UP News : उत्तर प्रदेश में बिना नक्शे के नहीं बनेगा अन मकान, जरा नियमों पर अवश्य गौर करें
UP News : उत्तर प्रदेश में मकान बनाने से पहले जरा नियमों पर अवशय गौर करें। उत्तर प्रदेश में रहने वाले निवासियों के लिए मकान बनाने से पहले नक्शे से जुड़े नियम जानना अति जरुरी होगा कही बाद में पछताना पड़े। पढ़ें पूरी खबर
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Uttar Pradseh News : उत्तर प्रदेश में मकान बनाने से पहले जरा नियमों पर अवशय गौर करें। उत्तर प्रदेश में रहने वाले निवासियों के लिए मकान बनाने से पहले नक्शे से जुड़े नियम जानना अति जरुरी होगा कही बाद में पछताना पड़े। गजरौला नगर एमडीए में 1997 में शामिल हो गया। लेकिन यहां पर कोई मास्टर योजना नहीं बनाई गई थी। 2019 में इसके लिए प्रयास किया गया था और मुख्यमंत्री ने इसे मान्यता दी थी। गजरौला महायोजना 2031 की अधिसूचना 6 मार्च 2024 को जारी की गई थी, जिसमें गजरौला नगर पालिका सहित धनौरा तहसील के 13 गांवों और हसनपुर तहसील के 09 गांवों को शामिल किया गया था।
मुरादाबाद विकास प्राधिकरण का मास्टर प्लान बनाया जा रहा है। पुरानी फाइलों को निकालकर उनका सत्यापन भी विभाग ने शुरू कर दिया है। ताकि सबसे पहले उन्हें अनुमति दी जाए। अब नक्शे की जरूरत नहीं होगी। 1997 में गजरौला नगर एमडीए में शामिल हो गया। लेकिन यहां पर कोई मास्टर प्लान नहीं बनाया गया था। 2019 में इसके लिए प्रयास किया गया था और मुख्यमंत्री ने इसे मान्यता दी थी। गजरौला महायोजना 2031 की अधिसूचना 6 मार्च 2024 को जारी की गई थी, जिसमें गजरौला नगर पालिका सहित धनौरा तहसील के 13 गांवों और हसनपुर तहसील के 09 गांवों को शामिल किया गया था।
एमडीए को 100 करोड़ के निवेश का अनुमान
इस योजना से 22 गांवों (नगर गजरौला भी शामिल है) का 52 वर्ग किमी का क्षेत्र जोड़ा गया है। एमडीए भी यहां नई शहर बनाएगा। 1672 करोड़ रुपये की योजनाओं से सड़कें, बिजली, नाले और पानी सहित कई आवश्यक सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा। साथ ही शहर में एक नई रिंग रोड बनाई जाएगी। इन सभी कामों का एक चित्र तैयार हो रहा है। जिसमें पूरे कार्य का चित्र बनाया जाएगा। कहाँ सड़कें बनाई जाएंगी? रिंगरोड कौन-से गांवों को जोड़ेगी और इतना ही होगा। खास बात यह है कि एमडीए अगले दस वर्षों में 1000 करोड़ का निवेश करेगा। जिसमें प्राधिकरण और कोलोनिनाइजेर मिलकर पांच सौ करोड़ रुपये निवेश करेंगे, साथ ही पांच सौ करोड़ रुपये नक्शा आदि शुल्क के लिए देंगे।
मास्टर प्लान की ड्राइंग तैयार
मास्टर प्लान नहीं जारी होने से एमडीए में शहर की लगभग 50 पुरानी फाइलें रूकी हुई हैं। जो स्वीकृति नहीं पा रहे थे लेकिन, मास्टर प्लान जारी होने के बाद, विभाग ने उन फाइलों का सत्यापन करना और मौके की स्थिति को जांचना शुरू कर दिया है। क्योंकि उन्हीं फाइलों को पहले स्वीकृति देने की योजना है। मास्टर प्लान का चित्र बनाया जा रहा है। जिसमें मास्टर प्लान के सभी काम दिखाए गए हैं। उधर, पुरानी फाइलों की जांच भी शुरू हो गई है। ड्राइंग स्वीकृत होने के बाद, नक्शे भी पास होने लगेंगे। फिर निर्माण में कोई समस्या नहीं होगी