UP में 90 किमी से ज्यादा लंबाई के 2 रिंग रोड और एक 380 किलोमीटर का एक्सप्रेसवे देगा प्रदेश को रफ्तार

UP News : उत्तर प्रदेश में विकास कार्यों में तेजी आई है, खासकर रोड इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में। इस साल के अंत तक कई बड़े एक्सप्रेसवे परियोजनाओं को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

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UP में 90 किमी से ज्यादा लंबाई के 2 रिंग रोड और एक 380 किलोमीटर का एक्सप्रेसवे देगा प्रदेश को रफ्तार

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश में कई बड़ी सड़क परियोजनाओं पर काम चल रहा है।  साल के अंत तक कई परियोजनाओं को पूरा करना होगा, इसलिए उत्तर प्रदेश में विकास कार्यों में तेजी आई है। पूर्वी यूपी के विकास को गति देने के लिए इस एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है। यात्रा का समय बचेगा, औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे

तेजी से चल रहे कानपुर रिंग रोड (93 किमी, 6 लेन) और लखनऊ रिंग रोड (104 किमी, 4 लेन) से यातायात सुगम होगा और शहरों में भीड़भाड़ कम होगी।  साथ ही, नोएडा-कानपुर एक्सप्रेसवे (380 किमी, 6 लेन) का डीपीआर तैयार हो गया है और जल्द ही जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होगी।  इन परियोजनाओं से उत्तर प्रदेश में कनेक्टिविटी बेहतर होगी, जिससे सफर का समय बचेगा और आर्थिक विकास तेज होगा।

तीन परियोजनाएं कौन सी?

कानपुर रिंग रोड (NHAI)लंबाई, 93 किमी, 6 लेन, निर्माणाधीन।
लखनऊ रिंग रोड (NHAI) लंबाई, 104 किमी, 4 लेन , निर्माणाधीन।
नोएडा-कानपुर एक्सप्रेसवे (NHAI) लंबाई, 380 किमी, 6 लेन-डीपीआर तैयार, जमीन अधिग्रहण का काम शुरू होगा।

1. कानपुर की रिंग रोड

जानकारी के लिए बता दे की रिंग रोड, जो उत्तर प्रदेश के कानपुर में बनाया जा रहा है, 6 लेन का होगा और 93 किमी लंबा होगा।  इसका निर्माण अभी चल रहा है।  2027 तक रिंग रोड पूरा हो जाएगा।  इसके बनने से मध्य प्रदेश (सागर, हमीरपुर और महोबा) से आने वाले वाहन अब महाराजपुर से इलाहाबाद जा सकेंगे, न कि नौबस्ता से।  दूसरी ओर, बदरका से उजेती तक के हिस्से से सीधे लखनऊ जाना होगा।  इससे गंगा पुल पर जाम कम होगा।

किन गांवों को लाभ मिलता है?

इस रिंग रोड के बनने से रास्तपुर, फत्तेपुर निहुटा, टिकरी, हृदयपुर प्रतापपुर, बाराखेड़ा, सिंहपुर दिवनी, रंजीतपुर, टोडरपुर, प्रतापपुर खास, ढिकिया, बाघपुर, अन्ने, चकरतनपुर, भाऊपुर, खरगपुर बिठूर, चकटोडरपुर, दूल, भूल, नकटू, भीसीजर गांव, भौंती प्रतापपुर, सुजानपुर, बसौसी, निहुटा, खरगपुर, टिकरा कानपुर, रौकेपुर, सुरार, धरमंगदपुर, कटरा घनश्याम, बघवट, मलिकपुर, मकरंदपुर, मकरंदपुर बंथा और भिसार के अलावा भी दर्जनों गांवों को सीधा फायदा मिलेगा।

2: रिंग रोड, लखनऊ

बता दे की रिंग रोड, जो उत्तर प्रदेश के लखनऊ में बनाया जा रहा है, चार लेन का होगा और 104 किमी लंबा होगा।  इसका निर्माण अभी चल रहा है।  लखनऊ में जल्दी ही एक बाहरी रिंग रोड बनाने का उद्देश्य जाम की समस्या को कम करना है।  इससे अयोध्या, सीतापुर, बाराबंकी, हरदोई, कानपुर और रायबरेली से लखनऊ जाना आसान होगा।

मास्टर प्लान 2031 के दौरान इस परियोजना में कई परिवर्तन किए जाएंगे।  जिसमें बाहरी रिंग रोड के किनारे लखनऊ के अधिकांश छोटे बाजारों को स्थानांतरित किया जाएगा।  यहाँ कई नए बस स्टेशन बनेंगे।  नए कमर्शियल हब और आवासीय कॉलोनी भी बनाए जाएंगे।

3. नोएडा-कानपुर राजमार्ग

नोएडा-कानपुर एक्सप्रेसवे, 6 लेन का होगा, 380 किमी लंबा होगा।  इसके लिए डीपीआर बनाया गया है।  भूमि अधिग्रहण भी जल्द ही शुरू होगा। नोएडा-कानपुर एक्सप्रेसवे 380 किलोमीटर लंबा होने के साथ साथ उत्तर प्रदेश के नौ जिलों को आपस में जोड़ेगा। इसके प्रारंभ होने से नोएडा से कानपुर की दूरी साढ़े तीन घंटे कम हो जाएगी।

किन जिलों का लाभ है?

इससे हापुड़, बुलंदरशहर, अलीगढ़, कासगंज, फरूखाबाद, कन्नौज और उन्नाव जिले सीधे लाभ उठाएंगे।  इसके निर्माण से रियल स्टेट नोएडा, गाजियाबाद, अलीगढ़ और कानपुर राजमार्गों पर बढ़ेगा।  भविष्य में दिल्ली क्षेत्र में महत्वपूर्ण आवासीय सुविधाएं, अस्पताल और मॉल भी बनाए जा सकते हैं।

NHS-9 (गाजियाबाद-हापुड़ हाईवे) कानपुर-गाजियाबाद-नोएडा एक्सप्रेसवे के उत्तरी भाग से जुड़ जाएगा।  वहीं, 62.3 किलोमीटर लंबी कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे से दक्षिणी भाग जोड़ा जाएगा।  यह भी गाजियाबाद-हापुड़ को मेरठ एक्सप्रेसवे से जोड़ेगा।  2026 तक इस राजमार्ग पर लोग चल सकेंगे।