The Chopal

Uttarakhand में मकान बनाने वालों को लगा तगड़ा झटका, अब नहीं मिलेगा पानी का नया कनेक्शन

Uttarakhand latest news : गर्मियों में पानी की कीमत तो हमेशा बनी ही रहती है। पेयजल संकट को ध्यान में रखते हुए पानी के नए कनेक्शन जारी करने पर सरकार ने रोक लगा दी है। कमर्शियल कामों के लिए पानी के नए कनेक्शन अब नहीं दिए जाएंगे। पढ़ें पूरी खबर 

   Follow Us On   follow Us on
Uttarakhand में मकान बनाने वालों को लगा तगड़ा झटका, अब नहीं मिलेगा पानी का नया कनेक्शन

Uttarakhand News in Hindi : गर्मियों में पानी की कीमत तो हमेशा बनी ही रहती है। पेयजल संकट को ध्यान में रखते हुए पानी के नए कनेक्शन जारी करने पर सरकार ने रोक लगा दी है। उत्तराखंड में गर्मियों में पेयजल संकट को देखते हुए पानी के नए कनेक्शन पर रोक लगा दी हैं। गर्मियों में उत्तराखंड की पहाड़ियों में पेयजल की कमी को देखते हुए पानी के नए कनेक्शनों पर प्रतिबंध लगाया गया है। गर्मियों में व्यावसायिक कार्यों और भवन निर्माण कार्यों के लिए पानी के नए कनेक्शन नहीं बनाए जाएंगे। अधिकारियों ने कहा कि एक जुलाई के बाद ही नए कनेक्शन जारी किए जा सकेंगे।

गर्मियों में शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की कमी होती है। पेयजल की मांग बढ़ रही है। जिन पेयजल स्रोतों पर पानी कम होता है, वे इस डिमांड को पूरा करने के लिए जिम्मेदार हैं। शहरों में भी पानी के ट्यूबवेल का स्तर गिरता है। इससे पेयजल आपूर्ति प्रणाली खराब हो जाती है। गर्मियों में इस आपूर्ति को सामान्य बनाए रखने के लिए पानी के नए कनेक्शनों पर प्रतिबंध लगाया गया है। एक जुलाई तक उपभोक्ताओं को भवन निर्माण के दौरान दिए गए नए कनेक्शन नहीं मिलेंगे।

देहरादून, यूएसनगर, नैनीताल और हरिद्वार में निर्माण कार्य तेजी से चल रहे हैं, लेकिन गर्मियों में पहाड़ी क्षेत्रों में चारधाम यात्रा का दबाव अधिक रहता है। इस दबाव को कम करने के लिए नए कनेक्शनों पर नियंत्रण है।

इस बार पानी का बड़ा संकट गहराने की आशंका

उत्तराखंड में सितंबर 2023 से लेकर मौजूदा समय तक बारिश बेहद कम हुई है। सर्दियों में भी पूरे समय बारिश के साथ ही बर्फबारी भी बेहद कम हुई है। इसके कारण पेयजल के प्राकृतिक स्रोतों में पानी का स्राव कम होना तय माना जा रहा है। उत्तराखंड की पेयजल एजेंसियां इसे लेकर काफी सतर्क हैं।

-नीलिमा गर्ग, मुख्य महाप्रबंधक उत्तराखंड जल संस्थान, ''गर्मियों में निर्माण कार्यों में पेयजल के इस्तेमाल पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। भवन निर्माण के लिए पीने के पानी का कनेक्शन नहीं मिलेगा। स्थिति सामान्य होने पर ही कनेक्शन जारी किए जाएंगे।''

दून में ट्यूबवेल में खराबी के कारण कई जगह जल संकट

कांवली रोड, लक्ष्मण चौक, मालवीय नगर, महंत रोड और गुरु रोड में सैकड़ों उपभोक्ता जल संकट से जूझ रहे हैं। जल संस्थान टैंकरों से आपूर्ति करके हालात को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहा है। झंडा क्षेत्र में ट्यूबवेल के वॉल्व में क्षति हुई, जिससे संकट पैदा हुआ। झंडा जोन के क्षेत्रों को पेयजल की आपूर्ति में भी निरंजनपुर ट्यूबवेल की मदद मिली है।

झंडा जोन के कई क्षेत्रों में लोगों को तीन-चार दिनों से परेशान कर रहे हैं। गुरुवार को हालात और बदतर हो गए। महंत रोड के 75 वर्षीय पूर्व सैनिक आदेश उनियाल ने कहा कि उनके यहां एक बूंद भी पानी नहीं आ रहा है। पहली मंजिल पर घर है। घर में रहने वाले दो बुजुर्गों को बाल्टियों से पानी भरने की क्षमता नहीं है। कांवली रोड निवासी पवन कुमार ने कहा कि उन्होंने समस्या को स्थानीय विधायक खजानदास को बताया है। टैंकर उनके इलाके में कुछ जगहों पर आपूर्ति करते हैं। कांवली रोड में रहने वाले देवेन्द्र कुमार ने बताया कि जब टैंकर आता है तो लोगों की भीड़ लगती है।

यहां भी परेशानी : लीकेज की वजह से कई दिनों से मेहूंवाला माफी ऋषि विहार में पेयजल की आपूर्ति कम हो गई है। स्थानीय लोगों ने पेयजल निगम मेहूंवाला क्लस्टर विश्व बैंक परियोजना ईई एम हसन से इसकी शिकायत की है।

जल संस्थान का तर्क

एई-झंडा राघवेन्द्र डोभाल ने बताया कि एई-झंडा ट्यूबवेल में वॉल्व बदलने का काम चल रहा है। निरंजनपुर ट्यूबवेल की आपूर्ति भी घटी है। इस लाइन भी चेक कर रहे हैं।