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UP में 6000 एकड़ भूमि पर यहां बनेगा नया शानदार शहर, 4 गुना अधिक मिलेगा जमीन अधिग्रहण का मुआवजा

UP News: उत्तर प्रदेश में 6000 एकड़ में नए शहर बनाने की कवायत एक बार फिर से शुरू हो गई है। यूपी में इस शानदार शहर के लिए सर्किल रेट से चार गुना अधिक कीमत पर जमीन अधिग्रहण किया जाएगा। गोरखपुर विकास प्राधिकरण ने इस नए शहर के लिए जमीन अधिग्रहण के लिए आठ-आठ सदस्य टीम का गठन किया है। यह शानदार शहर हाईटेक सुविधाओं से लैस होगा। पढ़ें पूरी खबर विस्तार से

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UP में 6000 एकड़ भूमि पर यहां बनेगा नया शानदार शहर, 4 गुना अधिक मिलेगा जमीन अधिग्रहण का मुआवजा

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश शहर विकास की ओर अग्रसर है। यूपी में विकास की बात की जाए तो पिछले कुछ सालों में यूपी भारत का अग्रिम राज्य बन गया है। उत्तर प्रदेश में 6000 एकड़ जमीन पर एक नए शानदार शहर को विकसित करने के लिए समझौते के आधार पर गोरखपुर विकास प्राधिकरण ने जमीन अधिग्रहण के लिए कवायत नए सिरे से शुरू कर दी है। ताज मिली जानकारी के अनुसार प्राधिकरण के अधिकारियों को बुधवार को बड़ी सफलता हाथ लगी है। राधे की किसानों ने सर्किल रेट 85 लाख प्रति हेक्टेयर से करीब चार गुना अधिक 3.40 करोड रुपए प्रति हेक्टेयर में जमीन अधिग्रहण पर राजी हुए हैं। जमीन अधिग्रहण से किसानों  की बल्ले बल्ले होने वाली है।

गोरखपुर विकास प्राधिकरण ने एक बार फिर समझौते के आधार पर 6000 एकड़ जमीन खरीदने की प्रक्रिया शुरू की है। इस मामले में, प्राधिकरण के अधिकारियों को बुधवार को बालापार गांव में किसानों के साथ एक बैठक में बड़ी सफलता मिली। भूमि विक्रय पर कई किसानों ने सर्किल रेट 85 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर से चार गुने, यानी 3.40 करोड़ रुपये प्रति हेक्टेयर पर करार किया। साथ ही चार किसानों ने दो हेक्टेयर से अधिक जमीन के विक्रय के लिए सहमति पत्र भी भर दिया।

प्राधिकरण के प्रभारी मुख्य अभियंता किशन सिंह ने बताया कि बालापार में 62.17 हेक्टेयर जमीन खरीदनी है। 11 गांव के किसानों ने सहमति पत्र भरकर पांच हेक्टेयर जमीन बेचने की अनुमति दी। बुधवार को हुई बैठक में चार किसानों ने सहमति पत्र भरा है, जो कुल मिलाकर 15 हो गया है। बालापार गांव में किसानों ने 7.50 हेकटेयर भूमि खरीदने का अनुबंध किया है। दूसरी ओर, अनिवार्य अधिग्रहण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है ताकि समझौते पर यदि बात नहीं बनी तो जमीन प्राप्त की जा सके।

प्रथम चरण के लिए आठ-आठ सदस्यीय टीम गठित

प्राधिकरण के प्रभारी मुख्य अभियंता किशन सिंह ने बताया कि बालापार में 62.17 हेक्टेयर जमीन खरीदनी है। 11 गांव के किसानों ने सहमति पत्र भरकर पांच हेक्टेयर जमीन बेचने की अनुमति दी। बुधवार को हुई बैठक में चार किसानों ने सहमति पत्र भरा है, जो कुल मिलाकर अब 15 सहमति पत्र हो गए है। बालापार गांव में किसानों ने 7.50 हेकटेयर भूमि खरीदने का अनुबंध किया है। दूसरी ओर, अनिवार्य अधिग्रहण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है ताकि समझौते पर यदि बात नहीं बनी तो जमीन प्राप्त की जा सके।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहली प्राथमिकता है नया गोरखपुर बनाना। इसके लिए चार गांव (पिपराइच रोड पर) और तीन गांव (कुशीनगर रोड पर) से करीब 400 हेक्टेयर जमीन किसानों से समझौते के आधार पर ली जानी है। सरकार किसानों को सर्किल रेट से चार गुणा अधिक राशि देने को तैयार है। पहले दिन, बालापार के चार काश्तकारों ने जहां विक्रय सहमति पत्र भरा है। बहुत से लोगों ने मौखिक रूप से सहमति व्यक्त की है। उम्मीद है कि यह सिलसिला आगे भी सफल रहेगा।