UP में बिजली उपभोक्ताओं के घर बॉडी वार्न कैमरा लगा कर जाएगी बिजली विभागी ये टीम
UP News : उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन ने विजिलेंस की छापेमारी टीम पर उठ रहे प्रश्नों को समाप्त कर दिया है। बिजली चोरी के मामलों में विभागीय जांच टीम और छापेमारी टीम को बॉडी वार्न कैमरा मिलेगा।
Uttar Pradesh : उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन ने विजिलेंस की छापेमारी टीम पर उठ रहे प्रश्नों को समाप्त कर दिया है। बिजली चोरी के मामलों में विभागीय जांच टीम और छापेमारी टीम को बॉडी वार्न कैमरा मिलेगा। पावर कारपोरेशन मुख्यालय छापेमारी के दौरान इनकी पूरी गतिविधियों को नियंत्रित करेगा। शुक्रवार को विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने यह सूचना दी। उन्हें बताया कि परिषद लंबे समय से इसकी मांग कर रही थी। वर्मा ने यूपीपीसीएल के चेयरमैन डा. आशीष कुमार गोयल और एमडी पंकज कुमार से मिलकर इस निर्णय का आभार व्यक्त किया।
300 सेट बॉडी वार्न कैमरा खरीदने का फैसला
पावर कारपोरेशन प्रबंधन ने पहले चरण में 300 कैमरा सेट खरीदने का निर्णय लिया है। यह कैमरे सभी विद्युत वितरण कंपनियों में भेजे जाएंगे। बॉडी वार्न कैमरा जांच टीम के कर्मचारी बॉडी वार्न कैमरा पहनेंगे। पावर कारपोरेशन के मुख्यालय में इसकी नियंत्रण शाखा होगी। छापेमारी के दौरान सब कुछ रिकार्ड किया जाएगा, साथ ही लोकेशन भी। मध्यांचल विद्युत वितरण निगम को पावर कारपोरेशन से इस कैमरे खरीदने का आदेश दिया गया है। मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक ने प्रपोजल पावर कारपोरेशन के निदेशक वाणिज्य अमित कुमार श्रीवास्तव को एक विस्तृत पत्र भेजा है।
छापेमारी के दौरान लेन-देन की शिकायतें आती रही हैं
छापेमारी के दौरान अक्सर शिकायतें आती हैं कि टीम के सदस्य उपभोक्ता से लेनदेन करते हैं और मामले को रफा दफा करते हैं। उपभोक्ता को डील में भाग नहीं लेने पर उसे कई तरह से फंसाने की कोशिश की जाती है। दुर्व्यवहार भी आता है।
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