UP में डबल पटरी बनेगी ये रेल लाइन, यात्रियों का सफर होगा आसान
UP News : गोरखपुर-बढ़नी-गोंडा रेल रूट को डबल लाइन करने की योजना पर काम शुरू हो गया है। रेलवे बोर्ड को इस परियोजना के लिए सर्वेक्षण प्रस्ताव भेजा गया है। सर्वे के लिए बजट स्वीकृत होते ही इसे छह महीने के भीतर पूरा करने की योजना है।
Uttar Pradesh News : इस रूट पर ट्रेनों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है, जिससे यातायात को संभालने में दिक्कतें हो रही हैं। डबल लाइन बनने के बाद इस रूट पर ट्रेन संचालन सुगम होगा, देरी कम होगी और यात्री सुविधाएं बेहतर होंगी। इसके अलावा, मालगाड़ियों के संचालन में भी तेजी आएगी, जिससे क्षेत्र के आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
गोरखपुर-बढ़नी-गोंडा मार्ग को दोहरी लाइन बनाने का प्रस्ताव है। सर्वे के लिए प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेजा गया है। बजट मिलने पर सर्वे को छह महीने में पूरा किया जाएगा। इस मार्ग पर ट्रेनों की वृद्धि और डबल लाइन का निर्माण न केवल रेलवे की दक्षता बढ़ाएगा, बल्कि यात्रियों और स्थानीय उद्योगों के लिए भी फायदेमंद साबित होगा। बाराबंकी-छपरा मार्ग के बाद अब गोरखपुर-बढ़नी-गोण्डा मार्ग को दोहरी लाइन बनाया जाएगा। रेलवे बोर्ड को सर्वेक्षण के लिए परिचालन प्रबंधन विभाग ने प्रस्ताव भेजा है कि दो लाइनें बनाई जाएं। यह आगामी बजट में शामिल होने की उम्मीद है।
इसे सरकारी बजट मिलने के बाद छह महीने में पूरा किया जाएगा। सर्वे कार्य पूरा होने के बाद डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) रेलवे बोर्ड को मंजूरी के लिए भेज दी जाएगी। इस मार्ग पर वर्तमान में एक दर्जन से अधिक ट्रेनें चल रही हैं। एकमात्र ट्रैक होने के कारण इस रूट पर ट्रेनों का लोड और नहीं बढ़ सकता है। इस रूट दोहरीकरण के बाद मालगाड़ियों और यात्री ट्रेनों का संचालन आसान हो जाएगा।
1998 में इस मार्ग को मीटर से ब्रॉड गेज किया गया था
रेलवे की स्थापना से 1998 तक गोरखपुर-बढ़नी-गोंडा मार्ग पर मीटर गेज पर ट्रेनें चलती थीं। 1994 से इस मार्ग पर ब्रॉड गेज लाइन बिछाने का कार्य शुरू हो गया था। 1997 में निर्माण पूरा होने के बाद ब्राड गेज लाइन पर ट्रेनें 1998 से चलने लगीं। इस मार्ग पर पांच साल में विद्युतीकरण शुरू हुआ, लगभग चौदह वर्ष बाद। 2019 से, इसी मार्ग पर विद्युत इंजनों से ट्रेनें चलाने लगी हैं।
इस रूट से प्रमुख स्टेशनों तक ट्रेनें जाती हैं
गोरखपुर से बढ़नी मार्ग पर दिल्ली, मुम्बई के साथ ही आधा दर्जन से अधिक पैसेंजर ट्रेनें चलती हैं। गोरखपुर से दिल्ली जाने वाली सबसे महत्वपूर्ण ट्रेन हमसफर है. मुम्बई जाने वाली पनवले एक्सप्रेस हर दिन चलती है। वहीं, गोरखपुर-बस्ती रूट पर कोई ब्लाक होने पर अधिकांश ट्रेनें बढ़नी रूट पर डायवर्ट कर दी जाती हैं।