MP News : हाइटेक फीचर्स, AI की जबरदस्त टेक्निक से बनेगा इंदौर की मेट्रो, यहां रहेंगे स्टॉप, देखें रूट मैप
Metro In Indore : शहर के लोगों के लिए सीएम शिवराज ने मेट्रो कोच को अनवील किया। भोपाल-इंदौर मेट्रो को विशेष टेक्नोलॉजी से डिजाइन किया गया है, जिसमें सुरक्षा का भी खास ध्यान रखा गया है। इस मेट्रो के निर्माण में एआई की अद्वितीय तकनीक का भी प्रयोग हुआ है।
इंदौर में आए मेट्रो की पहली झलक
इंदौर में मेट्रो का इंतजार कर रहे लोगों के लिए खुशखबरी है। सीएम शिवराज ने मेट्रो की पहली झलक जनता के सामने प्रस्तुत की है। भोपाल-इंदौर मेट्रो को 'दुनिया की लीडिंग टेक्नोलॉजी' (ऑटोमैटिक ग्रेड -4) के साथ डिज़ाइन किया गया है और इसकी डिजाइनिंग में एआई की महत्वपूर्ण भूमिका है। यह टेक्नोलॉजी मेट्रो की सुरक्षा और ऊर्जा सेवाओं को और भी मजबूत बनाती है।
उन्नत फीचर्स के साथ अद्वितीय मेट्रो कोच
हर मेट्रो कोच में आठ दरवाजे होंगे, जिनमें सीसीटीवी, डिस्प्ले यूनिट, एयर कंडीशनिंग, लेटेस्ट लाइट कंट्रोल, और पैसेंजर इमर्जेंसी कम्युनिकेशन यूनिट जैसी उन्नत फीचर्स शामिल होंगे। यह फीचर्स यात्रियों को आपातकालीन परिस्थितियों में ड्राइवर से संपर्क करने की सुविधा प्रदान करेंगे। मेट्रो कोच का डिजाइन सुरक्षा के मामले में भी बेहद परिपूर्ण है, और विशेषत: HL-3 सुरक्षा स्तर से भी ऊपर जाता है। इसमें आग से सुरक्षा के लिए फायर अलार्म, स्मोक अलार्म सिस्टम, और अग्निशामक यंत्र भी लगाए गए हैं।
येलो लाइन: इंदौर मेट्रो के महत्वपूर्ण द्वार
इंदौर मेट्रो प्रोजेक्ट के अंतर्गत इंदौर शहर में येलो लाइन का निर्माण हो रहा है। इस लाइन की लम्बाई 31.3 किलोमीटर है, जिसमें से 8.7 किलोमीटर का अंडरग्राउंड सेक्शन शामिल है। येलो लाइन में कुल 21 एलिवेटेड स्टेशन हैं, जो शहर के महत्वपूर्ण स्थलों को जोड़ेंगे।
प्रगति की दिशा में आगे
गांधी नगर से लेकर सुपर कॉरिडोर -03 तक के 6.0 किलोमीटर के भाग की पहली चरण में जून 2024 में मेट्रो की सेवाएं शुरू होने की योजना है। सितम्बर 2023 में इस भाग में ट्रेन के परीक्षण आरंभ होंगे। इसके बाद, गांधी नगर से रैडिसन तक के 17.0 किलोमीटर के भाग में भी तेजी से मेट्रो की सेवाएं शुरू की जाएगी। इंदौर मेट्रो प्रोजेक्ट का लक्ष्य दिसंबर 2026 तक पूरा करना है, ताकि शहर की जनता को एक नया, सुरक्षित, और तेजी से यातायात का माध्यम मिल सके।
चांद से आए इन 5 पेड़ों के बीज को आप भी खरीद सकते है, नासा ने बनाया 'मून ट्री' बांटने का प्लान
गांधी नगर, सुपर कॉरिडोर-6,5,4,3,2,1,
- भवर कुआ चौराहा ,
- एम् आर -10,
- आई एस बी टी
- चन्द्रगुप्त चौराहा
- हीरा नगर
- बापट चौराहा
- मेघदूत गार्डन
- विजय नगर चौराहा
- मालवीय नगर चौराहा
- शहीद बाग़
- खजराना
- बंगाली चौराहा
- पत्रकार कॉलोनी
- पलासिया
सात अंडरग्राउंड स्टेशन है
- इंदौर रेलवे स्टेशन
- राजवाड़ा
- छोटा गणपति
- बड़ा गणपति
- रामचंद्र नगर
- कालानी नगर
- एयरपोर्ट
प्रथम चरण में गांधी नगर से लेकर सुपर कॉरिडोर -03 तक के 6.0 किलोमीटर के भाग को जून-2024 में सभी के लिए मेट्रो अवेलेबल करने की योजना है। सितम्बर -2023 में, इस भाग में ट्रेन्स के ट्रायल्स प्रारम्भ किये जायेंगे। इसके बाद जल्द ही गांधी नगर से रैडिसन तक के 17.0 किलो मीटर भाग में भी मेट्रो उपलब्ध करा दी जाएगी। इंदौर मेट्रो प्रोजेक्ट को दिसंबर 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य है।
ये भी पढ़ें - UP के इन गांवों में सरकार देगी फ्री डिश कनेक्शन, सर्वे हुआ शुरू