UP News : IAS की तैयारी करने वाला युवक निकला चोर, कहानी जानकर पुलिस के उड़े होश
The Chopal, Varanasi News : यूपी के वाराणसी शहर में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे. यहां पुलिस द्वारा एक चोर पकड़ा गया, जिसकी कहानी आपको हैरत में डाल देगी. यह बंद पड़े फ्लैट्स को अपना निशाना बनाता था। पुलिस को इसके कई दिनों से तलाश थी लेकिन कामयाबी नहीं मिल सकी। पुलिस ने पकड़ कर जांच की तो दंग रह गए।
आईएएस की तैयारी करने वाला लड़का निकला शातिर चोर। कैंट थाना क्षेत्र के वरुणा गार्डन में बढ़ रही चोरियों के आरोप में फूलपुर थाना पुलिस ने कुमार बाजार निवासी आशीष रावत को गिरफ्तार किया। जिसके पास करीबन आधा किलो सोना बरामद हुआ। इसके साथ-साथ सॉरी में प्रयोग होने वाले कई तरह के हथियार भी मिले।
डीसीपी वरुणा जोन श्यामबहादुर सिंह ने बताया कि सिकरौल में वरुणा गार्डेन अपार्टमेंट में पिछले कुछ महीनों से चोरी हो रही है। जबकि इसमें सुरक्षा के लिए गार्ड और अन्य कर्मचारी तैनात रहते हैं बीते साल 15 जुलाई को ए ब्लाक के फ्लैट संख्या 301 में रहने वाले राजकुमार सिंह के फ्लैट से लगभग 17 लाख रुपये की चोरी हुई थी, जिसमें जेवरात और नगदी शामिल थे। चंद्रकला फ्लैट संख्या 705 से भी पिछले दो फरवरी को गहने आदि चोरी हुए। B Block 202 के भूपेंद्रनाथ सिंह के फ्लैट में भी चोरी हुई। पुलिस जांच कर रही थी।
उस समय अपार्टमेंट के ही रहने वाले राजेंद्र वारी के फ्लैट में आने-जाने वाले एक युवा की हरकत संदिग्ध लगने पर पुलिस ने उसकी तलाश शुरू कर दी। सर्विलांस की मदद से उसकी स्थानांतरण पिछले सोमवार को इमलिया घाट फुलवरिया में हुई। कैंट पुलिस ने SOG टीम के साथ उसे घेर लिया और उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस भी हतप्रभ रह गई जब उससे पूछताछ की गई।
आशीष रावत ने कहा कि आइएएस बनना उसका सपना था। उसने पिछले कुछ सालों से दिल्ली में रहकर तैयारी की है, जहां उसने कोचिंग ज्वाइन की है। वहाँ उसे नशे और अन्य बुरे शौक लगे। वह पैसे जुटाने के लिए चोरी करने लगा।
फ्लैट में प्रवेश करता हुआ घंटी बजाता
गिरफ्तार आरोपित ने एसीपी कैंट विदूष सक्सेना को बताया कि महाराष्ट्र में रहने वाले उसके रिश्तेदार राजेंद्र वारी का वरुणा गार्डेन के ए ब्लाक में 803 नंबर फ्लैट है। वह आशीष रावत को फ्लैट की चाभी देते थे जब भी बनारस में नहीं रहते थे। फ्लैट देखने के लिए वह वरुणा गार्डेन जाता था।
वहाँ रहकर बाहर गए लोगों के फ्लैट की रेकी करता था। जिन फ्लैट की लाइटों को कई दिनों तक नहीं जलाया जाता था काल ने पहले फोन बजाकर सुनिश्चित किया कि फ्लैट में कोई नहीं है। इसके बाद लोहे के राड या अन्य सामग्री से ताला तोड़कर अंदर जाया गया। नगदी-गहने कीमती सामान लेकर चला गया।
सुरक्षाकर्मियों को धोखा देता था
Varuna Garden में ग्यारह मंजिला छह ब्लाक हैं। सभी ब्लाक में एक सुरक्षाकर्मी है, प्रत्येक ब्लाक के मुख्यद्वार पर दो सुरक्षाकर्मी हैं। अपार्टमेंट में आने-जाने वाले सभी लोगों का विवरण रजिस्टर में दर्ज करें। आशीष रावत ने बताया कि वह अपने मित्र के फ्लैट की देख-रेख करने आता है। उसमें कोई संदेह नहीं था।
वरुणा गार्डेन में रहने वाले बहुत से लोग दूसरे जिलों से आते हैं। कभी-कभी फ्लैट बंद करके अपने मूल घर चले जाते हैं और कई दिनों बाद वापस आते हैं। ऐसे ही फ्लैट को आशीष दिया गया। फ्लैट मालिक चोरी के कई दिनों बाद पहुंचा। अपार्टमेंट के सीसीटीवी फुटेज और एंट्री रजिस्टर से पुलिस को बहुत दिन बीत जाने के बाद कोई लाभ नहीं मिला।
बाद में कई जुड़े तार आरोपित हुए
कैंट इंस्पेक्टर अजय राज वर्मा, एसओजी प्रभारी मनीष मिश्रा, गौरव कुमार सिंह, सर्विलांस सेल के दिवाकर, संतोष और मनीष की संयुक्त टीम ने वरुणा गार्डेन में हो रही चोरियों की जांच शुरू की। जब सभी ने अपार्टमेंट के रजिस्टर, वहां लगे कैमरों की फुटेज और घटना के दौरान एक्टिव रहे मोबाइलों की जांच की, तो वे आशीष रावत की ओर इशारा करने लगे। उसे गिरफ्तार करके पूछताछ की गई तो उसने चोरी करने की बात स्वीकार की।
सोना बेचता और गलाता भी था
आशीष रावत ने पुलिस को बताया कि चोरी किए गए सोने के गहनों को अपनी मां का बताकर दुकानों में बेचता था। दिल्ली आते-जाते राहगीरों को कुछ गहनों को अपनी जरूरत बताकर बेच दिया। सोना कुछ गहनों को गलाकर अपने पास रख लिया। पुलिस ने उसके पास से 450 ग्राम सोना, सोना गलाने और दरवाजा खोलने का सामान पकड़ा।
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