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उत्तर प्रदेश बिजली विभाग का बड़ा कारनामा, अस्थाई कनेक्शन का थमाया 1.20 करोड़ का बिल

Prayagraj Electricity Bill : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में बिजली विभाग ने यमुनापार के रामपुर उपकेंद्र से जुड़े एक अस्थायी कनेक्शनधारी को पांच महीने में एक करोड़ 20 लाख का बिजली बिल भेज दिया। विभाग की यह लापरवाही इतने पर ही नहीं थमी, पीड़िता को बिना उसके आवेदन किये नौ किलोवाट का कनेक्शन भी जारी कर दिया गया।
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उत्तर प्रदेश बिजली विभाग का बड़ा कारनामा, अस्थाई कनेक्शन का थमाया 1.20 करोड़ का बिल

The Chopal (UP News) : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में बिजली विभाग ने यमुनापार के रामपुर उपकेंद्र से जुड़े एक अस्थायी कनेक्शनधारी को पांच महीने में एक करोड़ 20 लाख का बिजली बिल भेज दिया। विभाग की यह लापरवाही इतने पर ही नहीं थमी, पीड़िता को बिना उसके आवेदन किये नौ किलोवाट का कनेक्शन भी जारी कर दिया गया। जब पीड़ित के यहां हर महीने हजारों रुपए का बिजली बिल पहुंचने लगा तो उसने अफसरों के यहां दौड़ लगानी शुरू कर दी लेकिन इसी के चलते महीनों गुजर जाने के बाद भी दिव्यांग दंपती को  न्याय नहीं मिल पाया।

विभाग ने पीड़िता को एक करोड़ 20 लाख का, बिजली बिल भेजा

नैनी के नेवादा समोगर निवासी 70 वर्षीय पैर से दिव्यांग हरिशंकर पिछले कई महीनों से बिजली विभाग के एसडीओ, एक्सईएन के चक्कर काट रहे हैं। उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। हरिशंकर बताते हैं कि उन्होंने नवंबर 2022 में अपनी दिव्यांग पत्नी हीरावती देवी के नाम पर अस्थायी कनेक्शन लिया था। तब मकान निर्माणाधीन था। विभाग ने उन्हें बिना कोई सूचना दिए नौ किलोवाट का कनेक्शन दे दिया। इसके बाद अप्रैल 2023 में उन्हें एक करोड़ 20 लाख 54 हजार 88 रुपए का बिजली बिल भेजा गया। जिसे देखकर दिव्यांग हरिशंकर के पैरों तले जमीन खिसक गई।

पीड़िता को नहीं मिल न्याय

स्वास्थ्य विभाग से रिटायर हरिशंकर का मकान दो मंजिला है जिसमें सात कमरे हैं। हरिशंकर ने बताया कि बेटा-बहू को मिलाकर उनके परिवार में कुल चार सदस्य ही हैं। ऐसे में विभाग बिजली की इतनी खपत कैसे दिखा रहा है वह समझ नहीं पा रहे हैं। अब हरिशंकर बिल में संशोधन के साथ अपना कनेक्शन एक किलोवाट कराने के लिए विभागीय अधिकारियों के यहां फरियाद लगा रहे हैं लेकिन उनकी किसी प्रकार की सुनवाई नहीं हो रही है। आरोप है कि एसडीओ और एक्सईएन दुत्कार लगाकर कार्यालय से भगा दे रहे हैं। हरिशंकर ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के यहां करने का निर्णय लिया है।

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