The Chopal

UP के 500 गावों को चीरती जाएगी ये नई रेलवे लाइन, सर्वे कार्य हुआ शुरू, यात्राएं होंगी आसान

उत्तर प्रदेश में एक सबसे बड़ी रेल लाइन का निर्माण किया जाएगा. इस रेलवे लाइन के बनने से ट्रांसपोर्ट कारोबार और यात्रियों के लिए भी सफर आसान हो जाएगा. यह रेल लाइन 500 गावों से निकलेगी.
   Follow Us On   follow Us on
UP के 500 गावों को चीरती जाएगी ये नई रेलवे लाइन, सर्वे कार्य हुआ शुरू, यात्राएं होंगी आसान

The Chopal , UP : उत्तर प्रदेश में नई रेलवे लाइन बिछाने का कार्य लगातार जारी है. इन रेलवे लाइनों के बीच जाने के बाद प्रदेश में बिजनेस बूस्ट होगा और यात्राएं भी आसानी से की जा सकेगी. आजमगढ़ से दोहरीघाट मार्ग पर रेलवे लाइन के लिए सर्वे कार्य चल रहा है. इसके अलावा वाराणसी वाया लालगंज आजमगढ़-गोरखपुर (195.91 किमी.) नई रेल लाइन के लिए सर्वे चल रहा है.

शासन ने नई लाइन बिछाने के लिए अंतिम लोकेशन सर्वेक्षण के लिए बजट की स्वीकृत दी है. इसकी प्रत्याशित लागत चार करोड़ 89 लाख 80 हजार रुपये है। इस वित्तीय वर्ष के लिए एक करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। वहीं वर्ष 2023-24 में 1.27 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। सर्वेक्षण पूरा करने के लिए दो करोड़ 62 लाख 80 हजार रुपये खर्च किए जाएंगे।

गोरखपुर से आजमगढ़ होते हुए वाराणसी के लिए रेल खंड की मांग वर्षों से की जा रही थी। वर्ष 1956 में सांसद कालिका सिंह की पहल पर वाराणसी तक रेल ट्रैक बिछाने के लिए सर्वे हुआ, लेकिन यह कार्य नहीं हो सका। जिसके बाद भाजपा सरकार में सांसद दिनेश लाल निरहुआ के प्रयास से वाराणसी से गोरखपुर आजमगढ़ होते हुए रेलवे लाइन के लिए आवाज उठाने पर कार्य हुआ शुरू।

आवागमन के लिए रेल नहीं होने से आजमगढ़ समेत आसपास के क्षेत्रों के उद्योग पिछड़ गए हैं। इसमें प्रमुख रूप से मुबारकपुर का रेशम उद्योग, निजामाबाद की ब्लैक पॉटरी उद्योग, रानी की सराय और अतरौलिया क्षेत्र का जूट उद्योग आदि शामिल है। इसके अलावा रेल सुविधा नहीं होने से लालगंज समेत आसपास क्षेत्र के लोगों को अन्य महानगरों में जाने के लिए वाराणसी और आजमगढ़ की लंबी दूरी तय करके ट्रेन पकड़नी पड़ती है। नतीजतन कई उद्योग बंद भी हो गए।

करीब 500 गांव से गुजरेगी

रिपोर्ट के मुताबिक रेलवे ट्रैक वाराणसी से गोरखपुर के बीच करीब 500 गांव से गुजरेगी। रेलवे द्वारा जारी पिंक बुक के मुताबिक लालगंज और आजमगढ़ के मध्य से वाराणसी और गोरखपुर के बीच नई रेल लाइन के लिए अंतिम स्थान सर्वेक्षण (195.91 किमी.) के लिए चार करोड़ 89 लाख 80 हजार रुपये प्रस्तावित है।

इसमें इस वित्तीय वर्ष एक करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। वहीं, नए वित्तीय वर्ष 2023-24 में एक करोड़ 27 लाख रुपये खर्च होंगे। वहीं पिंक बुक के मुताबिक लालगंज और आजमगढ़ (195.91 किमी.) के रास्ते वाराणसी-गोरखपुर के बीच नई लाइन के निर्माण के लिए अद्यतन सर्वेक्षण के लिए 29 लाख 39 हजार रुपये प्रस्तावित था।

वर्ष 2021-22 तक नौ लाख 87 हजार रुपये खर्च किया गया। वाराणसी से गोरखपुर रेलवे लाइन के सर्वे का कार्य डिम्स कंपनी को दिया गया है। सर्वे बैरिंग टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर सीएससी मशीन से किया जा रहा है सीएचसी मशीन से चेकिंग करने के बाद फाइनल सर्वे वाराणसी से गोरखपुर रेलवे लाइन का किया जाएगा।

Also Read : UP में राजधानी के आसपास 86 नए रूटों पर चलेगी रोडवेज की बसें, जनता होगी निहाल