UP में महिलाओं और बेटियों को मिला बड़ा तोहफा, ग्रामीण बेटियों अब खुद संभालेंगी स्टीयरिंग
UP News: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने प्रदेश की महिलाओं और बेटियों को निशुल्क ड्राइविंग सिखाने की सौगात दी है। इस योजना के तहत हर जिले से 100-100 महिलाओं और बेटियों का चयन किया जाएगा। सरकार का लक्ष्य है कि एक महीने के भीतर हजारों महिलाएं और बेटियां ड्राइविंग सीखकर आत्मनिर्भर बनें।
Uttar Pradesh News: महिला एवं बाल विकास विभाग ने मिशन शक्ति 5.0 के तहत शुक्रवार को पूरे प्रदेश में ‘ड्राइविंग माय ड्रीम्स’ कार्यक्रम की शुरुआत की। यह कार्यक्रम अंतर्राष्ट्रीय बालिका सप्ताह की थीम पर आधारित है। इसके तहत हर जिले में 100-100 बालिकाओं और महिलाओं को मुफ्त ड्राइविंग प्रशिक्षण देने की योजना शुरू की गई है। यह अभियान पूरे एक महीने तक चलेगा, जिससे हजारों महिलाओं और बेटियों को आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिलेगा।
खासकर ग्रामीण अंचल की बेटियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया
“ड्राइविंग माय ड्रीम्स” अभियान के तहत डिग्री कॉलेजों और विश्वविद्यालयों की छात्राओं, खासकर ग्रामीण अंचल की बेटियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम में प्रशिक्षकों ने उन्हें ट्रैफिक नियमों की जानकारी दी और वाहन चलाने की बारीकियां सिखाईं। पहली बार हैंडल और स्टीयरिंग थामते ही बेटियों के चेहरे पर आत्मविश्वास की नई चमक दिखी। प्रशिक्षण पूरा होने के बाद प्रतिभागियों को ड्राइविंग लाइसेंस भी उपलब्ध कराया जाएगा, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें और चाहें तो इससे रोजगार का साधन भी बना सकें। विभाग आगामी 11 अक्तूबर को अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस धूमधाम से मनाने की तैयारी कर रहा है।
यह पहल 90 दिवसीय विशेष अभियान का हिस्सा
उत्तर प्रदेश में महिला एवं बाल विकास विभाग ने अंतरराष्ट्रीय बालिका सप्ताह (3 से 11 अक्टूबर 2025) के अवसर पर सभी जिलों में ‘आत्म रक्षा कार्यशाला’ का आयोजन किया है। विभाग के आधिकारिक बयान के अनुसार, यह पहल 90 दिवसीय विशेष अभियान का हिस्सा है। कार्यशाला का उद्देश्य बालिकाओं को स्वरक्षा तकनीकों, आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता के प्रति जागरूक करना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में चल रहा ‘मिशन शक्ति-पांच’ अभियान प्रदेश में नारी सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन को नई दिशा प्रदान कर रहा है।
‘मिशन शक्ति 5.0’ के तहत आयोजित आत्मरक्षा कार्यशाला में विशेषज्ञों ने बालिकाओं और महिलाओं को सिखाया कि किसी प्रतिकूल स्थिति में चुप न रहें, बल्कि अपनी सुरक्षा के लिए साहसपूर्वक कदम उठाएं और सरकारी व सामाजिक सहायता तंत्र का उपयोग करें। महिला एवं बाल विकास विभाग की प्रमुख सचिव लीना जौहरी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बालिका सप्ताह के तहत यह अभियान बालिकाओं की सुरक्षा, आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
महिला एवं बाल विकास विभाग की प्रमुख सचिव लीना जौहरी ने कहा कि ‘आत्म रक्षा कार्यशाला’ से जुड़ी जानकारी हर लड़की के लिए उतनी ही जरूरी है, जितनी शिक्षा। उन्होंने बताया कि यह पहल न केवल बालिकाओं की व्यक्तिगत सुरक्षा को सुदृढ़ करेगी, बल्कि प्रदेशभर में महिलाओं और बच्चों के लिए सुरक्षित एवं समावेशी वातावरण के निर्माण को भी गति देगी।
मिशन शक्ति 5.0 अभियान के तहत जिले, ब्लॉक और ग्राम स्तर पर आयोजित कार्यशालाओं व समूह सत्रों में बालिकाओं और महिलाओं को उनकी सुरक्षा से जुड़े अधिकारों और कानूनी सहायता के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। वहीं, स्कूलों में विशेष सत्रों के दौरान विशेषज्ञों ने छात्राओं को यह सिखाया कि विभिन्न सामाजिक और व्यक्तिगत परिस्थितियों में स्वयं की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जाए।
