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चांद से आए इन 5 पेड़ों के बीज को आप भी खरीद सकते है, नासा ने बनाया 'मून ट्री' बांटने का प्लान

NASA Moon Seeds: नासा (अमेरिकी स्पेस एजेंसी) ने कुछ बीज चांद पर भेजे थे। पिछले साल आर्टेमिस-1 मिशन के जरिए यह बीज चांद पर भेजे गए थे। वापस आने पर अब नासा ने इसे लेकर खास प्लान बनाया है। नासा का लक्ष्य है कि इन बीजों के अंकुरित पौधों को बांटा जाए। नासा ने बताया है कि बीज चाहने के लिए क्या करना होगा।

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You can also buy the seeds of these 5 trees that came from the moon, NASA made a plan to distribute 'Moon Tree'

Nasa News : चांद हमेशा से इंसानों को अपनी ओर आकर्षित करता रहा है। वैज्ञानिक चांद से जुड़े मिशन चलाने में लगे हैं। लेकिन इस बीच नासा ने एक अनोखी पहल की है, जिसके जरिए आप चंद्रमा से जुड़ा एक पेड़ लगा सकते हैं। नासा उन बीजों को बांटने वाला है जो कभी चांद तक पहुंचे थे और अब वापस धरती पर आ गया है। यह बीज पिछले साल आर्टेमिस-1 मिशन में धरती से लगभग 4 लाख किमी दूर थे। इनमें से लगभग 2000 बीजों में चंद्रमा के पेड़ों की एक नई पीढ़ी शामिल है।

इससे पहले भी धरती पर चांद से बीज आ चुके हैं। आर्टेमिस-1 के बीज सिर्फ चांद का चक्कर लगा कर आए हैं। लेकिन इससे पहले अपोलो-14 मिशन के जरिए जो बीज आए वह चांद की सतह पर भी उतरे थे। उन पेड़ों की खेती वन सेवा की ओर से की गई थी। इसके अलावा अमेरिका की आजादी के 200वें साल पर इसे दुनिया भर में बांटा गया था। लेकिन इस बार यूनिवर्सिटी, सामुदायिक संगठन, औपचारिक और अनौपचारिक दोनों स्कूलों, विज्ञान केंद्रों, संग्रहालयों और यहां तक कि जनता को भी पेड़ लगाने का मौका मिलेगा।

कौन-कौन से बीज भेजे गए?

वन सेवा प्रमुख रैंडी मूर के मुताबिक, 'आर्टेमिस मिशन के साथ जाने वाले बीज जल्द ही देश भर के परिसरों और संस्थानों में गर्व से खड़े होने वाले मून ट्री बनेंगे। ये भविष्य के मून ट्री उनसे पहले आए पेड़ों की तरह एक शक्तिशाली प्रतीक की तरह काम करते हैं। यह हमें याद दिलाता है कि ऐसा कुछ भी नहीं है जिसे हम पूरा न कर सकें। ये वैज्ञानिकों की भावी पीढ़ियों को प्रेरित करेंगे।' आर्टेमिस एक मिशन के जरिए पांच तरह के बीज चंद्रमा पर भेजे गए हैं। इनमें गूलर, स्वीटगम्स, डगलर फिर, लोब्लोली पाइंस और विशाल सिकोइया शामिल हैं।

कैसे करें आवेदन

नासा ने यह लिंक शेयर किया है जिस पर अंकुरित पौधे चाहने वाले लोग रजिस्टर करने से जुड़ी जानकारी पा सकते हैं। नासा का कहना है कि आवेदनों के बाद उनकी समीक्षा की जाएगी। उनके भौगोलिक मानदंडों को देखा जाएगा, ताकि वह पेड़ वहां बड़े हो सकें। नासा 2024 में पौधे वितरित करने का प्लान बना रही है।

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