AC Impact: कार की माइलेज पर कितना फर्क डालती है AC, इस्तेमाल करने का सही तरीका जाने
Car Mileage: कार में AC का इस्तेमाल करना बहुत आसान है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि AC को लगातार ऑन रखने से आपकी कार की माइलेज भी प्रभावित होती है? AC चलाने से कार का इंजन अधिक काम करता है, जो पेट्रोल की खपत बढ़ाता है (Car AC Tips)। अगर आप भी इन बातों से अनजान हैं, तो इस खबर में जानिए कैसे ऐसी कार का उपयोग करें..

The Chopal : गर्मी आते ही धूप की तपन और बढ़ती उमस हमें खराब करने लगती है। तापमान दिन-प्रतिदिन तेजी से बढ़ता है, और इस गर्मी से बचने के लिए हम कई उपाय करते हैं। AC का उपयोग कार में इस गर्मी से बचने का सबसे लोकप्रिय तरीका बन गया है। लेकिन कार में AC लगातार ऑन रखने से कार की माइलेज भी प्रभावित होती है। अधिकांश लोगों को AC कार का सही इस्तेमाल करने का पता नहीं होता, लेकिन अगर आप भी हर दिन AC कार का इस्तेमाल करते हैं तो यह खबर आपके लिए बहुत उपयोगी होगी.
कार में AC लगातार चलाने से माइलेज पर क्या असर होता है?
यदि आप भी अपनी कार में एसी को लगातार ऑन रखते हैं, तो आपको यह भी सवाल उठता होगा कि इससे माइलेज पर कितना असर पड़ता है।
विशेषज्ञों ने इस प्रश्न का जवाब दिया और बताया कि कार में एसी चलाने से फ्यूल की खपत भी बढ़ती है, लेकिन बहुत ज्यादा खपत का फर्क नहीं होता। यदि आपकी दूरी कम है तो माइलेज बहुत कम प्रभावित नहीं होगा। लेकिन अगर आप एक लंबी यात्रा पर जा रहे हैं और एसी लगातार 3 से 4 घंटे चलता रहता है, तो माइलेज 5 से 7 प्रतिशत गिर सकता है। ऑटो एक्सपर्ट्स का कहना है कि गाड़ी चलाते समय कार के अंदर तापमान को नियंत्रित रखने के लिए एसी का इस्तेमाल करना चाहिए।
क्या AC चलाने का सबसे अच्छा तरीका है?
ऑटो एक्सपर्ट्स कहते हैं कि कार चलाते समय AC का इस्तेमाल करना चाहिए। जब कार ठंडी हो जाए तो एसी को बंद कर दें। इससे कार की माइलेज प्रभावित नहीं होगी। यह भी ध्यान रखें कि AC को बहुत तेज न चलाएं, यह स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है। ताज़ी और ठंडी हवा के लिए खिड़कियां बार-बार खोलना भी बेहतर है। यात्रा शुरू होने से पहले एसी की सफाई या सर्विस करवाने से आपको फायदा होगा।
क्या आप जानते हैं कि कार में AC कैसे काम करता है?
कार में एयर कंडीशनर चालू होने पर कंप्रेसर पहले रेफ्रिजरेंट गैस पर प्रेशर बनाता है। इस प्रेशर से गैस का तापमान बढ़ता है और द्रव में बदल जाता है। यह द्रव हवा से मिलकर गर्मी सोखता है और फिर खुद ठंडा हो जाता है। रिसीवर ड्रायर इस प्रक्रिया में नमी को निकालता है, जिससे द्रव और भी ठंडा हो जाता है। इंजन चालू होने पर एसी कंप्रेसर से जुड़ी बेल्ट घूमने लगती है, जिससे कूलिंग प्रक्रिया शुरू होती है। कार में ठंडी हवा इस तरह आने लगती है।