UP में गोसेवकों को सीएम योगी का बड़ा उपहार, गोवंश के खाने का सरकार देगी  50 रुपये प्रति गोवंश 

यूपी सरकार ने घोषणा की है कि वे गोसेवकों को जो गोवंश का पालन-पोषण कर रहे हैं, उन्हें अब प्रति गोवंश 30 रुपये की जगह 50 रुपये देंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को पशुओं में लंपी वायरस से बचाव के प्रबंधन की समीक्षा की।
 

UP News : यूपी सरकार ने घोषणा की है कि वे गोसेवकों को जो गोवंश का पालन-पोषण कर रहे हैं, उन्हें अब प्रति गोवंश 30 रुपये की जगह 50 रुपये देंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को पशुओं में लंपी वायरस से बचाव के प्रबंधन की समीक्षा की। उन्होंने हाल के दिनों में गोवंश पर लंपी वायरस के दुष्प्रभाव को देखा है, जिसके कारण कई राज्यों में पशुधन की बड़ी हानि हुई है।

नई उपायें

प्रदेश में इस संक्रमण को रोकने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं।

पशुमेलों का आयोजन: स्थिति सामान्य होने तक प्रदेश में पशुमेलों का आयोजन स्थगित रखा जाएगा।

अंतरराज्यीय पशु परिवहन पर रोक: अंतरराज्यीय पशु परिवहन पर रोक लगाई जाएगी, ताकि संक्रमण का प्रसार न हो।

पशुपालकों को जागरूक करें: पशुपालकों को संक्रमण के लक्षण और उपचार के बारे में पूरी जानकारी दी जाएगी।

गोआश्रय स्थलों में प्रवेश प्रतिबंध: गोआश्रय स्थलों में अनावश्यक लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित किया जाएगा।

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टीकाकरण का महत्व

मुख्यमंत्री ने बताया कि लंपी वायरस से सुरक्षा के लिए पशुओं को टीकाकरण का विशेष अभियान चलाना जरूरी है। टीके की उपलब्धता की दिशा में भी कदम उठाए जाएंगे।

स्वच्छता अभियान

लंपी वायरस के फैलने से बचाव के लिए, सरकार गांव और शहरों में विशेष स्वच्छता अभियान चलाएगी, जिसमें ग्राम्य विकास, नगर विकास, और पशुपालन विभाग परस्पर समन्वय से काम करेंगे।

संक्रमण को रोकने का प्रयास

लंपी वायरस से संक्रमित गोवंश, स्वस्थ गोवंश, और गैर संक्रमित गोवंश के लिए पृथक-पृथक बाड़े की व्यवस्था की जाएगी।

जागरूकता का महत्व

निराश्रित गोवंश स्थलों और कान्हा उपवनों के साथ-साथ आम पशुपालकों को भी इस बारे में जागरूक किया जाएगा।

सफलता की कहानी

निराश्रित गोवंश संरक्षण के प्रति सरकार के सतत प्रयासों का सुनिश्चित परिणाम मिल रहे हैं।

समापन भर रहा है

वर्तमान में, 6889 निराश्रित गोवंश स्थलों में 11.89 लाख गोवंश संरक्षित हैं। इसके साथ-साथ, गोवंश संरक्षण के लिए संचालित मुख्यमंत्री सहभागिता योजना के भी आशातीत परिणाम मिले हैं।

नई दरें

अब तक 1,85,000 से अधिक गोवंश इस योजना के तहत गो-सेवकों को सुपुर्द किए गए हैं, और निराश्रित गोवंश स्थलों और गोवंश सेवा कर रहे सभी परिवारों को गोवंश के भरण-पोषण के लिए वर्तमान में 50 रुपये प्रति गोवंश की दर से धनराशि उपलब्ध कराई जा रही है।

समर्थन और प्रोत्साहन

राज्य सरकार पशु संरक्षण के लिए सेवाभाव के साथ सतत प्रयासरत है, और गोवंश सहित सभी पशुपालकों को उनके प्रोत्साहन के लिए सरकार द्वारा अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं। पात्र लोगों को इसका लाभ मिलना सुनिश्चित किया जाएगा।

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