UP News : उत्तर प्रदेश के इस जिले में किसानों ने रोका रिंग रोड का काम, जमीन के नए सर्किल रेट का हैं विवाद
Kanpur Ring Road :किसानों ने मंगलवार को कानपुर जिले के बिधनू मगरासा गांव में शुरू हुए रिंग रोड के काम को रोका। किसानों का कहना है कि रिंग रोड बनाने के लिए जमीन को नए सर्किल रेट के आधार पर मुआवजा देने के बाद ही देंगे। उनकी जमीन पर समतलीकरण का काम बिना पूर्व सूचना के शुरू किया गया है।

Kanpur Ring Road : किसानों ने मंगलवार को कानपुर जिले के बिधनू मगरासा गांव में शुरू हुए रिंग रोड के काम को रोका। किसानों का कहना है कि रिंग रोड बनाने के लिए जमीन को नए सर्किल रेट के आधार पर मुआवजा देने के बाद ही देंगे। उनकी जमीन पर समतलीकरण का काम बिना पूर्व सूचना के शुरू किया गया है। रिंग रोड कर्मचारी किसानों के रोष को देखकर वापस लौट गए।
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रिंग रोड का निर्माण शहर में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की एक बड़ी परियोजना है। 93.20 किलोमीटर लंबी रिंग रोड को एनएचएआई ने चार चरणों में बांटा है: मंधना से सचेंडी, आटा से रमईपुर, मंधना से सचेंडी और आटा से मंधना। NHAI ने पहले चरण में मंधना से सचेंडी और चौथे चरण में सचेंडी से रमईपुर के लिए जमीन खरीदना था। इस समय, सचेंडी से रमईपुर के बीच रिंग रोड समतलीकरण का काम चौथे चरण में शुरू हो चुका है।
रिंग रोड कर्मचारियों ने मंगलवार को मगरासा गांव की सीमा पर बैकहो लोडर से समतलीकरण शुरू किया। किसान विनोद सिंह, गंगाराम, ओमकार, विजयपाल शाहू, सुरेश पासवान, दयाशंकर, श्रवण कुमार, जितेंद्र कुमार, विजयपाल साहू, बुधई यादव सहित कई ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर हंगामा करते हुए काम रुकवा दिया। रिंग रोड कर्मचारी किसानों का विरोध देखकर प्लांट में वापस आ गए। किसानों का कहना है कि अभी तक केवल कुछ किसानों को नोटिस प्राप्त हुए हैं। वहीं, बहुत से किसानों को न तो जमीन खाली करने की नोटिस दी गई और न ही मुआवजा की रकम दी गई।
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