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UP News: उत्तर प्रदेश में बनेगा प्रदेश का पहला इको फ्रेंडली गलियारा, आचार संहिता के बाद होगा जमीन अधिग्रहण

UP News: उत्तर प्रदेश के इस जिले के लोगों की बल्ले-बल्ले होने वाली हैं। इस जिले के लोगों को बड़ी खुशखबरी मिली हैं। यूपी के इस जिले में बनने वाले इको फ्रेंडली गलियारा के लिए जमीन का अधिग्रहण किया जाना हैं। उत्तर प्रदेश के लोगों को पहले इको फ्रेंडली कॉरिडोर की सौगात मिली हैं। पढ़ें पूरी खबर 

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UP News: उत्तर प्रदेश में बनेगा प्रदेश का पहला इको फ्रेंडली गलियारा, आचार संहिता के बाद होगा जमीन अधिग्रहण

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश के इस जिले के लोगों की बल्ले-बल्ले होने वाली हैं। इस जिले के लोगों को बड़ी खुशखबरी मिली हैं। यूपी के इस जिले में बनने वाले इको फ्रेंडली गलियारा के लिए जमीन का अधिग्रहण किया जाना हैं। बरेली, जो राज्य और देश की राजधानी के बीच में है, औद्योगिक विकास की नजीर बनेगी। विकास प्राधिकरण ने बदायूं रोड पर राज्य के पहले इको फ्रेंडली औद्योगिक क्षेत्र की डिजाइन बनाई है। हालाँकि, पहले चरण में 109 एकड़ जमीन को अधिग्रहण करने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। इसके अलावा, परियोजना के विस्तार के लिए चार सौ एकड़ अतिरिक्त जमीन का सर्वे भी किया गया है। परियोजना के डिमांड और सर्वे में बरेली, लखनऊ और एनसीआर के एक हजार से अधिक उद्यमियों ने भाग लेने का फैसला किया है।

विकास प्राधिकरण ने बरेली-बदायूं रोड के दोनों किनारों पर एक इको-फ्रेंडली औद्योगिक कॉरिडोर बनाने की योजना बनाई है। इसके लिए मिलक मंशारामपुर, आलमपुर जाफराबाद और केमुआ में जमीन का नामांकन किया गया है। 

वास्तव में, बरेली के इन गांवों में सर्किल रेट सबसे कम होने से सस्ती जमीन उपलब्ध होगी और विकास के बाद तैयार भूखंड भी उद्यमियों को सही दरों पर उपलब्ध कराए जा सकेंगे। प्राधिकरण के अधिकारियों का अनुमान है कि यहां प्रति वर्गमीटर 30 से 40 हजार रुपये का भूखंड मिल सकता है।  शासन पहले ही इस परियोजना पर सैद्धांतिक सहमति दे चुका है। आचार संहिता समाप्त होने के बाद इन गांवों में भी जमीन अधिग्रहण की अनुमति मिलेगी।

गेल लगाएगा प्लांट, उद्योगों को होगी गैस की आपूर्ति

विकास प्राधिकरण ने गेल से भी संपर्क किया है ताकि पूरे औद्योगिक क्षेत्र को इको फ्रेंडली बनाया जा सके। यहां गेल को भी जमीन मिलेगी। यहां गेल प्लांट लगाएगा और उद्योगों को गैस देगा। गैस आधारित उद्योगों को इस क्षेत्र में पहचान मिलेगी। मुख्य मार्ग के दोनों ओर 30 से 30 मीटर का ग्रीन बेल्ट भी बनाया जाएगा। 

खुली बैठकों से ली जाएंगी आपत्तियां और सुझाव

विकास प्राधिकरण ने बरेली, लखनऊ और एनसीआर के उद्यमियों को परियोजना से जुड़ने के लिए एक खुली बैठक करने की योजना बनाई है। इस योजना को वहां से मिलने वाले सुझावों पर मूर्त रूप दिया जाएगा। मुख्य बात यह है कि प्रस्तावित परियोजना से लगभग 20 किलोमीटर दूर बिनावर के पास गंगा एक्सप्रेस वे बदायूं रोड को पार कर रहा है।

जरूरत की सभी सुविधाएं भी होंगी विकसित

इस औद्योगिक क्षेत्र में उद्यमियों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सभी सुविधाएं बनाई जाएंगी। व्यापारिक गतिविधियों के लिए भी अलग-अलग क्षेत्रों को आवंटित किया जाएगा। सभागार, पार्किंग, कैंटीन, वेयर हाउस और अन्य सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी।

बरेली विकास प्राधिकरण के मनिकंडन ए. ने बताया कि शासन ने बदायूं रोड पर राज्य का पहला इको फ्रेंडली इंडस्ट्रियल कॉरिडोर सैद्धांतिक रूप से मंजूर किया है। शासन को इसकी व्यापक रणनीति भी भेजी गई है। आचार संहिता के बाद इस परियोजना पर काम शुरू होना चाहिए।