राजस्थान में बिछाई जाएगी 2 नई रेल लाइन, हर साल लाखों श्रद्धालुओं को मिलेगा फायदा
Rajasthan News : राजस्थान के सीकर जिले में स्थित प्रसिद्ध खाटूश्याम जी मंदिर में आने वाले भक्तों को अब अधिक सुविधाएं और बेहतर व्यवस्था मिलेगी। प्रशासन और मंदिर समिति ने भक्तों की बढ़ती संख्या को देखते हुए नई योजनाएं लागू की हैं, जिससे उनकी यात्रा सुखद और परेशानी मुक्त हो सके।

Rajasthan New Railway lines : राजस्थान के लोगों के लंबे वक्त का इंतजार अब खत्म होने वाला है. अब भक्तों को सीकर के प्रसिद्ध खाटूश्याम मंदिर में आने में कोई परेशानी नहीं होगी। रेलवे ने सीकर से रींगस-खाटूश्यामजी तक 17.49 किलोमीटर की नई रेल लाइन के निर्माण के लिए 254.06 करोड़ रुपए की मंजूरी दी है। साथ ही खाटूश्यामजी-सालासर-सुजानगढ़ के बीच एक नई रेलवे लाइन का डिपीआर भी बनाया जाएगा। रेल मंत्रालय के अश्विनी वैष्णव ने इसकी सूचना दी।
हाल ही में रेल मंत्री ने कहा कि राजस्थान में 54 रेल परियोजनाओं के सर्वेक्षण कार्य स्वीकृत किए गए हैं, जिनकी लंबाई 4894 किलोमीटर है। ऐसे में राजस्थान में 2021 से लेकर चालू वित्तीय वर्ष के दौरान पूरी या आंशिक रूप से शुरू होने वाली 54 रेल परियोजनाओं के सर्वेक्षण कार्य स्वीकृत किए गए हैं।
रींगस रेलवे स्टेशन, खाटूश्यामजी से सबसे पास है
सीकर का रींगस रेलवे स्टेशन खाटूश्यामजी मंदिर से सबसे नजदीक है। दोनों के बीच लगभग 17 किलोमीटर से अधिक की दूरी है। भक्त ट्रेन रींगस तक राजस्थान के अन्य जिलों और अन्य राज्यों से आता है, लेकिन 17 किलोमीटर तक बसों या छोटी गाड़ियों में जाना पड़ता है। रींगस से खाटू तक ट्रेन चलाना अब आसान होगा।
करीब 10 हजार अनुयायी प्रतिदिन आते हैं
सीकर के खाटूश्यामजी मंदिर में हर साल करीब एक करोड़ भक्त आते हैं। होली के पहले मेले में लगभग ४० लाख लोग आते हैं। यहां हर दिन औसतन 10 हजार से अधिक लोग पूजा करते हैं। सीकर के खाटूश्यामजी मंदिर में श्रद्धालुओं की अपार आस्था देखने को मिलती है। यह मंदिर न केवल राजस्थान बल्कि पूरे भारत में अत्यधिक लोकप्रिय है। भक्त यहां हर दिन बड़ी संख्या में दर्शन के लिए आते हैं, और त्योहारों के समय भीड़ कई गुना बढ़ जाती है।
सालासर और खाटू के लिए डीपीआर बनाया जाएगा
रेलवे भी जल्द ही खाटूश्यामजी-सालासर-सुजानगढ़ के बीच करीब 45 किलोमीटर की नई रेल लाइन का डीपीआर बनाएगा। इसके लिए अंतिम सर्वेक्षण भी पूरा हुआ है। सालासर और खाटू को रेलवे से जोड़ने से श्रद्धालुओं को काफी राहत मिलेगी।