राजस्थान में ढाई दशक का सपना हुआ पूरा, शुरू होगी नई रेल लाइन, किन-किन इलाके के लोगों को फायदा
Dausa-Gangapur Railway Line News: अब ढाई दशक पहले दौसा से गंगापुर शहर के बीच रेल सेवा शुरू करने का सपना पूरा होने को है। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले इस ट्रेक पर ट्रेन चलाने की चर्चा है।
Dausa-Gangapur Railway Line News: अब लगभग ढाई दशक पूर्व दौसा से गंगापुर शहर के बीच रेल सेवा शुरू करने का सपना पूरा होने को है। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले इस ट्रेक पर ट्रेन चलाने की चर्चा है। नतीजतन, उत्तर पश्चिम रेलवे की लंबे समय से प्रतीक्षित योजना अब अंतिम चरण में है। डिडवाना से लालसोट के बीच परियोजना के इस भाग पर भी सीआरएस होगा। बाद में, फरवरी में दौसा से गंगापुर शहर के बीच नियमित रेल सेवा शुरू होने की उम्मीद है। यह ट्रेक शुरू होने पर दिल्ली-मुंबई और अहमदाबाद-दिल्ली रेलवे ट्रेक भी आपस में जुड़ जाएंगे। रेलवे इन दो व्यस्त ट्रेक को आपस में जोड़ने के बाद दौसा-गंगापुर मार्ग पर कुछ गाड़ी चलाकर समय और पैसा बचाता है।
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सोमवार को प्रिंसिपल चीफ सेफ्टी ऑफिसर आरएस रानौत ने दौसा से डिडवाना रेल सुरंग की बीच ट्रेक का निरीक्षण किया। रेलवे अधिकारियों के दल के साथ वे सुबह आठ बजे लालसोट की ओर रवाना हुए। डिडवाना पहुंचने के बाद वह पूर्व बनियाना, नांगल राजावतान और सलेेमपुरा रेलवे स्टेशनों पर ठहर गया और उनके स्थानों का निरीक्षण किया। ट्रेक पर मौजूद सभी पुलियाओं को सुरक्षा की दृष्टि से बारीकी से देखा गया। डिडवाना रेल सुरंग में सुरक्षा उपायों का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को कई निर्देश दिए गए। इसके बाद उन्होंने खूंटला, बामनवास और लालसोट रेलवे स्टेशनों पर भी जाकर निरीक्षण किया।
ये अधिकारी भी उपस्थित रहे
परीक्षण के दौरान वरिष्ठ इंजीनियर गगन गोयल, वरिष्ठ ट्रेक इंजीनियर जितेन्द्र, उप मुख्य अभियंता निर्माण विक्रम मीना, वरिष्ठ डिविजन इंजीनियर तरुण बीका, अधिशासी अभियंता सीएस यादव, विशंभरदयाल, सहायक अभियंता रामवतार मीना और सीनियर सेक्शन इंजीनियर गंगासागर प्रसोया भी उपस्थित थे।
सुरंग में ट्रेक बिछाने की प्रक्रिया लगभग समाप्त हो गई है।
इस परियोजना में डिडवाना से लालसोट के इंदावा के बीच बनाई जा रही राज्य की सबसे बड़ी रेल सुरंग लगभग पूरी हो चुकी है। रेल सुरंग में 2192 मीटर में से सिर्फ 35 मीटर में ट्रेक बिछाना है, जो अगले सप्ताह में पूरा होने की उम्मीद है। सुरंग में एकल और टेलीकम्यूनिकेशन भी होता है। नवीनतम तकनीक से इस सुरंग का निर्माण किया जा रहा है, जिसके चलते पूरे सुरंग में बिना रोड़ी वाले ट्रेक (बीएलटी) बनाया जा रहा है। बाइस मील तक दीवार बनाई गई है, जो सुरंग की मजबूती और मिट्टी को रोकता है।
दिल्ली, कोटा और मुंबई से कनेक्ट होगा
इस दौसा-गंगापुर सिटी रेल लाइन परियोजना पर काम शुरू होने के साथ ही लालसोट रेल देश की राजधानी दिल्ली, शिक्षा नगरी कोटा और मायानगरी मुंबई से सीधे जुड़ जाएगा। रेल सुंरग का काम पूरा होने पर जयपुर-दिल्ली ट्रेक और दिल्ली-मुंबई ट्रेक भी आपस में जुड़ जाएंगे. इससे लंबी दूरी की रेल गाडियों को इस ट्रेक से निकाला जाएगा। इससे दौसा, अलवर सहित कई शहरों को गंगापुर से मुबंई और दक्षिण भारत की ओर सीधी रेल सेवा भी मिल सकेगी।
फरवरी माह के पहले सप्ताह में होगा सीआरएस
निरीक्षण के दौरान पत्रिका से बातचीत में प्रिंसिपल चीफ सेफ्टी ऑफिसर आरएस रानौत ने कहा कि दौसा से पहले ही डिडवाना का सीआरएस निरीक्षण हो चुका है। लालसोट से डिडवाना के बीच काम पूरा होने के चलते यहां कोई ट्रेन नहीं चली। अगर गाड़ी सीआरएस के एक वर्ष के भीतर नहीं चलती है, तो उसे फिर से निरीक्षण करना होगा। इसलिए वे यहां आए हैं। निरीक्षण के दौरान आवश्यक व्यवस्थाएं मिली हैं, और अगले महीने के पहले सप्ताह में डिडवाना से लालसोट के बीच सीआरएस होने का अनुमान है।
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परियोजना की फेक्ट फाइल-
परियोजना स्वीकृत -1996-97
परियोजना की लागत- 820 करोड़
कुल लंबाई 92.67 किलोमीटर
परियोजना में आरओबी -1
अंडरपास - 19
बड़े पुल -10
छोटे पुल 31