UP के इन 2 जिलों के बीच बनाया जाएगा नया एक्सप्रेसवे, जमीन के रेट जाएंगे सातवें आसमान पर

UP News : उत्तर प्रदेश में पिछले 5 साल से कई एक्सप्रेस वे जनता को समर्पित किया जा चुके हैं. गंगा एक्सप्रेसवे जैसे बड़े प्रोजेक्ट से लेकर पूर्वांचल एक्सप्रेस वे तक का काम भी अब पूरा हो चुका है. लेकिन अब जल्द ही एक और एक्सप्रेसवे की सौगात उत्तर प्रदेश को मिलने जा रही है. राज्य के तीन बड़े एक्सप्रेसवे को आपस में जोड़ देगा. यहां नीचे पढ़ें सारी खबर विस्तार से,
 

The Chopal , UP : उत्तर वालों को सड़क व एक्‍सप्रेसवे की कई सौगातें मिल चुकी हैं. अब अगला अपडेट लखनऊ-कानपुर एक्‍सप्रेसवे (Lucknow-Kanpur Expressway) को लेकर आ रहा है. दोनों शहरों के बीच वैसे तो कोई खास दूरी नहीं है, लेकिन फिर भी ट्रैफिक जाम और खराब रास्‍ते की वजह से काफी टाइम लग जाता है. जल्‍द ही कानपुर और लखनऊ के लोगों को नए एक्‍सप्रेसवे की सौगात मिलने वाली है, जिसके बाद सफर का समय 1 घंटे से भी कम रह जाएगा.

दरअसल, दोनों शहरों के बीच 6 लेन का नया एक्‍सप्रेसवे बनाया जा रहा है, जिसकी कुल लंबाई करीब 63 किलोमीटर है. यह एक्‍सप्रेसवे कई मायनों में खास माना जा रहा है. एक तो इससे यूपी की राजधानी लखनऊ से औद्योगिक शहर कानपुर के बीच सफर का समय करीब आधा रह जाएगा. साथ ही इसके दोनों किनारे पड़ने वाली जमीनों के रेट भी ताबड़तोड़ बढ़ते जाएंगे.

कहां बनेगा हाईवे विलेज

लखनऊ-कानपुर एक्‍सप्रेसवे के बीचोबीच यानी 31 किलोमीटर का सफर तय करने के बाद यात्रियों को हाईवे विलेज मिलेगा. यह हाईवे विलेज उन्‍नाव शहर के पास बनाया जा रहा है, जो एक्‍सप्रेसवे के दोनों तरफ बनेगा. इस हाईवे विलेज तक पहुंचने के लिए यात्रियों को एग्जिट और एंट्री प्‍वाइंट भी दिए गए हैं.

क्‍या-क्‍या सुविधाएं मिलेंगी

हाईवे विलेज पर लोगों को कई सेवाएं मिलेंगी. यहां रेस्‍तरां, होटल, फूड कोर्ट, बैंक, वर्कशॉप, फ्यूल स्‍टेशन, सीएनजी स्‍टेशन और ई-व्‍हीकल चार्जिंग स्‍टेशन प्‍वाइंट भी लगाए जाएंगे. एनएचएआई लखनऊ के प्रोजेक्‍ट मैनेजर सौरभ चौरसिया का कहना है कि हाईवे विलेज के लिए जमीन की पहचान कर ली गई है. एक्‍सप्रेसवे के फर्स्‍ट फेज में 18 किलोमीटर का एलीवेटेड रोड बनाया जा रहा है. यह लखनऊ से बानी के बीच बन रहा है.

3 एक्‍सप्रेसवे से जुड़े यह अकेला रास्‍ता

लखनऊ-कानपुर एक्‍सप्रेसवे की सबसे खास बात यह है कि यह अकेला रास्‍ता 3 एक्‍सप्रेसवे से जुड़ेगा. इस एक्‍सप्रेसवे से आगरा-लखनऊ एक्‍सप्रेसवे, गंगा एक्‍सप्रेसवे और पूर्वांचल एक्‍सप्रेसवे जुड़ेंगे. इसका मतलब है कि अगर कोई दिल्‍ली से आकर कानपुर जाना जाता है तो वह इस एक्‍सप्रेसवे के जरिये आसानी से पहुंच सकता है. इसी तरह, पूर्वांचल से आने वालों को भी कानपुर जाना आसान हो जाएगा.

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