UP में डबल पटरी बनेगी ये रेल लाइन, रेलवे यात्रियों को मिलेगा बड़ा फायदा
UP News : उत्तर प्रदेश में ट्रैफिक सुगमता और यात्री सुविधा में सुधार के लिए एक और महत्वपूर्ण पहल शुरू हो गई है। अब एक और रेलवे ट्रैक का दोहरीकरण (doubling) कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है। वर्तमान में एकमात्र रेलमार्ग होने के कारण ओवरब्रिज बनाने में कठिनाई होती है।

Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश में अब एक और रेलवे लाइन को दोहरीकरण की तैयारियां तेज हो चुकी है. उत्तर प्रदेश में यातायात व्यवस्था को लेकर सरकार काफी मुस्तैद रहती है. इस रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण के बाद काफी महत्वपूर्ण बदलाव जिले में देखने को मिलेंगे. पूर्वी रेलवे गोरखपुर ने नकहा जंगल से बलरामपुर-गोंडा रेलवे लाइन को दोहरी करने की तैयारी तेज कर दी है। इस परियोजना पर काम जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है जब सर्वे कार्य पूरा हो जाएगा। इस दोहरीकरण से ओवरब्रिज बनाना भी आसान हो जाएगा। जिससे जिले के लोगों को ट्रेनों से आसानी से जाना होगा। वर्तमान में एकमात्र रेलमार्ग होने के कारण ओवरब्रिज बनाने में कठिनाई होती है।
रेलवे लाइन पर पांच बड़े रेलवे क्रॉसिंग
दोहरीकरण के बाद जिले का रेल यातायात बहुत बदल जाएगा। बलरामपुर से गोंडा रेलवे लाइन पर पांच बड़े रेलवे क्रॉसिंग हैं। जब ट्रेनें चलती हैं, तो ये क्रॉसिंग बंद हो जाते हैं, जिससे सड़क जाम हो जाती है। ओवरब्रिज की कमी भी सड़क यातायात पर असर डालता है। बलरामपुर-गोंडा मार्ग पर मुख्य क्रॉसिंग स्थानों में झारखंडी, संतोषी माता मंदिर तिराहा, बहादुरापुर, सुभागपुर और सुभागपुर मालगोदाम शामिल हैं। बलरामपुर-गोंडा रेलमार्ग पर हर दिन 18 जोड़ी से अधिक सवारी और मालवाहक ट्रेनें चलती हैं। रेलवे फाटक इन ट्रेनों के गुजरने के दौरान बंद होने से सड़क पर लंबे समय जाम लगता है। झारखंडी और गोंडा मार्ग पर गोंडा-सुभागपुर मालगोदाम रेलवे क्रॉसिंग के पास सबसे लंबा जाम लगता है। जिससे खासकर आम लोगों और नौकरीपेशा लोगों को बहुत परेशानी होती है।
जाम की समस्या दूर होगी
झारखंडी रेलवे स्टेशन पर दोहरीकरण की योजना के बारे में बात करने पर अधिकांश लोग खुश हो गए। यात्रियों का कहना है कि यह यात्रा को आसान बना देगा। कमाल, राम गोपाल, अफजाल और फैजान ने कहा कि ओवरब्रिज बनने से जाम की समस्या दूर होगी और लोग ट्रेनों में बिना परेशानी के यात्रा कर सकेंगे।
सर्वे के बाद कार्रवाई शुरू होगी
बलरामपुर-गोंडा रेलमार्ग का दोहरीकरण नकहा वन क्षेत्र से हो रहा है। सर्वे कार्य पूरा होने पर परियोजना की कार्ययोजना बनाई जाएगी और निर्माण कार्य जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है।