UP में यहां एयरपोर्ट जैसे 2 नए बस अड्डों का होगा निर्माण, 228 करोड़ रुपए होंगे खर्च
UP News : उत्तर प्रदेश के इस जिले में दो बसपोर्ट को एयरपोर्ट की तर्ज पर बनाया जाएगा। इन बसपोर्ट पर यात्रियों को विश्व स्तरीय सुविधाएं मिलने वाली है। जिले में परिवहन व्यवस्था को आधुनिक और आसान बनाने की दिशा में यह बड़ा कदम सरकार की तरफ से उठाया गया है। इस परियोजना पर करीब 228 करोड रुपए की अनुमानित लागत राशि आने का अनुमान हैं। जानकारी के लिए बता दें कि बसपोर्ट जिसे हम आमतौर पर बस अड्डा या बस स्टैंड के नाम से जानते हैं।

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश में अब बस अड्डे सिर्फ यात्रा का साधन नहीं बल्कि एयरपोर्ट जैसी सुविधाओं से युक्त आधुनिक बसपोर्ट बनने की दिशा में विकसित किए जा रहे हैं। यह राज्य में परिवहन को एक नई ऊंचाई देने वाला कदम है। किसी भी शहर या नगर का बसपोर्ट, जिसे आम तौर पर बस अड्डा या बस स्टैंड कहते हैं, यात्रियों को अत्याधुनिक और आरामदायक सुविधाएं के लिए महत्वपूर्ण है। यात्रियों की यात्रा यहीं से आरंभ होती है या समाप्त होती है। लोग आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँच सकते हैं क्योंकि यहाँ कई दिशाओं में बसें चलती हैं।
क्षेत्रीय प्रबंधक सत्येंद्र वर्मा ने बताया कि इन परियोजनाओं से अलीगढ़ की परिवहन व्यवस्था में सुधार होगा. यात्रियों को अत्याधुनिक और आरामदायक सुविधाएं मिलेंगी, जिससे उनका सफर का अनुभव बेहतर होगा. ये योजनाएं अलीगढ़ के विकास में मील का पत्थर साबित होंगी.
एयरपोर्ट जैसे सुविधाओं से सुसज्जित सारसौल बस स्टेंड
यह बस स्टैंड मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना का हिस्सा है, जिसमें प्रदेश के प्रमुख बस अड्डों को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया जा रहा है. सारसौल और खैर बस स्टेंडों का निर्माण जल्द शुरू होगा। रोडवेज अधिकारियों ने इसकी तैयारी करना शुरू कर दिया है। सारसौल में सेटेलाइट बस स्टैंड पीपीपी मॉडल पर बनाया जाएगा। इसके निर्माण पर 228 करोड़ रुपये खर्च होंगे। यहां विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध होंगी। बसपोर्ट यातायात का केंद्र है। खासकर उन इलाकों में जहाँ हवाई या रेल सेवा नहीं है। यह शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ने में महत्वपूर्ण योगदान देता है। इससे यात्रा आसानी से होती है और लोगों को व्यापार, शिक्षा, चिकित्सा और अन्य आवश्यक सेवाओं तक पहुँच मिलती है।
कुछ बसपोर्टों पर अव्यवस्था, गंदगी, टिकट की कालाबाजारी, भीड़भाड़ और सुरक्षा समस्याएँ आम नजर आती हैं। सरकार को इन समस्याओं को दूर करने के लिए सख्त कार्रवाई करनी चाहिए और स्थानीय प्रशासन को इन पर निगरानी रखनी चाहिए। बसपोर्ट किसी भी क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। आधुनिक तकनीक से जोड़ा जाए और सही देखभाल की जाए तो इसलिए यह न केवल यात्रियों के लिए सुविधाजनक होगा, बल्कि पूरे परिवहन तंत्र को भी बल देगा। सारसौल सेटेलाइट पीपीपी मॉडल पर बनाया जाएगा। यहां यात्रियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं मिलेंगी। साथ ही, कस्बा खैर में पुराने बस स्टैंड के स्थान पर नया बस स्टैंड बनाया जाएगा।
बस स्टैंड का निर्माण जल्द शुरू होगा, एक नई शुरुआत
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में परिवहन सुविधाओं को बढ़ाने के लिए सारसौल और खैर बस स्टेंड का निर्माण जल्द ही शुरू हो जाएगा। इन परियोजनाओं से यात्रियों को बेहतर सुविधाएँ मिलेंगी और क्षेत्रीय यातायात में सुधार होगा। सारसौल, अलीगढ़ में प्रस्तावित बस स्टेशन को एयरपोर्ट की तरह बनाया जाएगा। इसमें मॉल, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, भव्य लॉज और आधुनिक शौचालय होंगे। साथ ही, ऑटोमैटिक ड्राइविंग इंस्टीट्यूट को पीपीपी मोड पर चलाया जाएगा। परिवहन मंत्री ने कहा कि परियोजना टेंडर प्रक्रिया के माध्यम से जल्द ही शुरू होगी। यात्रियों के आराम के लिए डिजिटल वर्कशॉप, एटीएम, दुकान और अंडरग्राउड पार्किंग दोनों होंगे।
मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना में शामिल इस योजना में इन बस स्टेशनों पर नवीनतम यात्री सुविधाएं, रिटेल आउटलेट्स और मल्टीप्लेक्स की सुविधाएं दी जाएंगी। जो यात्रियों को बस स्टेशनों पर बेहतर सुविधाएं देगा। साथ ही, कस्बा खैर में अलीगढ़-पलवल रोड पर रोडवेज के वर्तमान बस स्टैंड के स्थान पर एक नया बस स्टैंड बनाया जाएगा। इसके निर्माण पर लगभग 1,77 लाख रुपये खर्च होंगे। पीपीपी मॉडल पर निर्मित बस स्टेशनों को बसपोर्ट कहा जाएगा। यहां भविष्य में हाई-फाई सुविधाएं देखने को मिलेगी। 228 करोड़ रुपये की लागत से करीब 18,982 वर्गमीटर क्षेत्र में इसका कायाकल्प होगा।बस स्टैंड में कैफेटेरिया का निर्माण किया जाएगा. साथ ही, चालक-परिचालक के आराम के लिए वातानुकूलित कमरे बनाए जाएंगे। हर वाहन को पार्किंग का स्थान मिलेगा।