यूपी बेसिक टीचरों के ट्रांसफर प्रक्रिया में फसा पेंच, शिक्षकों ने परिजनों को बनाया 'झूठा रोगी',

 

THE CHOPAL - प्रयागराज में शिक्षा विभाग के ट्रांसफर प्रक्रिया में गलतियों का आरोप लगाया जा रहा है। शिक्षकों को वेटेज के लिए गलत तरीके से कागजात लगाने का आरोप लगाया गया है। यहां के जिलों में चल रही जांच में पाया गया कि दी गई वेटेज सही नहीं है। इसके कारण कुछ शिक्षकों को कार्यमुक्त करने से रोका गया है और उन पर विभागीय कार्रवाई की जा रही है। जिलों में जांच के बाद पाया गया है कि श्रावस्ती में 38 और बहराइच में 55 शिक्षक अपात्र मिले हैं। उनको कार्यमुक्त किया गया है।

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कुछ जिलों में जांच नहीं पूरी हुई है और कुछ जिलों में विभिन्न वेटेज के लिए आवश्यक प्रारूप संपूर्ण नहीं हुए हैं। स्कूलों के खुलने के बाद पठन-पाठन पर भी प्रभाव पड़ रहा है। ट्रांसफर प्रक्रिया में कई अनुचितताएं देखी जा रही हैं और शिक्षकों के ट्रांसफर को लेकर भी मनमानी का आरोप है। कुछ शिक्षक असंतुष्ट हैं और अब हाईकोर्ट में याचिका डालने की तैयारीकर रहे हैं। इसके अलावा, माध्यमिक शिक्षा विभाग ने ऑनलाइन ट्रांसफर के लिए 1056 रिक्त स्थानों की घोषणा की थी और इसके लिए करीब 2250 शिक्षकों ने आवेदन किया था। ट्रांसफर की सूची पर विवाद उठा और कई शिक्षकों ने कानूनी लड़ाई के बाद भी मनमानी के आरोप लगाए हैं। इस बात की जांच कर रहे हैं कि कानूनी तरीके से कार्रवाई की गई और शिक्षकों को नियुक्ति दी गई। कुछ पीड़ित शिक्षकों ने अपनी याचिका हाईकोर्ट में दायर करने की तैयारी की है।

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