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Weather News : देश के कई राज्यों में बरसात को लेकर जारी हुआ अलर्ट, जानिए अपने राज्य का हाल

Weather Update : ठंड देश के कई राज्यों में फैल गई है। याद रखें कि राजस्थान के चुरू और हरियाणा के हिसार में तापमान 10 डिग्री से भी कम हो गया है। कुछ स्थानों पर पारा 10 से भी कम है.. मौसम विभाग ने इन राज्यों में बारिश का अलर्ट भेजा है। 
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Weather News: Alert issued regarding rain in many states of the country, know the condition of your state.

Weather Report 16 November: ठंड देश के कई राज्यों में फैल गई है। शाम से रात तक हल्की ठंड लगने लगी है। वहीं कुछ राज्यों में बारिश जारी है। राजस्थान के चुरू और हरियाणा के हिसार में तापमान 10 डिग्री तक गिर गया है। कुछ क्षेत्रों में पारा 10 से भी कम है। इसलिए लोग ठंड का सामना कर रहे हैं।देश की राजधानी दिल्ली की बात करें तो यहां इस सीजन का सबसे कम तापमान रिकॉर्ड किया गया। पारा 10.9 डिग्री तक लुढ़क गया। वहीं, उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में ठंडी हवा चल रही है। हालांकि, प्रदूषण से राहत की संभावना फिलहाल नहीं दिख रही है। इन इलाकों में बारिश के आसार भी फिलहाल नहीं है, जिससे की प्रदूषण से राहत मिलती।

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स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट के मुताबिक, अगले 24 घंटों के दौरान तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में अलग-अलग जगहों पर भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भी हल्की बारिश हो सकती है। आईएमडी ने केरल, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, नागालैंड और असम में भी हल्की बारिश की भविष्यवाणी की है।

दिल्ली में जहरीली हुई हवा -

दिल्ली की वायु गुणवत्ता गुरुवार को बहुत खराब और गंभीर श्रेणी के बीच रही। ऐसा इसीलिए हुआ क्योंकि प्रतिकूल मौसम संबंधी परिस्थितियों के कारण प्रदूषक कणों का बिखराव नहीं हो पाया। दिल्ली सरकार और राष्ट्रीय प्रौद्योगिक संस्थान-कानपुर की एक संयुक्त परियोजना के हालिया निष्कर्षों से पता चला कि बुधवार को राजधानी के वायु प्रदूषण में वाहनों के उत्सर्जन का योगदान लगभग 38 प्रतिशत था। बृहस्पतिवार को यह आंकड़ा 40 फीसदी तक बढ़ने का अनुमान है।

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माध्यमिक अकार्बनिक एयरोसोल- सल्फेट और नाइट्रेट जैसे कण जो बिजली संयंत्रों, रिफाइनरियों और वाहनों जैसे स्रोतों से गैसों और कण प्रदूषकों की परस्पर क्रिया के कारण वायुमंडल में बनते हैं- दिल्ली की हवा में प्रदूषण के दूसरे प्रमुख योगदानकर्ता हैं। पिछले कुछ दिनों में शहर के प्रदूषण में माध्यमिक अकार्बनिक एयरोसोल का योगदान 30 से 35 प्रतिशत रहा है।