बैंको में चार्ज बढ़ाने से सबसे ज्यादा मार आम गरीब लोगों पर पड़ेगी- अभय चौटाला

The Chopal , Haryana
Abhay Chautala Said : हरियाणा प्रदेश से पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला (Abhay Chautala) ने बैंकिंग लेनदेन पर बढाए गए शुल्क पर गहरी चिंता जाहिर करते हुए कहा कि इसकी सबसे बड़ी मार रेहड़ी-फड़ी वाले, आटो-रिक्शा चालक, छोटा व्यापारी व आम गरीब जनता के उपर पड़ेगी.

उन्होंने कहा कि नए बैंकिंग नियमों के कारण अब लेनदेन पर न्यूनतम 150 रूपए शुल्क लगेगा, साथ ही 1 माह में तीन वित्तीय लेनदेन के बाद 20 रूपए शुल्क और गैर वित्तीय लेनदेन पर 8.50 रूपए शुल्क लगेगा दूसरे बैंकों के एटीएम से रकम निकालने पर अब 15 रूपए की बजाए 17 रूपए देना पड़ेगा साथ ही चेक से लेनदेन पर भी शुल्क बढा दिए गए हैं जो किसी भी तरह से न्यायसंगत नहीं है.
उन्होंने कहा कि जो छोटे व्यापारी और हर रोज मेहनत मजदूरी करके कमाने वाले हैं उनके पास कमाए गए पैसों को रखने का कोई सुरक्षित ठिकाना नहीं होता है इसलिए वो सभी बैंक अकाउंट का इस्तेमाल करते हैं. रोजमर्रा की कमाई को हररोज अपने बैंक अकाउंट में जमा करते हैं और जरूरत पडऩे पर पैसे निकालते हैं.
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा की गई नोट बंदी का मुख्य उद्देश्य यही था कि काले धन पर लगाम लगे, सभी लोगों का बैंको की तरफ रूझान बढ़े और ज्यादा से ज्यादा लोग डिजिटल माध्यम अपनाएं. लेकिन जिस तरह से भाजपा सरकार हररोज टैक्स व अन्य शुल्क बढ़ा रही है उसको देखते हुए भाजपा सरकार की मंशा पर प्रश्रचिन्ह लग गया है. अब लोग फिर से नगदी में व्यापार करने लगेंगे और बैंको की तरफ लोगों का विश्वास भी खत्म होने लगेगा.
भाजपा सरकार का गरीब को और गरीब बनाने की तरफ यह एक और कदम
INLD नेता ने कहा कि सभी बैंकों ने उनके बड़े खाताधारियों को प्रिविलेज कस्टमर बनाया हुआ है जिन पर किसी भी प्रकार का लेनदेन शुल्क नहीं लगता लेकिन जो गरीब और आम ग्राहक है उन्ही पर इसकी मार पड़ रही है. भाजपा सरकार का गरीब को और गरीब बनाने की तरफ यह एक और कदम है. उन्होंने केंद्र सरकार से मांग करते हुए कहा कि जो व्यकित जिस बैंक का ग्राहक है और बैंक उससे लेनदेन का वार्षिक शुल्क वसूल करता है कम से कम उस बैंक के ग्राहकों को तो इन लेनदेन शुल्क पर छूट मिलनी चाहिए चाहे वो एक दिन में कितनी बार भी लेनदेन करे. Abhay Chautala Said