्नाव के गांव मेडपुर, रायपुर, तुरी छबिनाथ, तुरी राजा साहिब, पाठकपुर, तऊरा, जगेहठा, पडरी खुर्द, जरगांव, गौरी शंकरपुर ग्रांट, नवेरना, शुपुर ग्रांट, अदेरवा, बेहटा, मोद्दिनपुर, अमरसुस, बजेहरा, हिमौरा, हसनापुर, सहारवन, काशीपुर, भीखामऊ, कंथा, कंरौंदी, कोरारी कलन, कादेर पटारी, सरिया, बछौरा, कुदिकापुर/मानिकपुर शामिल है।
लखनऊ के गांव अमौसी, बनी, बंथरा, सिकंदरपुर, बेहससा, चिल्लावां, गेहरू, गौरी, खांडेदेव, मीरनपुर पिनवट, नटकुर, सराय शहजारी शामिल है।
कानपुर से लखनऊ के बीच सफर का समय
कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे ( अवध एक्सप्रेसवे) योजना का विकास 4700 करोड रुपए राशि खर्च कर किया जाएगा। यह भारत माला परियोजना के चरण एक के तहत सरकार द्वारा पहचानी गई 6 ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे योजनाओं में से एक है। फिलहाल इस एक्सप्रेसवे का निर्माण 6 लेने के रूप में किया जा रहा है भविष्य में जरूरत पड़ने पर 8 लेन भी किया जा सकता है। इस एक्सप्रेसवे के माध्यम से लखनऊ तथा कानपुर दोनों शहरों के बीच की दूरी 3 घंटे से घटकर 45 से 50 मिनट में क्या की जा सकेगी। लखनऊ से कानपुर की सड़क दूरी 93 किलोमीटर है, जबकि हवाई दुरी 77 किलोमीटर है। इसे उन्नाव जिले में गंगा एक्सप्रेसवे के साथ भी कनेक्ट किया जाएगा।
एक्सप्रेसवे का लाभ
लखनऊ कानपुर एक्सप्रेसवे यातायात की भीड़ को कम करने और वाहनों की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने में मदद करेगा, साथ ही क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगा। इसके अलावा, अवध एक्सप्रेस विकसित की जा रही महत्वाकांक्षी रक्षा गलियारा परियोजना को बढ़ावा देगा। राजधानी लखनऊ और उत्तर प्रदेश की वाणिज्यिक राजधानी के रूप में भी जाना जाने वाला कानपुर रक्षा गलियारे के छह नोड्स में से दो नोड हैं। अन्य चार नोड अलीगढ़, आगरा, चित्रकूट और झांसी हैं। आगामी एक्सप्रेसवे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई क्षेत्रों से संपर्क को आसान बनाएगा। यह दोनों शहरों के बीच के मार्ग को भीड़भाड़ से मुक्त करेगा और यात्रियों के लिए तेज़ यात्रा को सक्षम करेगा।