NCR के इस शहर से एयरपोर्ट के बीच बनेगा ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे, इन लोगों को मिलेगा बड़ा फायदा

ग्रीनफील्ड रोड पर दो टोल प्लाजा बनाए जाएंगे। एक टोल प्लाजा फरीदाबाद की सीमा पर होगा, जबकि दूसरा उत्तर प्रदेश की सीमा पर होगा। 31 किलोमीटर लंबा यह राजमार्ग हरियाणा की सीमा में करीब 22 किलोमीटर तक होगा।

 

The Chopal News : ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का आठ किलोमीटर (बल्लभगढ़ के सेक्टर-65 से जेवर हवाईअड्डे के बीच) हिस्सा, जो फरीदाबाद जिले में बनाया जा रहा है, का रास्ता साफ हो गया है। औपचारिकताएं पूरी होने के बाद इसका डिजाइन बनाया गया है। सप्ताह भर में इसकी मंजूरी की उम्मीद है।

वर्तमान डिजाइन के अनुसार, यह एलिवेटिड भाग एक पिलर पर होगा। लेकिन मंजूरी के बाद यह स्पष्ट हो जाएगा। ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे ने मास्टर प्लान-2031 को प्रभावित किया। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ने एनएचएआई को इस गड़बड़ी की शिकायत की थी। इससे लगभग सात क्षेत्रों की कनेक्टिविटी प्रभावित हुई। बाद में फरीदाबाद मेट्रोपोलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (एफएमडीए) ने एनएचएआई प्रबंधन से मिलकर इस एक्सप्रेसवे के आठ किलोमीटर हिस्से को खुला करने का प्रस्ताव रखा।

NHAI मुख्यालय ने हाल ही में एलिवेटेड भाग को मंजूरी दी है। अब एनएचएआई ने एलिवेटेड भाग का डिजाइन बनाकर मुख्यालय को मंजूरी के लिए भेजा है। मंजूरी मिलने पर इस पर काम शुरू होगा। 20 जुलाई को "हिन्दुस्तान" ने एलिवेटिड एक्सप्रेसवे बनाने की खबर दी।

2414 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा राजमार्ग: इस राजमार्ग पर 121 छोटे-बड़े पुल बनेंगे। ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे 31.425 किमी है। इस राजमार्ग को फरीदाबाद जिले के साहूपुरा, सोतई, चंदावली, बहबलपुर, फफूंदा, पन्हेंड़ा खुर्द, महमदपुर, हीरापुर, छांयसा, मोहना, मोहियापुर, पलवल जिले के बेगमपुर, झुंपा गांव और गौतमबुद्ध नगर जिले के बल्लभ नगर, दयानतपुर, लेना बांध, करोली बांध, फैलदा बांध की जमीन पर बनाया जा रहा है। इस राजमार्ग की तैयारी में 2414.67 करोड़ रुपये खर्च होंगे। 2024 तक राजमार्ग पूरा हो जाएगा।

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साथ ही दो टोल प्लाजा बनाए जाएंगे।

ग्रीनफील्ड रोड पर दो टोल प्लाजा बनाए जाएंगे। एक टोल प्लाजा फरीदाबाद की सीमा पर होगा, जबकि दूसरा उत्तर प्रदेश की सीमा पर होगा। 31.425 किलोमीटर लंबा यह राजमार्ग हरियाणा की सीमा से लगभग 22 किलोमीटर होगा। यूपी की सीमा नौ किलोमीटर लम्बी होगी। वाहन चालक जेवर हवाई अड्डे से लेकर सेक्टर-65 के बीच 18 मिनट के अंदर आवाजाही कर सकेंगे। डीएनडी-केएमपी एक्सप्रेसवे इसे जोड़ता है। इससे वाहन चालकों को दिल्ली, नोएडा, दिल्ली-आगरा हाईवे और दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से आ-जा करने की सुविधा मिलेगी।

सर्विस रोड से लोगों को आना-जाना आसान होगा

NHAI ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के दोनों ओर 10 किलोमीटर लंबी सर्विस सड़क बनाएगा। इस सेवा सड़क के निर्माण से लोगों को नए सेक्टरों में आने-जाने में आसानी होगी। मास्टर रोड भी इस सेवा सड़क से जुड़ जाएगा। ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे के दोनों ओर सेवामार्ग बनाया जा रहा है क्योंकि एक अतिरिक्त हिस्सा निर्माणाधीन है।

फ्रेट कॉरिडोर पुल से आगे एलिवेटिड होगा

NHAI ने सेक्टर-65 के सामने से ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे को विकसित करना शुरू कर दिया है। यह क्षेत्र दयालपुर गांव के पास से गुजरने वाली फ्रेट कॉरिडोर रेलवे लाइन से आगे तक विकसित होगा। इससे मास्टर प्लान में शामिल होने वाले क्षेत्रों के कार्यक्रम को कोई असर नहीं होगा। एफएमडीए ने इस एलिवेटेड क्षेत्र की योजना इसलिए बनाई थी।

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