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UP News: यूपी में 20 दिनों तक होगी नहरबंदी, रजवाहों व माइनरों सब होंगे बंद, क्या हैं वजह

सिंचाई विभाग हर साल दीपावली से पहले वार्षिक नहरबंदी करता है। गंगनहर से जुड़े सभी रजवाहों और अल्पिकाओं में जमी सिल्ट को जेसीबी मशीनों की सहायता से निकालकर साफ किया जाता है। इसका लक्ष्य किसानों के खेतों तक जल को आसानी से पहुंचाना है।
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UP News: There will be canal ban in UP for 20 days, all rivers and miners will be closed, what is the reason?

The Chopal - आपको बता दे की 24 अक्टूबर की रात, रजवाहों और अल्पिकाओं की सिल्ट सफाई के लिए वार्षिक नहरबंदी के तहत हरिद्वार से गंगनहर में गंगाजल की आपूर्ति बंद कर दी जाएगी। 20 दिन तक यह बंद रहेगा। गंगनहर से संबंधित सभी रजवाहों और माइनरों (अल्पिकाओं) की सिल्ट इसमें सफाई की जाएगी। 12 नवंबर 2023 को दीपावली की रात हरिद्वार से गंगाजल छोड़ दिया जाएगा। इस दौरान मेरठ क्षेत्र और दिल्ली जल बोर्ड को गंगाजल नहीं मिलेगा। मुख्य अभियंता ने दोनों को पत्र लिखकर सूचित किया है।

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दीपावली से पहले नहरबंदी

सिंचाई विभाग हर साल दीपावली से पहले वार्षिक नहरबंदी करता है। गंगनहर से जुड़े सभी रजवाहों और अल्पिकाओं में जमी सिल्ट को जेसीबी मशीनों की सहायता से निकालकर साफ किया जाता है। इसका लक्ष्य किसानों के खेतों तक जल को आसानी से पहुंचाना है। खेतों की सिंचाई इससे आसान होती है।

सिल्ट साफ करने का टेंडर

रजवाहों और अल्पिकाओं की सिल्ट सफाई के लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं, सिंचाई विभाग गंगनहर खंड के अधिशासी अभियंता नीरज कुमार लांबा ने बताया। मेरठ में रजवाहों की लंबाई लगभग 375 किमी है, जबकि अल्पिकाओं की लंबाई 299 किमी है। आपको बता दे की 50 प्रतिशत रजवाहे और 100 प्रतिशत अल्पिकाएं साफ की जाएंगी। नहरबंदी से एक सप्ताह पहले इन्हें बंद कर दिया जाएगा। सिल्ट की सफाई के लिए साढ़े तीन करोड़ रुपये का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था। दो करोड़ स्वीकृत हैं। गंगनहर में औसतन 11000 क्यूसेक गंगाजल मिलता है।

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