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UP में बिजली बॉर्ड के कर्मचारी देगें अब घर-घर दस्तक, तैयार रखें ये डिटेल

UP Bijli meter checking: देश में बिजली चोरी की वारदात के मामले बहुत सामने आ रहे हैं। बता दे की बिजली चोरी रोकने के लिए बिजली विभाग अब बड़ा कदम उठाने वाला है। बिजली उपभोक्ता की एक-एक जानकारी अब बिजली निगम के ऐप पर दर्ज होगी। उत्तर प्रदेश में बिजली विभाग किसी भी वक्त आकार जरुरी दस्तावेज की जांच कर सकता हैं। पढ़ें पूरी खबर विस्तार से -

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UP में बिजली बॉर्ड के कर्मचारी देगें अब घर-घर दस्तक, तैयार रखें ये डिटेल

Uttar Pradesh News: देश में बिजली चोरी की वारदात के मामले बहुत सामने आ रहे हैं। बता दे की बिजली चोरी रोकने के लिए बिजली विभाग अब बड़ा कदम उठाने वाला है। बिजली उपभोक्ता की एक-एक जानकारी अब बिजली निगम के ऐप पर दर्ज होगी। यूपी के हर बिजली उपभोक्ताओं का रिकॉर्ड अब बिजली निगम के गूगल एप पर दर्ज होगा।  बिजली निगम की गूगल एप पर अब सभी उपभोक्ता रिकॉर्ड दर्ज होंगे। हर महीने उपभोक्ता कितनी बिजली का इस्तेमाल करता है और कितनी उसे जरूरत है उपभोक्ता का मीटर कहां लगा है और वह बाईपास तो नहीं कर रहा है? निगम के एप पर हर रिकॉर्ड दर्ज किया जाएगा।

निगम ने शहरी क्षेत्र से इसकी शुरुआत की है। निगम का लक्ष्य शहरी क्षेत्र में 2.27 लाख उपभोक्ताओं के घर पहुंचना है। बिजली निगम का एक कर्मचारी मीटर रीडर के साथ जाएगा, जो रिकार्डों को गूगल एप पर दर्ज करेगा। रिकॉर्ड (Bijli record) दर्ज होते ही इसकी सूचना संबंधित क्षेत्र के अधिशासी अधिकारियों को दी जाएगी। इसके बाद, बिजली का बिल बिना घर जाए ही मीटर रीडर बिजली बिल बनाता हैं तो धिशासी अभियंताओं को इसकी जानकारी तुरंत हो जाएगी। इससे निगम राजस्व में किसी प्रकार का नुकसान नहीं होगा। निगम को बिजली मीटर की शिकायत मिल रही है कि मीटर रीडर बिना उपभोक्ताओं के घर जाए ही मनमाने तरीके से बिजली बिल जारी कर रहे हैं। ज्यादा खपत वाले सेटिंग कम बिल बना रहे हैं।

चाइना मीटर की जांच

शुरूआती जांच में बिजली मीटर उपयोगकर्ताओं ने कुछ गड़बड़ियों को देखा है। आपको बता DE की 6367 उपभोक्ताओं के घरों की एक सप्ताह की जांच की गई है। इसमें 61 चाइना बिजली मीटर हैं जो इस्तेमाल में हैं। जबकि 14 बिजली मीटर बिगड़ गए हैं। 

अफसर ने कहा 

बिजली निगम के अधीक्षण अभियंता लोकेद्र बहादुर सिंह ने बताया कि बिजली निगम के गूगल एप पर उपभोक्ताओं के हर रिकॉर्ड दर्ज किए जा रहे हैं। शुरुआत में कई कमियां पकड़ में आई हैं और उन्हें सुधार दिया जा रहा है।