PPF में निवेश की यह ट्रिक आपको बना देगी करोड़पति 

PPF Update - अगर आप भी पीपीएफ अकाउंट में आप एक साल में मैक्सिमम 1.50 लाख रुपये का निवेश कर सकते हैं। मान लीजिए, आप हर महीने 12,500 रुपये पीपीएफ अकाउंट में निवेश करते हैं

 
PPF में निवेश की यह ट्रिक आपको बना देगी करोड़पति 

Digital Desk- Public Provident Fund Latest Interest Rate: निवेश के लिए पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) पॉपुलर विकल्पों में से एक है, जिसमें आपको बेहतर रिटर्न मिलता है। इसमें टैक्स की बचत भी होती है। लेकिन, इतना पॉपुलर होने के बावजूद कई बार लोग इसका पूरा फायदा नहीं उठा पाते। ऐसे में, अगर आपको यह पता चले कि पीपीएफ पर ब्याज कैसे कैलकुलेट होता है और कैसे आप ज्यादा से ज्यादा ब्याज हासिल कर सकते हैं तो आपकी रकम कई गुना बढ़ सकती है।

पिछले साल ही पीपीएफ पर ब्याज दरें घटीं हैं -

30 मार्च 2020 को सरकार ने छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में भारी कटौती की थी। पीपीएफ पर ब्याज दरें भी 7.1 प्रतिशत पर हैं। आपको बता दूँ कि छोटी बचत योजनाओं और पीपीएफ पर मिलने वाले ब्याज की समीक्षा हर तिमाही होती है। इन ब्याज दरों का महंगाई की दर पर बड़ा असर पड़ता है।

ऐसे बनेगा 1.5 करोड़ का फंड -

पीपीएफ अकाउंट में आप एक साल में मैक्सिमम 1.50 लाख रुपये का निवेश कर सकते हैं। मान लीजिए, आप हर महीने 12,500 रुपये पीपीएफ अकाउंट में निवेश करते हैं। 15 साल में मैच्योरिटी के बाद आप अपने पीपीएफ अकाउंट को 5-5 साल के ब्‍लॉक में आगे बढ़ा सकते हैं। ऐसे में 30 साल के बाद आपके पीपीएफ अकाउंट का पूरा फंड 1.5 करोड़ से ज्यादा हो जाएगा। इसमें आपका निवेश 45 लाख और ब्याज से इनकम करीब 1.09 करोड़ रुपये होगी।

25 साल में शुरू कर सकते हैं निवेश -

आपको बता दूँ कि इस सरकारी योजना में जितनी जल्दी निवेश शुरू किया जाए, उसका उतना ही ज्यादा फायदा होता है। मान लीजिए आपकी उम्र 25 साल है और आप पीपीएफ में सालाना 1.5 लाख रुपये का निवेश करते हैं, तो 55 साल की उम्र यानी रिटायरमेंट से करीब 5 साल पहले ही करोड़पति बन सकते हैं।

पीपीएफ पर ब्याज कैसे कैलकुलेट होता है -

पीपीएफ पर हर महीने ब्याज की गणना होती है, लेकिन यह खाते में वित्त वर्ष के अंत में क्रेडिट किया जाता है। यानी हर महीने जो भी ब्याज आप कमाते हैं वो 31 मार्च को आपके पीपीएफ खाते में डाल दिया जाता है। हालांकि पीपीएफ खाते में पैसा कब जमा करना है इसकी कोई तय तारीख नहीं है। आप मासिक, तिमाही, छमाही और सालाना तौर पर पीपीएफ में पैसा जमा कर सकते हैं।

पीपीएफ पर ज्यादा ब्याज पाने का तरीका -

चलिए अब बताते हैं कि ब्याज की गणना कैसे होती है। पीपीएफ पर ब्याज की गणना हर महीने की 1 तारीख से लेकर 5 तारीख तक खाते में मौजूद रकम पर होती है। यानी अगर आपने किसी महीने की 5 तारीख तक पीपीएफ खाते में पैसा डाल दिया तो उस पैसे पर उसी महीने का ब्याज जरूर मिल जाएगा, लेकिन अगर आपने 5 तारीख के बाद यानी मान लीजिए 6 तारीख को पैसा जमा किया तो जमा की गई रकम पर ब्याज अगले महीने मिलेगा।

पीपीएफ कैलकुलेशन का आसान उदाहरण -

इस पीपीएफ कैलकुलेशन का एक सरल उदाहरण से समझते हैं। ताकि आपको यह समझ में आ जाए कि कैसे सही समय पर पैसा निवेश करके ज्यादा ब्याज पा सकते हैं।

उदाहरण नंबर -1:

मान लें कि आपने 5 अप्रैल को अपने खाते में 50,000 रुपये जमा किए हैं, 31 मार्च तक आपके खाते में पहले से ही 10 लाख रुपये मौजूद हैं। 5 अप्रैल से लेकर 30 अप्रैल तक आपके पीपीएफ खाते में कुल रकम हुई 10,50,000 रुपये, जो कि मिनिमम बैलेंस है। तो इस पर 7.1 प्रतिशत के हिसाब से मासिक ब्याज होता है - (7.1%/12 X 1050000) = 6212 रुपये

ये भी पढ़ें - 27 अगस्त को देशभर में मिलेगी हर 10 मिनट बाद रोडवेज, जानिए क्या है तैयारी 

उदाहरण नंबर-2:

अब मान लें कि आपने 50000 रुपये की राशि 5 अप्रैल तक जमा नहीं की और इसके बाद 6 अप्रैल को जमा की। 5 अप्रैल से 30 अप्रैल तक आपके खाते में मिनिमम बैलेंस रहेगा 10 लाख रुपये। इस पर 7.1 प्रतिशत के हिसाब से मासिक ब्याज कितना होगा
(7.1%/12 X 10,00,000) = 5917 रुपये

इस ट्रिक से जमा करेंगे तो ज्यादा मिलेगा ब्याज -

सोचिए, निवेश की राशि 50,000 ही है, लेकिन जमा करने के तरीके से ब्याज में फर्क आ गया। ऐसे में अगर आप पीपीएफ में अपने पैसों पर ज्यादा से ज्यादा ब्याज चाहते हैं तो इस ट्रिक को ध्यान में रखें और महीने की 5 तारीख तक पैसा जमा कर दें ताकि आपको उस महीने का ब्याज जरूर मिले। एक्सपर्ट यह भी सलाह देते हैं कि पीपीएफ पर 1.5 लाख के निवेश पर टैक्स छूट मिलती है, इसलिए अगर आप यह टैक्स छूट लेना चाहते हैं तो 1.5 लाख की पूरी राशि नए वित्त वर्ष की शुरुआत में 1 अप्रैल से 5 अप्रैल के बीच ही जमा कर दें। अगर आप ऐसा नहीं कर पाते हैं तो हर महीने की 5 तारीख तक पैसा जमा कर दें।

ये भी पढ़ें - उत्तर प्रदेश के इस शहर में घरों पर लगे कोड से होगा कूड़े का उठान